UPS क्या है इसके प्रकार, लाभ और हानि

यदि आप कंप्यूटर का उपयोग करते हैं तो आपको UPS की जानकारी होना आवश्यक है इसलिए इस पेज पर हमने UPS से संबंधित समस्त जानकारी विस्तार में शेयर की है।

पिछले पेज पर हमने कंप्यूटर के महत्वपूर्ण पार्ट CPU की जानकारी शेयर की है जिसको जरूर पढ़े।

यदि आपको UPS के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता तो इस पेज पर इसकी समस्त जानकारी पढ़कर समझिए।

UPS क्या हैं

UPS एक ऐसी मशीन है जिसका इस्तेमाल जब कंप्यूटर में मुख्य पावर सप्लाई बंद हो तब किया जाता है UPS के अंदर एक Battery होती है, जो कंप्यूटर को 20-30 मिनट तक Power Supply देती है।

इससे हमें यह फायदा होता है कि अगर मुख्य पावर सप्लाई बंद हो जाती है तो भी हम कंप्यूटर को सही तरीके से बंद कर सकते हैं और अगर आपका Computer बिजली के ऊपर चलता है, तो जब बिजली चली जाती है तब आपका कंप्यूटर भी सही तरीके से बंद नहीं हो पाता।

यूपीएस एक ऐसा Device है जो कंप्यूटर को मुख्य पावर सप्लाई के बंद हो जाने पर थोड़ी देर तक कंप्यूटर को चालू रहने की सुविधा प्रदान करता है इसके साथ ही यूपीएस कंप्यूटर को बिजली के हाई वोल्टेज से भी बचाता है।

UPS तब काम करना शुरू करता है जब आपके कंप्यूटर का संपर्क बिजली से खो जाता है और यह आपको इतना समय देता है कि आप अपने Documents को सुरक्षित कर सकें।

अगर कंप्यूटर को लगातार Power Supply नहीं मिल रही है तो उससे नुकसान हो सकता है। आमतौर पर ups को वहां इस्तेमाल किया जाता है।

जहां पर कंप्यूटर डाटा, कम्युनिकेशन इक्विपमेंट और इलेक्ट्रिकल डिवाइस होते हैं और जहां पर पावर सप्लाई बंद हो जाने पर नुकसान होने की संभावना होती है।

UPS एक Hardware डिवाइस है, जो कंप्यूटर को, टेलीकम्युनिकेशन उपकरण और अन्य बिजली उपकरण को अप्रत्याशित पावर डिस्टरबेंस से बचाता है।

यूपीएस को कंप्यूटर से Connect करने के लिए इसे कंप्यूटर से जोड़ना होता है और इसके बाद इसके Switch को On रखना होता है जिससे यह चार्ज होता रहेगा दुनिया का सबसे बड़ा UPS, Fairbanks Alaska में है और वह यूपीएस 46 मेगावाट का है।

UPS का Full form

UPS का फुल फॉर्म Uninterruptible Power Supply होता है।

UPS का हिंदी में मतलब अबाधित विद्युत आपूर्ति होता है।

UPS की खोज “John J. Hanley” ने की थी।

यूपीएस के कार्य

  • यूपीएस कंप्यूटर सिस्टम में क्षति होने से सुरक्षा प्रदान करता हैं।
  • यूपीएस शार्ट सर्किट (Short Circuit) से हमारे कंप्यूटर को बचाता हैं।
  • बिजली कट जाने पर यूपीएस कंप्यूटर को Power Supply प्रदान करता हैं।
  • UPS एक प्रकार से अस्थिर सोर्स से Power को नियंत्रित करता हैं।
  • यूपीएस कंप्यूटर को सही ढंग से बंद करने और कंप्यूटर को बैटरी देने में सक्षम हैं।
  • UPS Computer System में अकुशल स्थितियों में अलर्ट भी देता हैं।

UPS के प्रकार

आमतौर पर UPS 3 प्रकार के होते है।

1. Stand By UPS

इस यूपीएस का इस्तेमाल अपने पर्सनल कंप्यूटर के लिए किया जाता है।

यह यूपीएस जब हमारे कंप्यूटर का मेन पावर सप्लाई बंद हो जाता है तब अपना पावर सप्लाई चालू करता है और हमारे कंप्यूटर को कार्य करने लायक बनाए रखता है।

2. Line Interactive UPS

यह UPS Stand by UPS से थोड़ा सा अलग होता है। यह यूपीएस लाइन इंटरएक्टिव यूपीएस हाई और लो वोल्टेज के समय बराबर वोल्टेज देता है। यह Inverter दो प्रकार से काम करता है।

जब मुख्य पावर होता है तो यह बैटरी को Charge करने का काम काम करता है और वोल्टेज को रेगुलेट करता है और जब मुख्य पावर बंद हो जाता है तब यह Normal Inverter की तरह अपना काम करता है।

3. Delta Conversion On-line

Double Conversion यूपीएस को और Improve करके Delta Conversion यूपीएस को बनाया गया है।

इस यूपीएस में डबल कन्वर्शन में पाई जाने वाली कमियों को दूर किया गया है।

डेल्टा कन्वर्जन टेक्नोलॉजी Starting और Ending point के बीच में पैकेज उठाकर के Energy को संग्रहित करती है। यह लाइन यूपीएस के Voltage को सही तरीके से सप्लाई देती है।

UPS के Parts

यूपीएस के कुछ मुख्य Parts होते है आइये उनके बारे में जानते है।

1. Rectifier

Rectifier का उपयोग Battery को चार्ज करने के लिए किया जाता है और यह इनवर्टर के Circuit में फिट होता है।

इसका मुख्य काम अल्टरनेटिव करंट को डायरेक्ट करंट में बदलना होता है।

2. Battery

बैटरी का इस्तेमाल पावर को Store करने के लिए किया जाता है जिससे जब मेन पावर सप्लाई बंद हो जाता है तब इसका इस्तेमाल किया जाता है।

यह बैटरी Lead-Acid या जरूरत के हिसाब से किसी भी प्रकार की हो सकती है। बैटरीया दोबारा चार्ज की जा सकती हैं।

3. Inverter

इनवर्टर Load लेने के लिए आने वाले डीसी सप्लाई को एसी सप्लाई में बदल देता है।

इनवर्टर एक आउटपुट sinvave होता है जो डीसी को कांस्टेंट फ्रीक्वेंसी और एंप्लीट्यूड के एसी में परिवर्तित करता है।

Static Switch or Transfer Switch

पावर के केंद्र को ट्रांसफर करने के लिए एक स्टैटिक स्विच अथवा Transfer Switch की आवश्यकता पड़ती है।

इस ऑपरेशन का समय बहुत ही तेज होता है। आमतौर पर 10 मिली सेकंड के अंदर Switching करने वाले स्विच का इस्तेमाल किया जाता है।

UPS के लाभ

  • UPS का सबसे पहला लाभ यही हैं कि ये आपके Computer में प्रवाहित होने वाली Power को नियंत्रित करता हैं।
  • UPS की सबसे खाश बात यह हैं कि Power के Cut होने के बाद भी यह कुछ समय तक लगातार काम करता रहता हैं और Power Backup प्रदान करता हैं।
  • यूपीएस आपके कंप्यूटर को Current Fluctuation से होने वाली हर तरह की हानि से बचाता हैं इसके लिए ये कंप्यूटर में आने जाने वाली विधुत को Control करता हैं।
  • यह आपके कंप्यूटर को एक संतुलित विधुत को प्रवाहित करता हैं।
  • यूपीएस आपके कंप्यूटर को एक निश्चित करंट देता है जिससे यह आपके कंप्यूटर को बिजली चले जाने पर भी इतना वक्त देता है कि आप अपने Data को सुरक्षित कर सकें।
  • यूपीएस की वजह से Data और Device का Loss नहीं होता हैं।
  • UPS Emergency के समय में बहुत अच्छे Power Source की तरह काम करता हैं।
  • जब हमारे घर की Main Power Off हो जाती हैं तो आप UPS/Inverter के उपयोग से अपने घर कि बिजली के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • कंप्यूटर के अचानक से Shut Down होने से कंप्यूटर का Data Loss होने के पूरे Chances होते हैं यदि आपके कंप्यूटर में UPS हैं तो आप यूपीएस की मदद से डेटा को Save कर सकते हैं और कंप्यूटर को Shut Down भी कर सकते हैं।

पहले जब यूपीएस नहीं था तब लोग हमेशा इसी बात से डरते थे कि अगर कंप्यूटर पर काम करते समय पावर सप्लाई चली जाती है तब उनका डाटा लॉस हो जाएगा परंतु जब से यूपीएस आया है।

तब से इस बात का खतरा नहीं रहता है क्योंकि यूपीएस पावर सप्लाई चली जाने के बाद भी आपके कंप्यूटर को लगातार पावर देता रहता है इससे आपका कोई भी Data Loss नहीं होता है।

UPS की हानियाँ

  • यदि आप Standby UPS का इस्तेमाल करते हैं तो यह थोड़े से महंगे होते हैं।
  • Infrastructure के हिसाब से UPS का इस्तेमाल किया जाता हैं।
  • जितनी बड़ी Infrastructure होती हैं उतनी ही बड़ी और ज्यादा Battery का इस्तेमाल होता हैं।
  • UPS की बैटरी ज्यादा समय तक काम नहीं करती जल्दी ही खराब हो जाती हैं।
  • UPS की बैटरी को समय-समय पर Maintenance की भी जरूरत होती हैं।

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आशा है UPS की जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

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7 thoughts on “UPS क्या है इसके प्रकार, लाभ और हानि”

  1. जब कम्प्यूटर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हों तो क्या यूपीएस को पावर सप्लाई चालू रखना चाहिए या उसे भी बंद कर देना चाहिए।

    Reply
    • Hello Md Arif,
      हमे ख़ुशी है आपको हमारी जानकारी पसंद आयी है और आपके फीडबैक के लिए शुक्रिया

      Reply

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