यदि आप मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप का उपयोग करते है तो आपको Software की जानकारी होना आवश्यक है इसलिए इस पेज पर आप Software से सम्बन्धित समस्त जानकारी विस्तार से पढ़ेंगे जिसमें Software क्या है और कितने प्रकार के होते है और Software के लाभ क्या है।
इस आर्टिकल के पहले हमने Motherboard क्या हैं इसके प्रकार और Parts की जानकारी को विस्तार पूर्वक पड़ा यदि अभी तक आपने वह पोस्ट नहीं पढ़ी तो उसे भी Link पर Click करके जरूर पढ़िए और Motherboard के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए।
तो चलिए इस पेज पर Software की जानकारी को पढ़ते और समझते है।
Software क्या है
कंप्यूटर से अपना काम करवाने के लिए हमें कंप्यूटर को यह बताना होता है कि उसे क्या करना है।
इस काम के लिए हम Keyboard के जरिए कंप्यूटर को निर्देश देते हैं और इन निर्देशों को ही सॉफ्टवेयर कहा जाता है इन निर्देशों के समूह को Program भी कहा जाता है।
सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है क्योकि इसी में सारे इंस्ट्रक्शन समाहित होते हैं सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर का वह हिस्सा है जिसे हम सिर्फ समझ और महसूस कर सकते हैं।
हम ना तो इसे देख सकते हैं और ना ही इसे छू सकते हैं यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में होते हैं। अगर आपके कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर खराब हो जाए तो फिर आपका कंप्यूटर कचरे के डिब्बे के अलावा कुछ नहीं होगा।
कंप्यूटर की खोज चार्ल्स बैबेज ने की थी और उन्होंने ही सॉफ्टवेयर की खोज भी की थी।
किसी भी कंप्यूटर में Hardware को सॉफ्टवेयर ही ऑपरेट करता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंप्यूटर के अलावा आपके स्मार्टफोन में भी सॉफ्टवेयर होता है और अगर आपके स्मार्टफोन का सॉफ्टवेयर खराब हो जाए तो आपका स्मार्टफोन भी केवल एक डब्बा बनकर रह जाएगा जिसे आप कोई निर्देश नहीं दे पाएंगे और वह अपने आप उल्टे सीधे काम करने लगेगा।
उदाहरण के तौर पर अगर आपके कंप्यूटर अथवा स्मार्ट फोन का सॉफ्टवेयर खराब हो गया है और अगर आप अपने कंप्यूटर में कोई पिक्चर देखना चाहते हैं।
तो आपका कंप्यूटर अथवा स्मार्ट फोन आपको पिक्चर की बजाय फोटो या किसी अन्य फाइल में बार-बार ले जाएगा और आप जो भी बटन दबाएंगे, आपका कंप्यूटर अथवा स्मार्ट फोन उसके उल्टा ही काम करेगा।
हमें उम्मीद है कि अब तो आप यह समझ ही गए होंगे कि आखिर सॉफ्टवेयर होता क्या है और इसके खराब होने से क्या होता है।
चलिए अब हम आपको यह बताते हैं कि सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं।
Software के प्रकार
Software 3 प्रकार के होते हैं।
- System software
- Application software
- Utility software
1. System software
यह Software Program का वह ग्रुप है जो कि कंप्यूटर के भौतिक विभाग और सॉफ्टवेयर को कंट्रोल करता है यह कंप्यूटर इस्तेमाल करने वाले और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच कांटेक्ट बनाता है।
यह सॉफ्टवेयर ज्यादातर कंप्यूटर बनाने वाली कंपनियां द्वारा ही डिजाइन किया जाता है। इस प्रकार के सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट में Low Level भाषा में लिखे गए प्रोग्राम ही शामिल होते हैं। यह बहुत ही बेसिक लेवल पर हार्डवेयर के साथ इंटरेक्ट करते हैं।
System Software, System के बहुत ही करीब होता है और इसकी Speed भी तेज होती है। इसे डिजाइन करना काफी मुश्किल होता है और इसे समझना भी मुश्किल होता है। यह आकार में बहुत ही छोटा होता है और इसका मैनिपुलेशन भी मुश्किल है।
इसे Low Level language में लिखा जाता है, जिसे समझना हर किसी के बस की बात नहीं होती System सॉफ्टवेयर के बिना Computer खुद भी नहीं चल सकता और न ही उससे जुड़ा कोई hardware जैसे Input और Output डिवाइस काम कर सकता है।
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2. Application software
Application Software को किसी खास वातावरण की विशेष आवश्यकता को पूरा करने के लिए डिजाइन किया जाता है कंप्यूटर में बनाए गए सभी सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के लिस्ट में आते हैं।
Application Software User से Close होता है। इस सॉफ्टवेयर को डिजाइन करना आसान होता है और यह अधिक इंटरएक्टिव होता है परंतु यह स्पीड में धीमे होता है।
आमतौर पर यह हाई लेवल लैंग्वेज में लिखा जाता है और इसे समझना आसान होता है। इसका इस्तेमाल करना और हेरफेर करना भी आसान है। यह Size में बड़ा होता है और इसे अधिक स्पेस की आवश्यकता होती है।
Application Software के Example
- Payroll Software
- Student Record Software
- Inventory Management Software
- Income Tax Software
- Railways Reservation Software
- Microsoft Office Suite Software
- Microsoft Word
- Microsoft Excel
- Microsoft PowerPoint
3. Utility Software
यह Software Computer System और सॉफ्टवेयर की मरम्मत के लिए बनाए जाते हैं। इस प्रकार के सॉफ्टवेयर प्रोग्राम में एडिटिंग करने और उनकी गलतियों को सुधारने के काम आते हैं।
इन सॉफ्टवेयर की हेल्प से हम कंप्यूटर की मेमोरी को अधिक फास्ट बना सकते हैं। इनमें कई सॉफ्टवेयर शामिल होते हैं जेसे कि – File Management Tool, Disk Management Tool, Virus Scanner, Antivirus Programme ETC.
Utility सॉफ्टवेयर क्यों जरूरी हैं
बिना सॉफ्टवेयर के आपका स्मार्ट फोन और कंप्यूटर अच्छे से काम ही नहीं कर पाएगा क्योंकि आपके स्मार्ट फोन और कंप्यूटर को काम करने के लिए जो दिशा निर्देश दिए जाते हैं वह सॉफ्टवेयर में ही संग्रहित होते हैं।
अगर आपके कंप्यूटर अथवा स्मार्ट फोन का सॉफ्टवेयर खराब हो जाता है या उसमें कोई Error आता है तो आपका डिवाइस सही ढंग से काम नहीं करेगा और आप अपने डिवाइस को जो भी इंस्ट्रक्शन देंगे।
वह उसके उल्टा ही करेंगे और कई बार तो ऐसा होता है कि कंप्यूटर और स्मार्ट फोन अपने आप ही तेजी से एक के बाद एक फाइल खोलते और बंद करते रहते हैं।
ऐसा सॉफ्टवेयर में Error अथवा खराबी आने के कारण ही होता है। इसीलिए कंप्यूटर और स्मार्टफोन तथा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अच्छे से काम करें।
इसके लिए उसके अंदर काफी सावधानी से सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जाता है। अब तो सॉफ्टवेयर बनाना काफी आसान हो गया है।
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Conclusion :
उम्मीद करते हैं कि आपको Software क्या है और कितने प्रकार के होते है? ये पोस्ट पसंद आई होंगी।
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