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खाता क्या हैं, खाते के प्रकार, उपयोग और लाभ

बैंक अकाउंट

आज के समय में सभी लोगो का बैंक में खाता जरूर होता हैं और यह बहुत ही अच्छी बात है कि लोग पैसों की बचत करके अपनी बचत पूंजी अपने बैंक खाते में जमा कर रहें हैं।

लेकिन लगभग 75 प्रतिशत लोगो को बैंक खातों के बारे में सही जानकारी पता ही नहीं है जिसके कारण वह बैंक से प्राप्त होने वालो लाभों से वंचित है।

इसलिए इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको बताऊंगी कि आखिर बैंक खाते के प्रकार के होते है और किस प्रकार के खाते के क्या लाभ और क्या हानि है साथ ही आपके लिए कौनसा खाता खुलवाना चाहिए।

 तो चलिए बैंक खाता के प्रकार की जानकारी को पढ़ाना शुरू करते है।

खाता क्या हैं

बैंक उस वित्तीय संस्था को कहाँ जाता हैं जो जनता से धनराशि जमा करने तथा जनता को ऋण देने का काम करती है।

व्यक्ति अपनी बचत राशि को सुरक्षा की दृष्टि से सेव रखने के लिए बैंक में जमा कर देते हैं बैंक जमा की गई राशि पर ब्याज भी देता हैं।

आप बैंक में अपनी जमा की गई राशि को आवश्यकतानुसार समय समय पर निकालते रहते हैं।

बैंक इस प्रकार बैंक जमा की राशि को व्यापारियों एवं व्यवसायियों को ऋण देकर ब्याज कमाते हैं

आर्थिक आयोजन के वर्तमान युग में कृषि, उद्योग एवं व्यापार के विकास के लिए बैंक एवं बैंकिंग व्यवस्था एक अनिवार्य आवश्यकता मानी जाती है।

राशि जमा रखने तथा ऋण प्रदान करने के अतिरिक्त बैंक अन्य काम भी करती हैं।

बैंक खाता के प्रकार

बैंक खाता मुख्यतः चार प्रकार के होते है।

1. बचत खाता (Saving Account)

जैसे कि बचत खाते के नाम से ही स्पष्ट है कि बचत के पैसे जमा करने के लिए खोले गए खाते को बचत खाता कहते है।

बचत खाता कोई भी सामान्य नागरिक खुलवा सकता है और अपने दैनिक कार्य से कमाए हुए पैसे से की हुई बचत को बचत खाते में जमा कर सकता है और जरूरत के समय में भविष्य जब चाहे तब निकाल सकता है।

बचत खाते में कोई भी व्यक्ति महीने में कितनी भी बार पैसे जमा कर सकता है और खाते की सीमा के अनुसार कितनी भी बार पैसे निकाल सकता है।

यह खाता 10 साल से छोटे बच्चो का भी होता हैं और जिनका लेनदेन सिर्फ उनके माता पिता की अनुमति से होता है।

बचत खाता खुलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज

यदि आप अपना बचत खाता खुलवाना चाहते हैं तो आप किसी भी बैंक मैं जाकर अपना एकाउंट खुलवा सकते हैं चाहे वो (SBI) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या (PNB) पंजाब नेशनल बैंक हो सभी बैंकों में आपको एक बचत खाता खोलने के लिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट की आवश्यकता पढ़ेगी जो निम्न हैं।

नीचे 4 पहचान प्रमाण के बारे में बता रही हूं जिसमें से आप एक प्रमाण लगा सकते हैं।

आधार कार्ड : आज के समय में आधार कार्ड एक बहुत ही जरूरी डॉक्यूमेंट बन गया हैं आप कोई भी काम करें सबसे पहले आपको आधार कार्ड की जरूरत पड़ती हैं तो यदि आप अपना बचत खाता खुलवा रहे हैं तो आपको आधार कार्ड की भी जरूरत पड़ेगी।

वोटर आईडी कार्ड : आप एक भारतीय नागरिक हैं तो आपके एड्रेस प्रूफ के लिए आपको अपने वोटर आईडी कॉर्ड की जरूरत पड़ेगी।

पासपोर्ट : यदि आपके पास इंडियन पासपोर्ट हैं तो आप इसका उपयोग Saving Account में कर सकते हैं।

ड्राइविंग लाइसेंस : आप ड्राइविंग लाइसेंस को भी अपना बचत खाता खुलवाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

Note : नीचे कुछ प्रश्न दिए गए हैं जो बैंक खाता खुलवाने वाले अधिकतर व्यक्तियों के मन में आते हैं तो चलिए वो भी डायट क्लियर कर लेते हैं।

बचत खाते में ब्याज कितना मिलता हैं?

केवल आम आदमियों के लिए होता हैं इस खाते में साल में सिर्फ एक बार ही ब्याज मिलता हैं इसमें केवल 3 % से 4 % व्याज ही मिलता हैं।

बचत खाता खुलवाने के बाद कस्टमर को बैंक से क्या मिलता हैं?

खाते खुलने के बाद खाताधारक को बैंक के द्वारा एक पासबुक और चेकबुक दी जाती हैं पासबुक में कस्टमर अपने एकाउंट की सारी जानकारी रखता हैं और चेकबुक में अपने खाते से जब चाहे जितने पैसे निकालना चाहे निकाल सकता हैं।

बैंक के द्वारा आपको एक एटीएम भी दिया जाता हैं जिससे आप बिना बैंक जाए एटीएम मशीन के द्वारा अपने पैसे निकाल सकते हैं। और आपकी जरूरत के हिसाब से आप बैंक जा कर अपनी नेटबैंकिंग भी करवा सकते हैं जिसमे खाताधारक कुछ चीजों को घर से ही उपयोग कर सकते हैं।

जैसे : बिजली का बिल भरना, मोबाइल रिचार्ज करना, ऑनलाइन टिकिट करना या फिर शॉपपिंग करना आदि।

बचत खाते में अधिकतम कितने पैसे जमा कर सकते हैं?

किसी भी बैंक एकाउंट में बचत खाते में जमा करने की अधिकतम राशि की कोई लिमिट नहीं होती हैं आपके पास जितना पैसा हो आप अपने एकाउंट में जमा कर सकते हैं लेकिन आप अपने एकाउंट में एक साल में ढाई लाख रुपए या उससे ज्यादा रुपए Deposit करते हैं तो आपको इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करके (ITR) आईटीआर विभाग को बताना पड़ेगा वरना आपको कभी भी नोटिस आ सकता हैं।

बचत खाते में कम से कम कितना बैलेंस जमा होना चाहिए?

बचत खाते में हर बैंक की न्यूनतम सिमा अलग-अलग होती हैं और यह समय के अनुसार बदलती रहती हैं जैसे कि कुछ बैंक में यह राशि 1000 होती हैं तो कुछ बैंक में यह राशि 3000 से 5000 के बीच होती हैं।

यदि आप अपने एकाउंट में इससे कम राशि रखेंगे तो आपको बैंक में चार्ज देना पड़ेगा यदि आपके एकाउंट में पर्याप्त बैलेंस नहीं हैं तो जब भी आप अपने एकाउंट में पैसे डालेंगे तो बैंक द्वारा आपके खाते से पैसे काट लिए जाएंगे।

2. चालू खाता (Current Account)

यह खाता केवल बड़े -बड़े बिजनिस मेनो के लिए होता हैं इस खाते की केवल यह खासियत हैं कि व्यापारी इस खाते में से दिन में कितनी बार ही अपने खाते में से पैसे निकाल सकते हैं और जितनी बार पैसे निकालना चाहते हैं।

उतनी बार पैसे निकाल सकते हैं इसमें  निकालने और जमा करने के पैसे नहीं लगते हैं और न ही चालू खाते वालो के लिए कोई ब्याज नहीं मिलता हैं लेकिन चालू खाते वालो के लिए पासबुक ,एटीएम ,चेकबुक नेटबैंकिंग इत्यादि सुविधाएँ होती हैं।

चालू खाता किसके लिए खोला जा सकता है?

चालू खाता के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट

व्यक्तिगत रूप से चालू खाता खोलने के लिए आपको आवेदन फॉर्म के साथ साथ निम्नलिखित डॉक्यूमेंट जमा करने की जरूरत पड़ती है।

एचयूएफ (HUF) के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट

HUF (हिन्दू अविभक्त परिवार) को निम्नलिखित डॉक्युमेंट और विवरण अपने खुद के हस्ताक्षर से प्रमाणित मतलब self-attested करके जमा करनी होती है।

एकल स्वामित्व फॉर्म के लिए जरूरी  डॉक्यूमेंट

एकल स्वामित्व वाली फ्रॉम या एचयूएफ के स्वामित्व वाली फ्रॉम को निम्नलिखित डॉक्यूमेंट और अपने हस्ताक्षर से प्रमाणित फोटोकॉपी जमा करनी होेंगी।

उस फर्म के नाम पर सरकारी प्राधिकरण (रजिस्ट्रेशन विभाग या लाइसेंस विभाग की ओर से जारी कम से कम दो दस्तावेज)।

दोनों में संस्था का नाम और पता प्रमाणित होना चाहिए।
फर्म के मालिक के पासपोर्ट साइज के रंगीन फोटोग्राफ जो हाल ही में खिंचाए गए हों।

फर्म के स्वामी का पैन नंबर और निवास का पता दर्शाने वाला प्रमाणपत्र अगर खाते के संचालन के लिए पावर आफ अटार्नी दी गई हो तो पावर आफ अटॉर्नी की फोटोग्राफ, पहचान प्रमाण और एड्रेस प्रूफ भी जमा किए जाने चाहिए।

साझेदारी फॉर्म के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट

साझेदारी में खुली या संचालित हो रहे फॉर्म के लिए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट और डिटेल जमा किए जाने चाहिए। सभी दस्तावेज आवेदक के खुद के हस्ताक्षर से प्रमाणित (Self Attested) होने चाहिए।

चालू खाते के लाभ

चालू खाते के दुष्परिणाम

बचत खाते और चालु खाते में अंतर

बचत खाताचालू खाता
Saving Account आम लोगों के लिए बनाया जाता हैं जो लोग अपने बचत किए गए पैसे सेव रखना चाहते हैं जिसमें उन्हें कुछ ब्याज भी मिलता हैं और जरूरत पड़ने पर वो अपने पैसे निकाल भी सकते हैं।Current Account बिजनिस करने वाले के लिए बनाया गया हैं जो लोग व्यापार करते हैं उनके लिए करंट एकाउंट एकदम सही हैं।
चालू खाता विद्यार्थियों और जॉब वाले लोगों के लिए सही होता हैं।Current Account में पैसों का लेनदेन रोजाना और बड़े पैमानों पर होता हैं।
बचत खाता में आपको हर साल 3% से 5% के बीच में ब्याज दिया जाता हैं।चालू खाता में किसी भी प्रकार का (Interest) ब्याज नहीं मिलता हैं।
सेविंग अकॉउंट में बैंक के अनुसार ट्रांजेक्शन लिमिट होती हैं।करंट एकाउंट में ट्रांजेक्शन की लिमिट नहीं होती हैं क्योंकि इसमें आपको बड़े पैमाने पर पैसों का लेनदेन करना होता हैं।
सेविंग एकाउंट में आपको मिनिमम राशि कम लगती हैं।करंट एकाउंट में आपको मैक्सिमम राशि ज्यादा रखनी पड़ती हैं।

3. सावधि खाता (Fixed deposit)

सावधि जमा खाता म्युचअल फंड खाते की तरह हैं इस खाते में आप अपने साल भर के बचाये गए पैसे सावधि जमा खाते में जमा कर सकते हैं यह खाता FD हैं

इस खाते में केवल आप 1 वर्ष के लिए या 2 वर्ष से 10वर्ष  से भी अधिक वर्षो के लिए होता हैं यदि आप इस खाते में आप पैसे जमा करते हैं और आप ने 2 वर्ष के लिए FDखुलवाया हैं और आप ने 2 वर्ष के अंदर आप FDतुड़वा लेते हैं तो आप को बैंक में चार्ज लगता हैं

यदि नहीं तुड़वाते हैं तो आप को बैंक में कोई चार्ज नहीं लगता हैं यदि आप FD को 2 वर्ष पूर्ण हो जाते हैं तो आप पैसे निकलवा सकते हैं और FDपूर्ण हो जाने के बाद आप को ब्याज भी मिलता हैं।

सावधि जमा खाते की 6 विशेषताए

  1. सावधि जमा खाते का मुख्य उद्देश्य व्यक्तियों को उनके अतिरिक्त धन पर ब्याज की उच्च दर अर्जित करने में सक्षम बनाना है।
  2. राशि केवल एक बार जमा की जा सकती है। इस तरह के जमा के लिए, अलग-अलग खातों को खोलने की जरूरत है।
  3. कस्टमर को जमा की गई राशि पर रसीद दी जाती है।
  4. इस योजना के अनुसार, एफडी खाते पर जमाकर्ता द्वारा मासिक आधार पर या त्रैमासिक आधार पर ब्याज दिया जाता हैं। इसे बचत खाते में जमा किया जाता है।
  5. पुनर्निवेश योजना के लिए, ब्याज को त्रैमासिक आधार पर मूल राशि से जोड़ा जाता है।
  6. आयकर अधिनियम, 1961 के अनुसार लागू होने पर सावधि जमा पर ब्याज से, स्रोत पर कर काटा जाता है।

4. आवर्ती खाता (Recurring deposit)

आवर्ती खाते में हम एक निश्चित समय के पश्चात पैसे जमा करते है और एक निश्चित समय के पश्चात पैसे निकलते है जिससे पैसे जमा करने पर अच्छा व्याज भी मिलता है

जैसे हम समावधि खाते में एक बार में पैसे जमा करके एक निश्चित समावधि के बाद पैसे निकलते है

लेकिन आवर्ती खाते में हम पैसे आवर्ती रूप से जमा करते है अर्थात हर महीने या हर दो महीने में पैसे जमा करते रहते है और एक निश्चित समय के बाद निकलते है

इससे हमारे पैसे भी इक्क्ठे होते है और हमे अच्छा व्याज भी मिल जाता है

यह खाता RD खाते के नाम से भी जाना जाता हैं, RD खाता आप बैंको या डाक घर में खुलवा सकते हैं

आवर्ती खाता खुलवाने के लिए आपको पहले एक बचत खाता या चालू खाता खुलवाना जरूरी होता है क्योकि यदि आप चाहे तो अपने बचत या चालू खाते से भी नियमित रूप से एक निश्चित समयावधि के बार पैसे आवर्ती कहते में स्वतः भेज सकते है

उदाहरण के लिए अपने एक हजार रूपये महीने का एक आवर्ती खाता एक साल के लिए खोला तो आप प्रत्येक महीने उस आवर्ती खाते में एक हजार रूपये जमा करेंगे जो आप बैंक जाकर जमा कर सकते है या फिर अपने बचत कहते से ट्रांसफर कर सकते है

एक साल तक पैसे जमा करने के बाद आपके आवर्ती खाते में आपका मूल मतलब बारह हजार रूपये और आवर्ती खाते पर मिलने वाला व्याज आपको एक साथ आवर्ती खाता बंद करने पर मिलेगा

आशा है ऊपर दी गयी खाता क्या है, खाते के प्रकार और लाभ की जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

यदि बैंक खाते से सम्बन्धित कोई भी प्रश्न है तो कमेंट में जरूर पूछे हमे आपके प्रश्न का जवाब देने में ख़ुशी होगी

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