इस पेज पर आप सामान्य ज्ञान के महत्वपूर्ण अध्याय में भारत के स्मारक की जानकारी को पढ़ेंगे।
पिछले पर हमने सामान्य ज्ञान के अध्याय भारतीय कला तथा संस्कृति की जानकारी को शेयर किया है उसे पढ़े।
चलिए अब भारत के शीर्ष 10 स्मारक की जानकारी को एक-एक करके पढ़ते है।
भारत के स्मारक
भारत के 10 स्मारक, ताजमहल, दिल्ली का लाल किला, हवा महल, स्वर्ण मंदिर आदि नीचे दिए गए है।
1. ताजमहल

ताजमहल भारत के आगरा शहर में यमुना नदी के दक्षिण तट पर स्थित है, ताज महल संगमरमर का मकबरा है। ताजमहल को भारत की शान कहा जाता है, ताजमहल को प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है।
इसकी खूबसूरती के कारण इसको दुनिया का सात अजूबों में शामिल किया गया है, इसकी स्थापना 1632 में मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा अपनी वेगम मुमताज की मौत के बाद उनकी याद में की थी।
ताजमहल में शाहजहां की कब्र भी मौजूद है, यह मकबरा 42 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है जो कि एक मस्जिद और एक गेस्ट हाउस इसमें शामिल है और इसके तीन तरफ की दीवार के बीच स्थापित किया गया है और इसके चारों तरफ उद्यान भी है।
अश्चार्यजनक इस ताजमहल को 22000 श्रमिकों चित्रकारों बुनाई विशेषज्ञों द्वारा बनाया गया था इस बहुमुखी ताजमहल को बनाने में 17 साल लग गए थे।
ताज महल के बारे में ऐसा कहा जाता है की सम्राट ने ताजमहल के निर्माण होने के बाद सभी मजदूरों के हाथ कटा दिए हैं जिससे कोई भी शासन में ऐसा निर्माण ना कर सके, हालांकि इसका कोई प्रमाण नहीं है यह केवल मिथ्या है।
इसको बनाने के लिए उपयोग में लाए जाने वाली सामग्री को एक हजार हाथियों द्वारा ले जाया गया था। द्वितीय विश्व युद्ध 1965 और 1971 में भारत-पाक युद्ध और 09/11 अमेरिकी हमले के समय ताजमहल को कपड़े से ढक दिया गया था जिससे इसे दुश्मनों के हमले से बचाया जा सके।
ताजमहल दुनिया की ऐसी इमारत है जिसमे लंबे समय तक ताज महल के अंदर की गुजों को 24 फीट तक पूरी तरह से सुना जा सकता है। ताजमहल में मुमताज के असली क्रब में पवित्र कुरान की शब्द लिखी है ये शब्द खुदा की दया और क्षमा को दर्शाते हैं।
मुमताज महल की वास्तविक मकबरे के किनारे पर अल्लाह के 99 खूबसूरत नाम शिलालेख के रूप में स्थापित है। ताज महल के अंदर डैफोडिल और भव्य फूलों से भरे प्राकृतिक और सुंदर फूल दिखाई देते हैं
ताजमहल के केंद्रीय कक्ष में मुमताज महल और शाहजहां की कब्र से घिरा एक नक्काशी की जाली है जोकि संगमरमर बनी हुई है जिस देखने के लिए ताजमहल पर पर्यटकों की भीड़ सुबह से शाम तक रहती है, ताजमहल हर रोज सुबह से लेकर शाम तक खुला रहता है ताजमहल मैं लगने वाला शुल्क भारतीय नागरिक के लिए ₹40 और विदेशी नागरिकों के लिए हजार रुपए है 15 से कम उम्र के बच्चों का निशुल्क है।
2. दिल्ली का लाल किला

लाल किले को पांचवे मुगल बादशाह द्वारा 1639 मैं अपनी राजधानी शाहजहानाबाद के महल के रूप में बसाया गया था। इसका नाम लाल किला विशाल लाल दीवारों की वजह से रखा गया था।
मुगल शासक शाहजहां ने लाल किले का निर्माण करवाया जब उन्होंने दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया था उस समय इस किले का नाम किला – ए – मुबारक रखा गया था दिल्ली का लाल किला भारत का एक ऐतिहासिक किला है भारत की पर्यटकों के लिए बहुत ही सुंदर व खास जगह है इस किले के बारे में बात करें तो लगभग 200 वर्षों तक मुगल वंश की सम्राटों का शासन था लाल किले पर राज करने वाला आखिरी मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर था।
इसके बाद भारत में अंग्रेजों ने कब्जा कर लिया था। लाल किले को पवित्र नदी यमुना के किनारे पर बनाया गया है लाल किले को बनाने में 10 साल का समय लग गया था। लाल किला देश की एक ऐसी जगह है जहां भारत के प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर अपना भाषण देते हैं।
लाल किला बादशाहो और और मुगल राज्य का औपचारिक और राजनीतिक केंद्र था यह स्थान खासतौर से होने वाली सभा के लिए स्थापित किया गया था लाल किले पर शाहजहां के शासन करने के बाद औरंगजेब ने मुगल राजवंश पर शासन किया था इसके बाद साल 1773 में एक फारसी सम्राट नादिर शाह ने लाल किले पर कब्जा कर लिया और लाल किले से मूल्यवान संपत्ति को छीन लिया था
इसके बाद मराठों ने मुगल सम्राट का आलम को हराया और दिल्ली पर 20 वर्षों तक शासन किया था। यह जगह घूमने के लिए बहुत ही अच्छी है। लाल किला देखने में बहुत ही आकर्षक लगता है इस पूरे किले पर संगमरमर की सजावट है कोहिनूर हीरा लाल किले की कभी शान हुआ करता था अंग्रेजों द्वारा भारत पर कब्जा करने के बाद इस कोहिनूर को अंग्रेज अपने देश ले गए थे।
लाल किले के अंदर तीन द्वार हैं यह किला दिल्ली का सबसे बड़ा किला है इस किले के अंदर कई खूबसूरत इमारतें हैं जैसे दीवाने आम, दीवाने खास, रंग महल, मोती मस्जिद कोहिनूर हीरा मयूर सिंहासन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था जिसको अंग्रेज अपने साथ ले गए थे लाल किला सुबह 9:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक खुला रहता है लाल किला घूमने के लिए भारत के प्रति व्यक्ति के लिए ₹10 और बाहर के विदेशी व्यक्तियों के लिए ढाई ₹100 का शुल्क है
3. हवा महल

जयपुर की राजधानी राजस्थान में 5 मंजिला हवा महल स्थित है सवाई महाराजा प्रताप सिंह ने इसका निर्माण करवाया था हवा महल में बहुत ही खूबसूरत तरीके से 953 छोटी-छोटी जालीदार खिड़कियां है इन्हीं खिड़कियों से राजघराने की महिलाएं बाहर की गतिविधियों को देखा करती थी और इन जालीदार खिड़कियों से बाहर की ठंडी-ठंडी हवा महल के अंदर आती थी इसलिए इस इमारत को हवा महल कहा जाता है हवा महल राजपूतों की विरासत संस्कृति वास्तुकला का मिश्रण है।
हवामहल को राजस्थान की सबसे प्राचीन इमारतों में से एक माना जाता है हवा महल जयपुर की सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थान है यह बहुत ही आकर्षक है तथा लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से बनाया हुआ है। यह हवा महल, सिटी पैलेस के किनारे बना हुआ है।
इस इमारत की कीमत 4568 मिलियन बताई गई थी हवामहल घूमने के लिए बहुत ही अच्छी और बेहद खास जगह है आप सर्दियों के मौसम में या घूमने जा सकते हैं हवामहल घूमने का समय 9:30 से शाम 4:00 बजे तक का है हवा महल का म्यूजियम शुक्रवार को बंद रहता है हवामहल का शुल्क भारतीय नागरिकों के लिए ₹50 और विदेशी नागरिकों के लिए ₹200 है।
4. स्वर्ण मंदिर

स्वर्ण मंन्दिर सिख समप्रदाय का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल है। यह गुरुद्वारा पंजाब के अमृतसर शहर के बीचों बीच स्थित जिसमें एक तालाब रुप सरोवर के बीच में यह मन्दिर अवस्थित है।
इस मन्दिंर के लिए जगह मुगल बादशाह अकबर ने उपहार स्वरुप सिखों के गुरु रामदास को दी थी। तथा उनके बाद इस भव्य सरोवर की खुदाई कराई गई तथा इसको नाम दिया गया अमृतसर यानि अमृत से भरा हुआ तालाब इसी सरोवर के नाम पर इस शहर का नाम अमृतसर पड़ा।
वैसे इस गुरुद्वारे को हरिमन्दिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ रोज हजारो की संख्या में श्रध्दालू पँहुचते हैं। तथा इस सरोवर के चारो तरफ गुरुद्वारे में जाने के लिए प्रवेश द्वार बनाये गये हैं। जब मुख्य द्वार से श्रध्दालू हरीमन्दिंर साहिब के ओर बढते हैं। तो उनके दोनो तरफ सरोवर में भरा पवित्र जल सूर्य की किरणों अलग ही शोभा मान होता है। यहाँ प्रतिदिन बहुत बड़े लंगर (भोजन) का प्रावधान किया जाता है। जिससे कोई श्रध्दालू भूखा पेट न जाये। क्योंकि सिख सम्रदांय में लंगर का बहुत महत्व है।
5. क़ुतुब मीनार

कुतुब मीनार दिल्ली में स्थित है कुतुबमीनार लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बना हुआ 72.5 मीटर की ऊंचाई पर है, भारत का सबसे बड़ा पत्थर का टावर है इसे कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा शुरू किया गया। उसके दमाद शमसुद्दीन इल्तुतमिश द्वारा इसे पूरा कराया गया था। कुतुब मीनार दिल्ली के दक्षिण इलाके में महरौली में स्थित है। यह इमारत हिंदू मुगल इतिहास का बहुत खास हिस्सा है । कुतुबमीनार को यूनेस्को द्वारा भारत के सबसे पुराने वैश्विक धरोहर सूची में शामिल किया गया है।इसमें 380 सीढ़ियां हैं जो की गोलाई के रूप में बनी हुई है।
कुतुब मीनार की सबसे अनोखी बातें हैं इसके परिसर में एक लोहे का खंभा लगा हुआ है यह लगभग 2000 साल पुराना है और अब तक इसमें जंग भी नहीं लगी है यह बहुत ही अलग बात है इतने सालों से इसमें जंग नहीं लगी है यह दुनिया की सबसे ऊंची मीनार है और सबसे अलग बात है कि ईंटों से बनी हुई दुनिया की सबसे ऊंची इमारत भी है इस मीनार के अंदर शिलालेख अरबी और देव नागरी लिपि में उल्लेखीत है।
इतिहासकार इसके बारे में बताते हैं क़ुतुब मीनार विष्णु स्तंभ के नाम से जाना जाता है और सम्राट चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नवरत्नों में कहा गया है। यह घूमने के लिए बहुत ही अच्छी जगह है आप इस जगह किसी मौसम में जा सकते हैं या जाने की अनुमति सुबह 6:30 बजे शाम 6:30 बजे तक की है
6. कोणार्क सूर्य मंदिर

यह भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है जोकि भारत के ओडिसा के तट पर पुरी से 35 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व कोणार्क में स्थित है भगवान सूर्य देव को समर्पित एक विशाल मंदिर है। इस मंदिर को ब्लैक पैगोडा के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस मंदिर के ऊपर ऊंचा टावर काला दिखाई देता है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी में गंगा राजवंश नरसिम्हा देव ने 1238 ई. – 1250 ई. किया गया था। यह बहुत ही पुराना मंदिर है जो चंद्रभागा नदी के किनारे पर स्थित है इस मंदिर में सूर्य देव को ऊर्जा और जीवन का प्रतीक माना जाता है और इसलिए इस मंदिर में रोगों के उपचार और इच्छा को पूरा करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मनाया जाता है।
कोणार्क सूर्य मंदिर को उड़ीसा में से पांच महान मंदिरों में से एक माना जाता है इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता है कि इस मंदिर के आधार पर 12 जोड़ी पहिए स्थित है और पहियों की छाया को देखकर दिन के समय का सटीक अंदाजा लगाया जा सकता है। कोणार्क सूर्य मंदिर के अलावा इसके आसपास समुद्र तट प्रसिद्ध मंदिर और प्राचीन बौद्ध स्थल है यहां पर चंद्रभागा, समुद्र तट, राम चंडी मंदिर, काकटपुर जैसे कई पर्यटन स्थल है।
7. इंडिया गेट

यह दिल्ली शहर के केंद्र में स्थित है। इंडिया गेट देश के राष्ट्रीय मार्ग में सबसे ऊँचा 42 मीटर ऊँचा ऐतिहासिक स्ट्रक्चर है। इसे सर एडविन लुटियन द्वारा डिजाइन किया गया था। इंडिया गेट हर साल गणतंत्र दिवस परेड की मेजबानी के लिए प्रसिद्ध है।
इंडिया गेट का निर्माण वर्ष 1921 में हुआ था। प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे एंगलो अफगान युद्ध के दौरान मारे गए 80000 भारतीय सैनिकों ब्रिटिश सैनिकों को समर्पित स्मारक है। इस पर 13300 सैनिकों के नाम है इस स्मारक का निर्माण 1931 में वायसराय लॉर्ड इरविन ने किया था। इंडिया गेट शहर में सबसे लोकप्रिय पिकनिक प्वाइंट बन गया है
यह धार्मिक और संस्कृति की भावनाओं को छोड़कर एक धर्मनिरपेक्ष स्मारक है। स्मारक में संगमरमर के पेंडल 4 वर्षों से बंधे हुए हैं जिनमें से एक लगातार जलती हुई ज्वाला है अमर जवान ज्योति लो सीएनजी पर चलती है जिसकी आपूर्ति एक पाइपलाइन के माध्यम से की जाती है जिसके आवागमन किये जाने के लिए 500 मीटर की पाइप लाइन बिछाई गई है ताकि सभी ज्योति जल सके वैसे साल भर में एक ही ज्योति जलाई जाती है और सभी ज्योतियाँ 15 अगस्त और 26 जनवरी को जलती है इन लोगों को जाने के लिए 16 एलपीजी सिलेंडरों का प्रयोग किया जाता है। इंडिया गेट भारत का सबसे बड़ी युद्ध स्मारक में से एक है इस स्मारक के निर्माण 10 साल लग गए थे।
इसकी आधारशिला 10 फरवरी 1921 को ड्यूक ऑफ कनॉट ने रखी थी जो कि 1931 में जाकर समाप्त हुई थी। इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति का अनावरण 26 अप्रैल में इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था। इंडिया गेट के चारों तरफ हरे हरे बगीचे और एक भी स्थित है। इंडिया गेट पर आप सुबह की सैर भी कर सकते हैं इंडिया गेट फोटो और सेल्फी लेने के लिए सबसे अच्छा स्थल है। अस्कर यहाँ लोगो को फोटोग्राफी करते हुए देखा जाता है, इंडिया गेट में एक चिल्ड्रन पार्क भी स्थित है क्योंकि बच्चों के लिए बहुत ही मजेदार जगह है इंडिया गेट के पास सबसे मजेदार जगह घूमने के लिए दरियागंज लाल किला, आंध्र भवन, राजघाट, जनपथ, मार्केट लोधी गार्डन आदि स्थित है।
8. फतेहपुर सीकरी

फतेहपुर सीकरी आगरा का प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है। फतेहपुर सीकरी का निर्माण मुगल सम्राट अकबर द्वारा करवाया गया था। अकबर एक सफल राजावतो था ही साथी कला प्रेमी भी था, फतेहपुर सीकरी के तीन तरफ दीवार तथा चौथी तरफ झील से गिरी हुई है, इस इमारत में मुगल वास्तुकला और भारतीय वास्तुकला दोनो देखने को मिलती है। इसमें कई मस्जिदों महल मकबरा की संरचना है जो कि पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
फतेहपुर सीकरी में प्रमुख आकर्षण स्थल दीवाने आम, दीवाने खास, इबादत खाना, पंचमहल, जामा मस्जिद, सलीम चिश्ती की दरगाह, बुलंद दरवाजा, हिरन मीनार ,बीरबल का घर दफ्तर खाना, ख्वाब महल आदि स्थित है फतेहपुर सीकरी के खुलने का समय सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक है भारतीय पर्यटकों के लिए ₹40 प्रति व्यक्ति विदेशी पर्यटकों के लिए ₹500 प्रति व्यक्ति शुल्क है 15 साल से कम बच्चों का कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं है फतेहपुर सीकरी घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का है आप यहां अक्टूबर से मार्च तक कभी भी जा सकते हैं।
9. सांची स्तूप

सांची स्तूप भारत के मध्य प्रदेश के राज्य भोपाल में स्थित है, यह 40 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर पूर्व में स्थित है यह बेतवा नदी के किनारे पर स्थित है। अपनी कलाकृतियों के लिए बहुत ही प्रसिद्ध जगह है।इसे महान सम्राट अशोक द्वारा तीसरी ई0पू0 बनवाया गया था। यह यूनेस्को द्वारा 15 अक्टूबर 1982 ऐतिहासिक विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया जा चुका है।
सांची स्तूप में भगवान बुद्ध के अवशेषों को रखा गया है सांची नगर एक पहाड़ी के ऊपर बसा हुआ है जोगी हरे-भरे बाग बगीचों से गिरा हुआ है यहां पर आने वाले पर्यटकों को सुख और शांति का एहसास होता है और स्थान पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है भारत का राष्ट्रीय चिन्ह सांची से लिया गया है
10. आमेर का किला

यह भव्य किला राजस्थान के राज्य की राजधानी जयपुर में अरावली पहाड़ी की चोटी पर स्थित है आमेर का किला वास्तुशिल्प और इतिहास के लिए जाना जाता है। आमेर का किला भारत में बहुत ही प्रसिद्ध है, यहां पर कम से कम हर रोज 5000 लोग आते हैं। आमेर का किला गुलाबी और पीले रंग के पत्थरों से मिलकर बना है 1558 से 1592 ईसवी में राजा मानसिंह ने इसका का निर्माण किया था।
यह एक पारंपरिक हिंदू और राजपूताना शैली से बना हुआ है। इस किले में दीवाने आम, सुख निवास शीश महल आद स्थित है। पर्यटको के लिए सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है इसके लिए भारतीय नागरिको को ₹25 विदेशी नागरिको को ₹200 है रुपये अदा करने होते हैं।
भारत के स्मारक से सम्बंधित प्रश्न-उत्तर
Q.1 ताजमहल उत्तर प्रदेश के किस शहर में स्थित हैं?
Ans. आगरा
Q.2 उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शाहर में स्थित ताजमहल किस नदी के किनारे स्थित हैं?
Ans. यमुना नदी
Q.3 ताजमहल के निर्माण करने में कितने मजदूरों की आवश्यकता पड़ी थी?
Ans. बीस हजार
Q.4 ताजमहल बनाने की शुरुआत कौन से वर्ष में हुई थी?
Ans. 1632
Q.5 ताजमहल लगभग कितने सालों में बनकर तैयार हुआ था?
Ans. लगभग 22 साल
Q.6 ताजमहल किस मुगल शासक ने बनाया था?
Ans. शाहजहाँ
Q.7 मुगल शासक शाहजहाँ ने किसकी याद में इतना विशाल ताजमहल का निर्माण करवाया था?
Ans. अपनी पत्नि मुमताज बेगम
Q.8 ताजमहल की ऊँचाई, लम्बाई, और चौड़ाई कितनी हैं?
Ans. 73 मीटर (240 फीट), 970 फीट और चौड़ाई 365 फीट
Q.9 ताजमहल में कितने कमरे हैं?
Ans. 120 कमरे
Q.10 ताजमहल से एक साल में कितनी कमाई होती हैं।
Ans. 25 करोड़ रुपए
Q.11 ताजमहल को दुनिया के सात अजूबों में कब शामिल किया गया?
Ans. 2007 में
Q.12 जब मुमताज की मृत्यु हुई तब वह कितने वर्ष की थी?
Ans. 38 साल
Q.13 ताजमहल को Unesco World Heritage का दर्जा कब मिला?
Ans. वर्ष 1983 में
Q.14 ताजमहल का निर्माण काल कब से कब तक चला?
Ans. 1632 ई. से 1653 ई.
Q.15 शाहजहाँ के बचपन का क्या नाम था?
Ans. खुर्रम
Q.16 लाल किला का निर्माण किस वर्ष से किस वर्ष तक हुआ था?
Ans. 1639 से 1648
Q.17 लाल किला का निर्माण किस मुगल शासक ने किया था?
Ans. शाहजहाँ
Q.18 लाल किला का वास्तुकार कौन हैं?
Ans. उस्ताद अहमद लाहौरी
Q.19 लाल किले का निर्माण मुगल सम्राट शाहजहाँ ने किस वर्ष करवाया था?
Ans. 12 मई 1639
Q.20 लाल किले के निर्माण में लगभग कितने साल लगे?
Ans. 10 साल
Q.21 लाल किला का डिजाइन किसने तैयार किया था?
Ans. आर्किटेक्ट उस्ताद अहमद लाहौरी
Q.22 हवामहल किस राज्य में स्थित हैं?
Ans. राजस्थान
Q.23 जयपुर की राजधानी क्या हैं?
Ans. राजस्थान
Q.24 हवामहल कितने मंजिल का हैं?
Ans. 5
Q.25 हवामहल का निर्माण किसने करवाया था?
Ans. सवाई महाराजा प्रताप सिंह
Q.26 हवामहल में कितनी खूबसूरत छोटी-छोटी जालीदार खिड़कियां बनाई गई हैं?
Ans. 953
Q.27 हवामहल की कीमत लगभग कितने मिलियन बताई गई हैं?
Ans. 4568
Q.28 स्वर्ण मंदिर कौन से धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल हैं?
Ans. सिक धर्म
Q.29 स्वर्ण मंदिर कौन से शहर में स्थित हैं?
Ans. पंजाब के अमृतसर शहर में
Q.30 स्वर्ण मंदिर बनवाने के लिए मुगल बादशाह अकबर ने सिक्कों के किस गुरु को उपहार स्वरूप जगह दी?
Ans. गुरु रामदास
Q.31 कुतुबमीनार कहाँ स्थित हैं?
Ans. दिल्ली
Q.32 कुतुबमीनार की ऊँचाई कितनी हैं?
Ans. 72.5 मीटर
Q.33 कुतुबमीनार बनाने की शुरुआत किसने की थी?
Ans. कुतुबुद्दीन ऐबक
Q.34 कुतुबमीनार को पूरा किसने बनवाया था?
Ans. शमसुद्दीन इल्तुतमिश
Q.35 कुतुबमीनार में कितनी सीढ़ियां बनाई गई हैं?
Ans. 380 सीढ़ियां
Q.36 सूर्य मंदिर को किस नाम से भी जाना जाता हैं?
Ans. ब्लैक पैगोडा
Q.37 कोणार्क सूर्य मंदिर का निर्माण किसने करवाया था?
Ans. गंगा राजवंश नरसिम्हा देव
Q.38 गंगा राजवंश नरसिम्हा देव ने कोणार्क सूर्य मंदिर का निर्माण कब से कब तक हुआ था?
Ans. 1238 ई. से 1250 ई. तक
Q.39 कोणार्क सूर्य मंदिर किस नदी के किनारे स्थित हैं?
Ans. चंद्रभागा नदी
Q.40 इंडिया गेट किस शहर में स्थित हैं?
Ans. दिल्ली
Q.41 इंडिया गेट की ऊँचाई लगभग कितनी हैं?
Ans. 42 मीटर
Q.42 इंडिया गेट को किसके द्वारा डिजाइन किया गया था?
Ans. सर एडविन लुटियन
Q.43 इंडिया गेट का निर्माण कौन से वर्ष में हुआ?
Ans. 1921
Q.44 आमेर का किला राजस्थान के राज्य की राजधानी जयपुर में किस पहाड़ी की चोटी पर स्थित हैं?
Ans. अरावली पर्वत चोटी
Q.45 आमेर का किला किस लिए जाना जाता हैं?
Ans. वास्तुकला और इतिहास
Q.46 आमेर का किला कौन से रंग के पत्थरों से मिलकर बना हैं?
Ans. गुलाबी और पीले
Q.47 आमेर का निर्माण किसने करवाया था?
Ans. राजा मानसिंह
Q.48 साँची स्तूप किस शहर में स्थित हैं?
Ans. भोपाल
Q.49 फतेहपुर सीकरी किस शहर का प्रमुख ऐतिहासिक स्थल हैं?
Ans. आगरा
Q.50 फतेहपुर सीकरी का निर्माण किस मुगल सम्राट ने करवाया था?
Ans. मुगल सम्राट अकबर
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