इस पेज पर आज आप भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन से सम्बंधित महत्वपूर्ण संगठन एवं संस्थाएं को विस्तार से पड़ेंगे।
पिछले पेज पर हमने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व की घटनाएं की पोस्ट पब्लिश की है उसे भी जरूर पढ़े।
तो चलिए इस पेज पर आप भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन से सम्बंधित महत्वपूर्ण संगठन एवं संस्थाएं को पढ़कर समझते हैं?
राष्ट्रीय संगठन एवं संस्थाएं
भारत को स्वंतन्त्रता दिलाने के लिये कई प्रकार के संगठन एवं संस्थाओं ने प्रयास किये थे। जिनमें प्रमुख संस्थाएं व संगठन प्रमुख हैं।
लैंडहोल्डर्स सोसायटी
- लैंडहोल्डर्स सोसायटी का दूसरा नाम जमींदारी संघ था।
- इसकी स्थापना सन् 1938 ई0 में कलकत्ता की गई।
- इसकी स्थापना द्वारिकानाथ टैगोर ने की।
- यह जमींदारो द्वारा स्थापित भारत का प्रथम राजनैतिक संगठन था।
- इसका उद्देश्य अंग्रेजो के कूटनीतिक तरीको से जमीदारो के हितो का संरक्षण करना है।
ब्रिटिश इंडिया सोसायटी
- इसकी स्थापना एक अंग्रेज विलियम एडम्स ने 1839ई0 में कलकत्ता में की थी।
- इस संस्था का उदेश्य भारतीयो को अंग्रेजी शासन के प्रति जागरुक करना था।
- जिससे भारतीय अंग्रेजी शासन से जुड सके उसपर भरोसा कर सके।
बंगाल ब्रिटिश इंडिया सोसायटी
- इसकी स्थापना सन् 1843 ई0 में कलकत्ता में की गई।
- इस संस्था का संस्थापक जार्ज थामसन (अध्यक्ष), प्यारी चन्द्रामित्र (सचिव) थे।
- अंग्रेजी शासन में भारतीयों की वास्तविक स्थिति के विषय में जानकारी प्राप्त कर प्रसार करना इस संस्था का प्रमुख उदेश्य था।
ब्रिटिश इंडियन एसोसिएशन
- ब्रिटिश इंडियन एसोसिएशन की स्थापना सन् 1851 ई0 में कलकत्ता में की गई।
- इसके संस्थापक राधा कान्त देव (अध्यक्ष) थे।
- भारत के राजनीतिक अधिकारों की माँग करने वाली प्रथम संस्था थी।
बम्बई एसोसिएशन
- बम्बई एसोसिएशन की स्थापना सन् 1852 ई0 को स्थापना कलकत्ता में की गई।
- इसके संस्थापक दादाभाई नौरोजी थे।
- इसका मुख्य कार्य सरकार को हानिकारक नियमों व नीतियों के विरुध्द ज्ञापन देना।
मद्रास नेटिव एसोसिएशन
- मद्रास नेटिव एसोसिएशन की स्थापना गजुलू लक्ष्मी नरसु चेट्टी ने सन् 1852 ई0 में मद्रास में किया।
- 1857ई0 के विद्रोहों की निंदा में सक्रिय थी।
ईस्ट इंडिया एसोसिएशन
- ईस्ट इंडिया एसोसिएशन की संस्थापना दादाभाई नौरजी द्वारा सन् 1866 ई0 में लंदन में की गई।
- इसका उद्देश्य भारतीय समस्याओं पर विचार व ब्रिटिश जनमत को प्रभावित करना था।
पूना सार्वजनिक सभा
- पूना सार्वजनिक सभा की स्थापना सन् 1870 में पूना (पुणे) में की गई।
- इसकी नींव एम0 जी0 रानाडे व गणेश वासुदेव जोशी द्वारा रखी गई।
- इसका मुख्य लक्ष्य आम जनता में राजनीतिक चेतना जागरुक करना था।
इंडिया सोसायटी
- इंडिया सोसायटी की स्थापना सन् 1872 ई0 में लंदन में आनंद मोहन बोस द्वारा की गई।
- इसका मुख्य उदेश्य ब्रिटिश संसद में भारतीय हितों के पक्ष का प्रचार करना था।
इंडिया लीग
- इंडिया लीग की स्थापना सन् 1875 ई0 में कलकत्ता में हुई।
- इसके संस्थापक शिशिर कुमार घोष थे।
- लोगों में राष्ट्रीय भावना का विकास करना तथा उनको राजनैतिक शिक्षा प्रदान करना।
इंडियन एसोशसिएशन
- इंडियन एसोशसिएशन की स्थापना सन् 1875 ई0 में कलकत्ता में की गई थी।
- इसकी नींव सुरेन्द्र नाथ बनर्जी, आनंन्द मोहन बोस व मनमोहन घोष द्वारा की गई।
- इसने 1876 ई0 में अंग्रेजो द्वारा नागरिक सेवा परीक्षा की आयु 21 वर्ष से घटाकर 19 वर्ष करने पर ब्रिटिश सरकार के विरुध्द आन्दोलन चलया था।
मद्रास महाजनसभा
- सन् 1884 ई0 में मद्रास महाजनसभा की नींव रांगेया नायडू व वीर राघवचारी व आनंद चालूं द्वारा रखी गई।
बाम्बे प्रेसीडेंसी एसोसिएशन
- बाम्बे प्रेसीडेंसी एसोसिएशन की स्थापना सन् 1885ई0 में बबंई मे की गई।
- इसकी नींव फिरोजशाह व बदरुद्दीन तैयबजी ने डाली थी।
- इसका मुख्य उदेश्य भारत में अखिल भारतीय सेवा की परीक्षा को आयोजित कराना तथा सरकारी पदों पर भारतीय की नियुक्ति करना था।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का गठन – 1885ई0
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना एक रिटायर्ड अंग्रेज अधिकारी ए0 ओ0 ह्यूम ने 1885 में की उस समय भारत का वायसराय लार्ड डफरिन था।
- भारतीय राष्ट्रीय काग्रेस की पहली बैठक का आयोजन बम्बई आधुनिक मुम्बई में किया गया।
- इस अधिवेशन में काग्रेंस के प्रथम अध्यक्ष कें रुप में व्योमेश चन्द्र बनर्जी को चुना गय़ा।
गदर पार्टी
- इसकी स्थापना 25 जून 1913 ई0 को अमेरिका के सेन फ्राँसिस्को शहर में की गई थी।
- इसके महा सचिव लाला हरदयाल थे। तथा इनका अध्यक्ष सोहन सिंह भाकना को बनाया गया था।
- इसका कार्य भारत में अंग्रेजो द्वारा हो रहे दुराचार को समाप्त करना था।
- यह दल प्रथम विश्व युध्द के दौरान युध्द में शामिल हुआ था। लेकिन इस दल को गैर कानूनी घोषित कर दिया गया था।
आजाद हिन्द फौज
- आजाद हिन्द फौज की स्थापना 1 सितम्बर 1942 ई0 में की गई थी।
- इसके संस्थापक कैप्टन मोहन सिंह थे।
- 7 जुलाई 1943 ई0 को आजाद हिंन्द फौज का नेतृत्व सुभाष चंन्द्र बोस को प्रदान किया गया।
- आजाद हिंन्द फौज को सर्वप्रथम सेनापति बनाया गया।
- आजाद हिन्द फौज के द्वारा 4 फरवरी 1944 ई0 को आजाद हिन्द फौज ने अंग्रेजो पर आक्रमण किया।
- रामू, कोहिमा, पलेल, भारतीय प्रदेशों को अंग्रेजो से मुक्त करा स्वतंत्र कराया।
- सिंतम्बर 1944ई0 तक आजाद हिंन्द फौज असम के कोहिमा तक पहुँच गई।
- कोहिमा में तिंरगा झण्डा फहराया गया।
- द्वतीय विश्व युध्द में जापान की पराजय को देखते हुये आजाद हिंन्द फौज ने भी अंग्रेजो के सामने आत्म सर्मपण कर दिया।
फारवर्ड ब्लाँक
- सन् 1930 ई0 में सुभाषचन्द्र बोस का काँग्रेस से थोड़ा तनाव बढ़ जाने कारण इन्होने बोस द्वारा एक नया संगठन फारवर्ड ब्लाँक की स्थापना की।
- महात्मा गाँधी व उनके सर्मथकों ने इसे कांग्रेस को दुर्बल करने की दिशा में प्रयतन् बताया।
- द्वतीय विश्व युध्द के समय इस संस्था द्वारा साम्राज्यवाद के विरुध्द संघर्ष जारी रखा।
- सरकार ने इस संस्था को गैर कानूनी घोषित किया तथा बोस के साथ इनके अन्य नेताओं को नजरबंद कर दिया गया।
- तब बोस किसी भी प्रकार अंग्रेजो को झासा देकर भारत से बाहर चले गये तथा आजाद हिन्द फौज का गठन किया।
होमरुल लीग
- होमरुल आयरलैण्ड का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है – स्वशासन।
- सर्वप्रथम आयरलैंड में होमरुल लीग की स्थापना रेडमाँड द्वारा की गई थी।
तिलक का होमरुल लीग
- बाल गंगाधर तिलक द्वारा होमरुल लीग की स्थापना 28 अप्रैल 1916 ई0 को महाराष्ट्र में की गई।
- इस आन्दोलन का केन्द्र पूना, बेलगाँव व कर्नाटक था।
- इसका प्रचार प्रसार करने के लिये तिलक ने दो समाचार प्रत्र भी संचालित किये जिनका नाम मराठा व केसरी थे।
- इसका अध्यक्ष उन्होने एन0 सी0 केलकर व जोसेफ बैपटिस्टा को नियुक्त किया।
- इसका उदेश्य तिलक ने स्वराज मेरा जन्मसिध्द अधिकार है को माना
ऐनी बेसेट का होमरुल लीग
- ऐनी बेंसेट के होमरुल लीग का स्वरुप अधिक विस्तृत था।
- इसका मुख्यालय अड्यार (मद्रास) में था।
- इसका व्यापक क्षेत्र मद्रास, तमिलनाडु में विस्तृत था।
- इसके सचिव जाँर्ज अरुडेल थे।
- इसका उदेश्य स्वशासन की स्थापना था।
खुदाई खिदमतार
- इस संगठन की स्थपाना 1922 ई0 खान अब्दुल गफ्फान खान ने की थी।
- इन्हें सीमांन्त गाँधी के नाम से भी जाना जाता है।
- इस आन्दोलन का दूसरा नाम लाल कुर्ती आन्दोलन भी है।
- यह धर्म निरपेक्ष भारत के सर्मथन में रहते थे तथा मुस्लिम लीग का विरोध करते थे।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ
- इस राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भारत का एक हिन्दू राष्ट्रवादी संगठन है।
- इसकी स्थापना 27 सितम्बर 1925 ई0 को डाँ0 केशव बलिराम हेडगेवार ने की।
- इसका मुख्यालय नागपुर में स्थित है।
- इस संगठन के पास बीबीसी के अनुसार संघ विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संस्थान है।
- इसकी आधिकारिक भाषा संस्कृत व हिन्दी है।
- इस वक्त इसके संघ प्रमुख मोहन भागवत है।
- इसका ध्येय वाक्य मातृभूमि के लिए निः स्वार्थ सेवा है।
अन्य भारतीय आन्दोलन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण संगठन एवं संस्थाएँ
संस्थाएँ | स्थापना | संस्थापक |
आत्मीय सभा | 1815 ई0 | राजा राममोहन राय |
वेदान्त कालेज | 1825 ई0 | राजा राममोहन राय |
तत्वबोधिनी सभा | 1839 ई0 | देवेन्द्रनाथ ठाकुर |
ब्रिटिश सार्वजनिक सभा | 1843 ई0 | दादाभाई नौरोजी |
बालिका विघालय | 1851 ई0 | ज्योतिबा फुले |
मोहम्मडन एंग्लो लिटरेरी सोसाइटी | 1863 ई0 | अब्दुल लतीफ |
वेद समाज | 1867 ई0 | केशवचन्द्र के सहयोग से एम0 जी0 रानाडे, आत्माराम पांडुकर, देवेन्द्रनाथ ठाकुर आदि |
सत्यशोधक समाज | 1873 ई0 | ज्योतिबा फुले |
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