एलोवेरा के फायदे और नुकसान एवं इसका उपयोग

इस पेज पर आज हम एलोवेरा की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं तो पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए।

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चलिए आज हम एलोवेरा का उपयोग, इतिहास, लाभ और हानि की समस्त जानकारी पढ़ते और समझते हैं।

एलोवेरा क्या हैं

एलोवेरा एक रसीला पौधा है जो दुनिया भर में उगाया जाता है। इस पौधे के पत्ती का रस और जेल दोनों स्वास्थ्य को लाभ प्रदान करते हैं। एलोवेरा के रस या जूस को दवा के रूप खाया जाता हैं जबकि एलोवेरा जेल को त्वचा पर लगाया जाता हैं।

एलोवेरा में विटामिन ए, सी और ई पाया जाता हैं। इसके अलावा इसमें मिनरल्स, लिग्निन, सैलिसिलिक एसिड, अमीनो एसिड, कोलिन और फोलिक एसिड जैसे कंपाउंड पाए जाते हैं।

एलोवेरा के उपयोग का इतिहास

एलोवेरा का उपयोग आमतौर पर पारंपरिक चिकित्सा में त्वचा से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता था। आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि एलोवेरा ठंडक प्रदान करता है जो पित्त दोष की वृद्धि को संतुलित करता है।

एलोवेरा के उपयोग

आज एलोवेरा जेल का उपयोग त्वचा और कई बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। कई कॉस्मेटिक निर्माता एलोवेरा को मेकअप, साबुन, सनस्क्रीन, शेविंग क्रीम और शैंपू में मिलाते हैं। 

एलोवेरा जेल का इस्तेमाल अक्सर त्वचा पर सनबर्न, जलन और एक्जिमा के इलाज के लिए किया जाता है। जिन लोगों ने एलोवेरा का उपयोग किया है उनका कहना है कि एलोवेरा घावों को जल्दी ठीक कर सकता है। 

कुछ लोगों का कहना है की एलोवेरा का उपयोग कब्ज, पेप्टिक अल्सर और मधुमेह जैसे बीमारियों के इलाज के लिए किया जा सकता हैं।

एलोवेरा के फायदे

त्वचा के लिए :-

  • सनबर्न को हटाने के लिए आप एलोवेरा का इस्तेमाल कर सकते है।
  • इसके अलावा स्‍किन पर सूजन या फिर जलन के लिए आप एलोवेरा के जेल को लेकर अपने चेहरे पर लगा सकते हैं इससे आपको राहत मिलेगी।
  • रात में सोने से पहले एलोवेरा को आंखों के नीचे लगाने से झुर्रिया खत्म हो जाती है। 
  • चुंकि एलोवेरा जेल ठंडा होता हैं इसलिए रेज़र बर्न या खुजली मिटाने के लिए भी आप इसका उपयोग कर सकते हैं। 
  • एलोवेरा जेल टोनर की तरह भी काम करता हैं। इससे त्वचा पोषित और टोन हो जायेगी। 
  • एलोवेरा स्ट्रेच मार्क या किसी दाग को भी हल्का कर सकता है। इसके लिए आपको रोजाना दाग वाली जगह पर एलोवेरा से मालिश करनी होगी। 
  • एलोवेरा को एक स्‍किन क्‍लींजर के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसको लगाने से पिंपल से राहत मिलती है।

बालों के लिए :-

  • ऐलोवेरा एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है। एलोवेरा गंजेपन की समस्या को भी दूर कर सकता हैं। इसके लिए आपको रोज एलोवेरा को स्कॉल्प पर लगाना होगा। इससे आपको नए बालों की ग्रोथ होने में भी मदद मिलेगी।
  • यदि आपके बाल तैलीय है तो एलोवेरा बालों के स्कॉल्प में तेल की मात्रा को सामान्य कर बालों की शक्ति को भी बढ़ाता है।
  • एलोवेरा डैंड्रफ को खत्म करने में भी मददगार होता हैं। इसके लिए आपको एलोवेरा को अपने शैम्पू या कंडीशनर में मिला कर उसका उपयोग करना होगा।
  • एलोवेरा बालों में हुए इंजेक्शन को भी कम करता हैं। इसके लिए आपको शैंपू करने के बाद बालों को एलोवेरा जेल से मसाज करना होगा और फिर गुनगुने पानी से धोना होगा।
  • यदि आप बालों की लंबाई बढ़ाना चाहते हैं तो आप एलोवेरा का उपयोग सीधे अपने बालो में लगाने के लिए कर सकते हैं।
  • बालों को नरम और चमकदार बनाने के लिए आप एलोवेरा का शैंपू बनाकर उसका उपयोग कर सकते हैं।

बीमारियों के लिए :-

  • एलोवेरा के गूदे से दांत साफ करने से मुँह में ताजगी रहती है और दांतों में होने वाली बीमारियां जैसे कैविटी, दाग-धब्बे आदि भी दूर होते हैं।
  • एलोवेरा के पत्तों को खाने से वज़न नियंत्रित रहता है। 
  • एलोवेरा के पत्ते खाने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल दोनों ही नियंत्रित रहते हैं।
  • एलोवेरा के पत्ते या जूस को रोज खाने या पीने से कब्ज एसिडिटी, गैस, पेट से जुड़ी सारी परेशानी दूर होने लगती है।
  • घाव पर एलोवेरा जेल लगाने से स्किन की रेडनैस कम होती है और घाव में राहत मिलती है।
  • चुंकि एलोवेरा में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं इसीलिए एलोवेरा की मदद से साइनस  बीमारी को भी नियंत्रित किया जा सकता हैं।
  • मसूड़ों पर एलोवेरा जेल की मालिश करने से मसूड़े मजबूत एवं स्वसथ बने रहते हैं।
  • एलोवेरा के रस को सुबह और शाम पीने से पीलिया के रोग में फायदा मिलता हैं।
  • एलोवेरा खाने से खून की कमी नही होती है।
  • एलोवेरा जेल से घुटनो की मालिश करने से घुटनों का दर्द दूर होने के साथ-साथ घुटनों की सूजन भी कम होने लगती है।

एलोवेरा के नुकसान

  • एलोवेरा में एंथ्राक्विनोन और लैक्सेटिव तत्व मौजूद होते हैं जिसके अधिक सेवन से दस्त की समस्या हो सकती हैं। जो लोग गैस की समस्या से पीड़ित हैं उन्हें एलोवेरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • एलोवेरा के अधिक सेवन करने से गर्भपात भी हो सकता हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को एलोवेरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी एलोवेरा जूस का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • एलोवेरा जूस पीने से शुगर लेवल नीचे आंखों में जलन होने पर एलोवेरा को पानी में मिलाकर आंख धोने से जलन कम होती है और आंखों को आराम मिलता है।
  • एलोवेरा जूस पीने से एलर्जी भी हो सकती हैं। जैसे स्किन रैसेज, खुजली, सूजन, सांस लेने में दिक्कत इत्यादि।
  • एलोवेरा जूस के सेवन से पोटैशियम लेवल नीचे हो जाता हैं।
  • एलोवेरा जूस के अधिक सेवन से यह पेल्विस में इकट्ठा होने लगता हैं जिससे किडनी की समस्या हो सकती है।

निष्कर्ष

एलोवेरा एक औषधिय गुणों वाला पौधा है। इसके लाभ तथा हानि दोनों है। इसलिए हमारी यह सलाह है की एलोवेरा का उपयोग करने से पहले किसी डॉक्टर से सलाह लें। बिना चिकित्सीय सलाह के एलोवेरा का उपयोग करने से इसके नुकसान हो सकते हैं।

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