DBMS क्या है इसके कार्य, कॉम्पोनेन्ट और प्रकार

इस पेज पर आप कंप्यूटर के महत्वपूर्ण टॉपिक DBMS की जानकारी को पढ़कर समझेंगे।

पिछले पेज पर हम कंप्यूटर के टॉपिक Graphic Card की जानकारी शेयर कर चुके है उसे जरूर पढ़े। चलिए अब DBMS की जानकारी को पढ़कर समझते है।

DBMS क्या है

DBMS ऐसा सॉफ्टवेयर है जो किसी भी डाटा को बनाने, मिटाने और कंट्रोल करने का काम करता है।

DBMS का फुलफॉर्म Database management System है।

यह Data और Program के बीच अपना काम करता है। प्रोग्राम पहले डाटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम को Access करता हैं और फिर डाटा को Manage करता है।

इसका इस्तेमाल करने से उपयोगकर्ता और प्रोग्रामर दोनों ही डाटा को कंट्रोल और मैनेज कर सकते हैं और अगर डाटा में कुछ बदलाव करना है तो वह भी आसानी से कर सकते हैं।

इस Software की हेल्प से यूजर अपनी जरूरत के हिसाब से Database से जानकारियों को Store, Modify और Extract कर सकता है। जब डेटाबेस में एक बार वेबसाइट का Data Store हो जाता है तब उसे Manage करना काफी सरल हो जाता है।

शुरुआत में Database की पहुंच एक सीमित दायरे तक थी जिसके कारण केवल Row और Column को ही मैनेज किया जा सकता था परंतु आज रिलेशन डेटाबेस बहुत ही आधुनिक है।

जो यूजर को अलग-अलग टेबल में स्टोर डाटा को मैनेज करने की Permission देता है। Latest Database में यूजर्स विभिन्न प्रकार के डाटा जैसे : Photo, Videos, Animation, Text इत्यादि को स्टोर कर सकते हैं।

DBMS Logical और Physical दोनों डाटा को मैनेज करता है। इसका मतलब यह है कि यूजर कौन से डाटा देख सकता है, कितना डाटा स्टोर है, डाटा कौन से Platform में स्टोर है, यह सब डीबीएमएस की मदद से गोपनीय कर सकते है। इसे इस तरह बनाया गया है जिससे कि हर कोई इसका इस्तेमाल आसानी से कर सकें।

DBMS के कार्य

Create Data : डीबीएमएस में डाटा को Create किया जाता है यानि इसे टेबल में स्टोर किया जाता है।

Manage Data : इसमें डाटा को Manage किया जाता है, जिससे इस्तेमाल करने में आसानी हो।

Update Data : अपनी जरूरतों के हिसाब से डाटा को Update भी किया जाता है।

Delete Data : अतिरिक्त डाटा या बेकार डाटा को Delete किया जाता है।

Backup Data : इसमें एक बार में सभी डाटा का Backup लिया जाता है।

Data Recovery : सिस्टम ख़राब होने पर डाटा को Recover कर लिया जाता है।

डीबीएमएस के कॉम्पोनेन्ट

  1. Tables
  2. Field
  3. Record
  4. Queries
  5. Forms
  6. Reports

डीबीएमएस में सभी डाटा टेबल्स की फॉर्म में सुरक्षित रहता है जो Rows और Columns से मिलकर बनी होती है.Table के अन्दर प्रत्येक Column को Field कहते है जिसके कई भाग होते है।

जैसे स्कूल के बच्चो का नाम, रोल नंबर, अंक, पता आदि टेबल में हर तरह की एंट्री को Record कहते है, जैसे बच्चे का नाम रामू, उसका फ़ोन नंबर, अंक व पता ये सभी रिकॉर्ड है।

Table में से किसी डाटा को जरूरत के मुताबिक निकालने के लिए हम Query का इस्तेमाल करते है जैसे हमे फ़ैल हुए बच्चों के नाम चाहिये, तो इसके लिए हम 33 से कम अंक हासिल करने वाले बच्चो को निकालेगे यह हमारी Query है।

Tables की तरह ही Data को फॉर्म्स में submit किया जाता है।हमारे द्वारा किसी भी डाटा को अलग कागज़ पर print किया जाना Record कहलाता है।

डीबीएमएस के प्रकार

Network Database : Network Database में data record के रूप में होता है जिसमे डाटा के बीच के लिंक को दर्शाया जाता है।

Relational Database : Relational Database में डाटा टेबल्स के रूप में होता है और इसे हम स्ट्रक्चर्ड डेटाबेस के रूप में जानते है।

Hierarchical Database : Hierarchical Database में डाटा को पैरेंट और चाइल्ड के रूप में दिखाया जाता है।

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आशा है DBMS की जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

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