इस पेज पर आप सिन्धु घाटी सभ्यता और उससे संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर को पड़ेगे तो सभी सरकारी परीक्षाओं के लिए उपयोगी हैं आप सभी को प्राचीन समय के बारे में जानकारी होना जरूरी हैं
विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से एक सिन्धु घाटी सभ्यता थी यह सभ्यता हड़प्पा सभ्यता और सिन्धु सरस्वती सभ्यता के नाम से जानी जाती हैं।
सिन्धु घाटी सभ्यता
सिन्धु घाटी सभ्यता विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से एक हैं ब्रिटिश पत्रिका नेचर में प्रकाशित के अनुसार यह सभ्यता कम से कम 8000 वर्ष पुरानी हैं सिन्धु घाटी सभ्यता हड़प्पा सभ्यता और सिन्धु सरस्वती सभ्यता के नाम से भी जानी जाती थी सिन्धु सभ्यता का विकास सिन्धु और घग्घर/हाकड़ा (प्राचीन सरस्वती) के किनारे हुआ था
सिन्धु सभ्यता के प्रमुख केन्द्र – मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा, राखीगढ़ी और हड़प्पा थे रेडियो कार्बन c14 जैसी नवीन विश्लेषण पद्वति के द्वारा सिन्धु सभ्यता की सर्वमान्य तिथि 2400 ईसा पूर्व से 1700 ईसा पूर्व मानी गयी हैं।
सिन्धु घाटी सभ्यता से सम्बन्धित महत्वपूर्ण बिंदु
- सिन्धु घाटी का प्रारंभ 3300 ई. पू. से 17000 ई.पू. माना जाता हैं।
- सिन्धु सभ्यता की खोज “रायबहादुर दयाराम साहनी ने की थी।
- सिंधु सभ्यता को प्राक्ऐतिहासिक (Prohistoric) युग में रखा जा सकता है.
- इस सभ्यता के मुख्य निवासी द्रविड़ और भूमध्यसागरीय थे.
- सिंधु सभ्यता के सर्वाधिक पश्चिमी पुरास्थल सुतकांगेंडोर (बलूचिस्तान), पूर्वी पुरास्थल आलमगीर ( मेरठ), उत्तरी पुरास्थल मांदा ( अखनूर, जम्मू कश्मीर) और दक्षिणी पुरास्थल दाइमाबाद (अहमदनगर, महाराष्ट्र) हैं.
- सिंधु सभ्यता सैंधवकालीन नगरीय सभ्यता थी. सैंधव सभ्यता से प्राप्त परिपक्व अवस्था वाले स्थलों में केवल 6 को ही बड़े नगरों की संज्ञा दी गई है. ये हैं: मोहनजोदड़ों, हड़प्पा, गणवारीवाला, धौलवीरा, राखीगढ़ और कालीबंगन.
- हड़प्पा के सर्वाधिक स्थल गुजरात से खोजे गए हैं.
- लोथल और सुतकोतदा-सिंधु सभ्यता का बंदरगाह था.
- जुते हुए खेत और नक्काशीदार ईंटों के प्रयोग का साक्ष्य कालीबंगन से प्राप्त हुआ है.
- मोहनजोदड़ो से मिले अन्नागार शायद सैंधव सभ्यता की सबसे बड़ी इमारत थी.
- मोहनजोदड़ो से मिला स्नानागार एक प्रमुख स्मारक है, जो 11.88 मीटर लंबा, 7 मीटर चौड़ा है.
- अग्निकुंड लोथल और कालीबंगा से मिले हैं.
- मोहनजोदड़ों से प्राप्त एक शील पर तीन मुख वाले देवता की मूर्ति मिली है जिसके चारो ओर हाथी, गैंडा, चीता और भैंसा थे.
- हड़प्पा की मोहरों में एक ऋृंगी पशु का अंकन मिलता है.
- मोहनजोदड़ों से एक नर्तकी की कांस्य की मूर्ति मिली है.
- मनके बनाने के कारखाने लोथल और चन्हूदड़ों में मिले हैं.
- सिंधु सभ्यता की लिपि भावचित्रात्मक है. यह लिपि दाई से बाईं ओर लिखी जाती है.
- सिंधु सभ्यता के लोगों ने नगरों और घरों के विनयास की ग्रिड पद्धति अपनाई थी, यानी दरवाजे पीछे की ओर खुलते थे.
- सिंधु सभ्यता की मुख्य फसलें थी गेहूं और जौ.
- सिंधु सभ्यता को लोग मिठास के लिए शहद का इस्तेमाल करते थे.
- रंगपुर और लोथल से चावल के दाने मिले हैं, जिनसे धान की खेती का प्रमाण मिला है.
- सरकोतदा, कालीबंगा और लोथल से सिंधुकालीन घोड़ों के अस्थिपंजर मिले हैं.
- तौल की इकाई 16 के अनुपात में थी.
- सिंधु सभ्यता के लोग यातायात के लिए बैलगाड़ी और भैंसागाड़ी का इस्तेमाल करते थे.
- मेसोपोटामिया के अभिलेखों में वर्णित मेलूहा शब्द का अभिप्राय सिंधु सभ्यता से ही है.
- हड़प्पा सभ्यता का शासन वणिक वर्ग को हाथों में था.
- स्वस्तिक चिह्न हड़प्पा सभ्यता की ही देन है. इससे सूर्यपासना का अनुमान लगाया जा सकता है
- स्त्री की मिट्टी की मूर्तियां मिलने से ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है कि सैंधव सभ्यता का समाज मातृसत्तात्मक था.
- सैंधव सभ्यता के लोग सूती और ऊनी वस्त्रों का इस्तेमाल करते थे.
- मनोरंजन के लिए सैंधव सभ्यता को लोग मछली पकड़ना, शिकार करना और चौपड़ और पासा खेलते थे.
- कालीबंगा एक मात्र ऐसा हड़प्पाकालीन स्थल था, जिसका निचला शहर भी किले से घिरा हुआ था.
- सिंधु सभ्यता के लोग तलवार से परिचित नहीं थे.
- पर्दा-प्रथा और वैश्यवृत्ति सैंधव सभ्यता में प्रचलित थीं.
- शवों को जलाने और गाड़ने की प्रथाएं प्रचलित थी. हड़प्पा में शवों को दफनाने जबकि मोहनजोदड़ों में जलाने की प्रथा थी. लोथल और कालीबंगा में काफी युग्म समाधियां भी मिली हैं.
- सैंधव सभ्यता के विनाश का सबसे बड़ा कारण बाढ़ था.
- आग में पकी हुई मिट्टी को टेराकोटा कहा जाता है
सिन्धु काल में विदेशी व्यापार
आयातित वस्तुएं | प्रदेश |
ताँबा | खेतड़ी, बलू चिस्तान, ओमान |
चाँदी | अफगानिस्तान, ईरान |
सोना | कर्नाटक, अफगानिस्तान, ईरान |
टिन | अफगानिस्तान, ईरान, |
गोमेद | सौराष्ट्र |
लाजवर्त | मेसोपोटामिया |
सीसा | ईरान |
सैंधव सभ्यता के प्रमुख स्थल, वर्ष, खोजकर्ता, नदी, स्थिति
प्रमुख स्थल | वर्ष | खोजकर्ता | नदी | स्थिति |
हड़प्पा | 1921 | दयाराम साहनी एवं माधोस्वरूप वत्स | रावी | पाकिस्तान का मोंट गोमरी जिला |
मोहनजोदड़ो | 1922 | राखालदास बनर्जी | सिन्धु | पाकिस्तान के सिंध प्रांत का लरकाना जिला |
चन्हूदड़ों | 1931 | बी.बी.लाल एवं बी.के.थापर | सिन्धु | सिंध प्रांत (पाकिस्तान) |
कालीबंगन | 1953 | फजल अहमद | घग्घर | राजस्थान का हनुमानगढ़ जिला |
कोटदीजी | 1953 | रंगनाथ राव | सिन्धु | सिंध प्रांत का खैरपुर स्थान |
रंगपुर | 1953-54 | यज्ञदत्त शर्मा | मादर | गुजरात का खथियावाड़ा जिला |
रोपड़ | 1953-56 | रंगनाथ राव | सतलज | पंजाब का रोपड़ जिला |
लोथल | 1955-1962 | यज्ञदत्त राव | भोगवा | गुजरात का अहमदाबाद जिला |
आलमगीरपुर | 1958 | यज्ञदत्त शर्मा | हिण्डन | उत्तर प्रदेश का मेरठ जिला |
सुतकागेंडोर | 1927-1962 | ऑरेज स्टाइल, जार्ज डेल्स | दाशक | पाकिस्तान के मकरान में समुद्र तट के किनारे |
बनमाली | 1974 | रविन्द्र सिंह विष्ट | रंगोई | हरयाणा का हिसार जिला |
धौलावीरा | 1990-91 | __ | गुजरात के कच्छ जिला |
हड़प्पा सभ्यता में ‘कृषि’ से सम्बन्धित महत्पूर्ण बिंदु
- गेहूँ, जौ, सरसों, तिल, मसूर आदि का उत्पादन होता था।
गुजरात के कुछ स्थानों से बाजरा उत्पादन के संकेत भी मिले हैं, जबकि यहाँ चावल के प्रयोग के संकेत तुलनात्मक रूप से बहुत ही दुर्लभ मिलते हैं। - सिंधु सभ्यता के मनुष्यों ने सर्वप्रथम कपास की खेती प्रारंभ की थी।
- वास्तविक कृषि परंपराओं को पुनर्निर्मित करना कठिन होता है क्योंकि कृषि की प्रधानता का मापन इसके अनाज उत्पादन क्षमता के आधार पर किया जाता है।
- मुहरों और टेराकोटा की मूर्तियों पर सांड के चित्र मिले हैं तथा पुरातात्त्विक खुदाई से बैलों से जुते हुए खेत के साक्ष्य मिले हैं।
- हड़प्पा सभ्यता के अधिकतम स्थान अर्द्ध शुष्क क्षेत्रों में मिले हैं,जहाँ खेती के लिये सिंचाई की आवश्यकता होती है।
- नहरों के अवशेष हड़प्पाई स्थल शोर्तुगई अफगानिस्तान में पाए गए हैं ,लेकिन पंजाब और सिंध में नहीं।
- हड़प्पाई लोग कृषि के साथ -साथ बड़े पैमाने पर पशुपालन भी करते थे ।
- घोड़े के साक्ष्य सूक्ष्म रूप में मोहनजोदड़ो और लोथल की एक संशययुक्त टेराकोटा की मूर्ति से मिले हैं।हड़प्पाई संस्कृति किसी भी स्थिति में अश्व केंद्रित नहीं थी।
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हड़प्पा सभ्यता में ‘धर्म’ से सम्बन्धित महत्पूर्ण बिंदु
- सिंधु सभ्यता के लोग धरती को उर्वरता की देवी मानते थे और पूजा करते थे।
- पेड़ की पूजा और शिव पूजा के सबूत भी सिंधु सभ्यता से ही मिलते हैं।
- सिंधु सभ्यता के शहरों में किसी भी मंदिर के अवशेष नहीं मिले हैं।
- सिंधु सभ्यता में मातृदेवी की उपासना होती थी।
- पशुओं में कूबड़ वाला सांड, इस सभ्यता को लोगों के लिए पूजनीय था।
- टेराकोटा की लघुमूर्तियों पर एक महिला का चित्र पाया गया है, इनमें से एक लघुमूर्ति में महिला के गर्भ से उगते हुए पौधे को दर्शाया गया है।
- हड़प्पाई पृथ्वी को उर्वरता की देवी मानते थे और पृथ्वी की पूजा उसी तरह करते थे, जिस प्रकार मिस्र के लोग नील नदी की पूजा देवी के रूप में करते थे।
- पुरुष देवता के रूप में मुहरों पर तीन शृंगी चित्र पाए गए हैं जो कि योगी की मुद्रा में बैठे हुए हैं।
- देवता के एक तरफ हाथी, एक तरफ बाघ, एक तरफ गैंडा तथा उनके सिंहासन के पीछे भैंसा का चित्र बनाया गया है। उनके पैरों के पास दो हिरनों के चित्र है। चित्रित भगवान की मूर्ति को पशुपतिनाथ महादेव की संज्ञा दी गई है।
- अनेक पत्थरों पर लिंग तथा स्त्री जनन अंगों के चित्र पाए गए हैं।
- सिंधु घाटी सभ्यता के लोग वृक्षों तथा पशुओं की पूजा किया करते थे।
- सिंधु घाटी सभ्यता में सबसे महत्त्वपूर्ण पशु एक सींग वाला गैंडा था तथा दूसरा महत्त्वपूर्ण पशु कूबड़ वाला सांड था।
- अत्यधिक मात्रा में ताबीज भी प्राप्त किये गए हैं।
सिन्धु घाटी सभ्यता से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर
सिन्धु घाटी सभ्यता से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न ऊपर नीचे दिए गए हैं जो सभी सरकारी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं तो ध्यान से पढ़िए और एग्जाम में सही उत्तर टिक कीजिए।
Q.1 सिन्धु सभ्यता की खोज किसने की थी?
A. दयाराम साहनी
B. राखालदास बनर्जी
C. माधोस्वरूप
D. गोपाल मजूमदार
Ans. A & C
Q.2 सिन्धु घाटी सभ्यता के शहरों की गलियां कैसी थी?
A. चौड़ी और सीधी
B. तंग और टेढ़ी
C. फिसलन वाली
D. तंग और मैली
Ans. चौड़ी और सीधी
Q.3 हड़प्पा के खंडहर निम्नलिखित में से किस नदी के तट पर पाए जाते हैं?
A. रावी
B. सतलज
C. घग्घर
D. झेलम
Ans. रावी
Q.4 मोहनजोदड़ो खंडहर निम्नलिखित में से किस नदी के तट पर पाए जाते हैं?
A. रावी
B. सिन्धु
C. व्यास
D. सतलज
Ans. सिन्धु
Q.5 मोहनजोदड़ो में सबसे बड़ा भवन कौन सा हैं?
A. धान्यागार
B. विशाल स्न्नानागार
C. दो मंजिला मकान
D. सस्तंभ हॉल
Ans. धान्यागार
Q.6 सैंधव सभ्यता से प्राप्त परिपक्व अवस्था वाले स्थलों में केवल कितने को बड़े नगरों की सज्ञा दी गई?
A. 4
B. 6
C. 8
D. 10
Ans. 6
Q.7 स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात हड़प्पा संस्कृति के सर्वाधिक स्थल किस राज्य में खोजे गए?
A. गुजरात
B. राजस्थान
C. उत्तरप्रदेश
D. हरयाणा
Ans. गुजरात
Q.8 जूते हुए खेत और नक्काशीदार ईटों के प्रयोग का साक्ष्य किससे प्राप्त हुआ हैं?
A. मोहन जोदड़ो
B. हड़प्पा
C. कालीबंगन
D. गणवारिवाला
Ans. कालीबंगन
Q.9 सिन्धु सभ्यता में ईरान देश से किस वस्तु का व्यापार किया जाता था?
A. ताँबा
B. चाँदी
C. सोना
D. सीसा
Ans. सीसा
Q.10 मोहनजोदड़ो नगर किस नदी के किनारे स्थित हैं?
A. सिन्धु
B. घग्घर
C. सतलज
D. रावी
Ans. सिन्धु
Q.11 सिन्धु सभ्यता की मुख्य फसलें कौन सी थी?
A. गेंहू
B. चना
C. मक्का
D. जौ
Ans. A & D
Q.12 सिन्धु सभ्यता के लोग काले रंग से डिजाइन किए हुए किस मिट्टी के वर्तन बनाते थे?
A. लाल मिट्टी
B. दोमट मिट्टी
C. चिकनी मिट्टी
D. काली मिट्टी
Ans. लाल मिट्टी
Q.13 धौलावीरा नगर के खोजकर्ता कौन थे?
A. रवींद्र सिंह विष्ट
B. रंगनाथ राव
C. राखालदास बनर्जी
D. गोपाल मजुमदार
Ans. रविन्द्र सिंह विष्ट
Q.14 हड़प्पा नगर की स्थापना कौन से वर्ष में हुई थी?
A. 1800
B. 1900
C. 1901
D. 1921
Ans. 1921
Q.15 पर्दा प्रथा एवं वेश्यावृत्ति किस सभ्यता में प्रचलित थी?
A. सिन्धु सभ्यता
B. वैदिक सभ्यता
C. सैंधव सभ्यता
D. कोई नहीं
Ans. सैंधव सभ्यता
Q.16 सुतकांगेडोर नगर किस नदी के किनारे स्थित हैं?
A. सतलज
B. रावी
C. सिन्धु
D. दाशक
Ans. दाशक
Q.17 मनोरंजन के लिए सैंधव वासी क्या करते थे?
A. मछली पकड़ना
B. शिकार करना
C. चौपड़ और पासा खेलना
D. पशु पक्षियों को आपस में लड़ाना
E. उपयुक्त सभी
Ans. उपयुक्त सभी
Q.18 सैंधव वासी मिठास के लिए क्या उपयोग करते थे?
A. जलेबी
B. गुलाबजामुन
C. शहद
D. उपयुक्त सभी
Ans. शहद
Q.19 मोहनजोदड़ो नगर की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
A. 1921
B. 1922
C. 1931
D. 1953
Ans. 1922
Q.20 कालीबंगन किस नदी के किनारे स्थित हैं?
A. घग्घर
B. सिन्धु
C. रावी
D. सतलज
Ans. घग्घर
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Bahut hi achcha sir
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यह एक अच्छी पोस्ट है और सिंधु घाटी सभ्यता एक प्रचलित सभ्यता थी।
धन्यवाद ऐसे ही फीडबैक के द्वारा मनोबल बढ़ाते रहिये