Internet की परिभाषा, लाभ, हानि और विशेषताएँ

आज की दुनिया में Internet का उपयोग तो सभी लोग कर रहे हैं लेकिन बहुत से लोगों को इंटरनेट के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं हैं इसलिए इस पेज पर हमने इंटरनेट की परिभाषा, लाभ, हानि और विशेषताएँ की जानकारी शेयर की है।

पिछली पोस्ट में हम Software की जानकारी शेयर कर चुके है उसे जरूर पढ़े। चलिए इस पेज पर इंटरनेट की जानकारी को पढ़कर समझते है।

Internet क्या है

Internet नेटवर्किंग का महा जाल होता हैं जिसमें बहुत से डिवाइस एक साथ कनेक्ट कर सकते हैं यह दुनिया का सबसे बड़ा और व्यस्त नेटवर्क हैं।

सबसे पहले तो आपको बता दे की इंटरनेट को हिंदी भाषा में अंतर जाल कहाँ जाता हैं। इंटरनेट को अगर सीधी भाषा में समझे तो बहुत सारे कंप्यूटर को आपस में जोड़ना ही इंटरनेट हैं।

जब सभी कंप्यूटर एक साथ जुड़ जाते हैं तो यह एक विशाल जाल का हिस्सा बन जाते हैं जिसे Global Network कहते हैं और इस नेटवर्क से जुड़े कोई भी कंप्यूटर की जानकारी हम किसी भी कंप्यूटर पर कभी भी भेज या प्राप्त कर सकते हैं।

सभी कंप्यूटर जो आपस में जुड़े रहते हैं उनकी अपनी अलग पहचान होती हैं जिसको हम IP Address (Unique Identity) के नाम से जानते हैं IP Address गणितीय संख्याओं का एक Unique Set होता हैं जो उस कंप्यूटर की लोकेशन को बताता हैं।

IP Address को DNS (Domain Name Server) द्वारा एक नाम दिया जाता हैं जो उस IP Address को रिप्रेजेंट करता हैं।

जैसे :- जब हम किसी वेबसाइट को अपने कंप्यूटर में देखना चाहते है तो URL BAR में वेबसाइट का पता मतलब Domain name डालते है (जो कि htips.in की तरह होता है) और खोज चालू करते है।

अब कंप्यूटर के IP Address के द्वारा Server को खबर दी जाती है कि इस कंप्यूटर को इस Domain Name से Website को देखना है और Server उस IP Address वाले Computer में वह Website दिखता है।

इस तरह इंटरनेट के प्रमुख हिस्से कंप्यूटर, सर्वर, डोमेन नाम और वेबसाइट होती है जिसकी मदद से इंटरनेट उपयोगी होता है।

Internet की परिभाषा

इंटरनेट विश्व के सभी कंप्यूटर के जुड़ने के बाद बना बहुत ही बड़ा नेटवर्क हैं इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में कनेक्ट करके किसी भी प्रकार के डाटा को भेज सकते हैं और रिसीव भी कर सकते हैं।

जब कुछ कंप्यूटर को आपस में जोड़ा जाता हैं जो उसे नेटवर्क बोलते हैं इस नेटवर्क में हर तरह की मीडिया फाइल्स को ट्रांसफर करने के लिए TCP/IP Address की जरूरत पड़ती हैं इसके जरिए हम किसी भी कंप्यूटर पर कुछ भी भेज सकते हैं।

इस IP Address को डोमेन नाम दिया गया हैं हम किसी की वेबसाइट को ओपन करते हैं और पढ़कर उस वेबसाइट को बंद कर देते हैं यहाँ तक कि कंप्यूटर को भी स्विच ऑफ कर देते हैं लेकिन जब भी आप उस वेबसाइट को द्वारा खोलते हैं तो अपने आप खुल जाता हैं।

कंप्यूटर वेबसाइट को स्टोर करते हैं उसे ही Web Hosting या Server कहाँ जाता हैं। Server ऐसे कंप्यूटर होते हैं जो 24*7 ही चालू रहते हैं।

Internet का इतिहास

इंटरनेट की शुरुआत 1969 में हुई थी पहली बार 1969 में एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर में जोड़कर नेटवर्क तैयार किया गया था।

इन नेटवर्क को कनेक्ट करके मैसेज Send किया गया था और यह सफलतापूर्वक Send हो गया तभी से नेटवर्क विकसित हो गया और दिन पर दिन विकसित होता गया।

आज 5G नेटवर्क का युग चल रहा हैं यह आगे भी ऐसे ही विकास करेगा तो चलिए इंटरनेट की शुरुआत से लेकर अब तक के सफर से संबंधित कुछ बिंदु को पढ़ते हैं।

  • पहली बार Internet ने “Arpanet” के नाम से प्रोजेक्ट शुरू किया था।
  • “Arpanet को सीक्रेट रूप से War के बीच मैसेज भेजने के लिए बनाया गया था।
  • सन 1969 में अमेरिकन डिफेंस डिपार्टमेंट ने “Advance Research Project Agency Network” नाम से Develop किया।
  • वर्ष 1972 में पहली बार Retamolins ने Email Send किया था तब से ईमेल भेजना चालू हुआ और आज इतना फेमस हो गया।
  • 1979 को पहली बार ब्रिटिश पोस्ट ऑफिस में टैक्नोलॉजी के रूप में इंटरनेट का इस्तेमाल किया गया।
  • 1984 तक लगभग इस नेटवर्क में 1000 कंप्यूटर जुड़ गए थे।
  • 1986 को इंटरनेट को “NSFNET” नाम दिया गया और आज पूरे विश्व में Internet इतना फेमस हो गया कि बना इंटरनेट के कोई रहना ही नहीं चाहता।

भारत देश में Internet की शुरुआत कब हुई

15 अगस्त 1995 में सबसे पहले भारत में इंटरनेट की शुरुआत हुई। भारत में VSNL (Videsh Sanchar Nigam Limited के द्वारा Internet Service की शुरुआत की गई।

  • भारत में 1986 को ERNET के Launch के साथ इंटरनेट की शुरुआत हुई थी लेकिन यह सुविधा सिर्फ Eduacational and Research Community को थी।
  • VSNL के द्वारा 1995 में इस Service को Publicly लांच किया गया।
  • 1996 में भारत देश में पहली बार ईमेल साइट बनी जिसका नाम Rediffmail रखा था।
  • 1996 में ही सबसे बड़ा नेट कैफे मुंबई में खोला गया।
  • 1997 में Naukri.com नाम की साइट बनाई जिसके बारे में तो आप जानते ही होंगे।
  • वर्ष 2000 में Amazon India, MSN, Yahoo जैसी बड़ी वेबसाइट की शुरुआत हुई थी।
  • वर्ष 2001 में भारतीय रेल विभाग की तरफ से Online train की वेबसाइट को जारी किया।

इंटरनेट किसने बनाया था

US Department of Defense ने Arpanet प्रोजेक्ट के जरिए Internet की नींव रखी थी इस प्रोजेक्ट को Develop के लिए Robert Taylor और Lawrence रॉबर्ट्स ने मुख्य रूप से अपना योगदान दिया और इंटरनेट को सफलतापूर्वक सर्वर तैयार किया।

1969 में ARPANET के द्वारा पहली बार Email Sand किया गया था जिसके लिए कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लियोनार्ड कलेरॉक के लेबोरेट्री से दूसरे नेटवर्क को स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट को जोड़कर नेटवर्क की रचना की थी।

Internet के जनक Robert E. Kahn और Vint Cerf हैं, 1970 ईस्वी में TCP/IP को Robert E. Kahn और Vint Cerf ने डेवलोपमेन्ट किया था जो कि बाद में Standard Internet Protocol बन गया।

इंटरनेट कैसे काम करता हैं

Internet के जरिए कंप्यूटर आपस में जुड़े रहते हैं Computer को इंटरनेट से जोड़ने के लिए हमें (इंटरनेट सेवा प्रदाता) Internet Service Provider से इंटरनेट कनेक्शन लेना पड़ता हैं। पूरी दुनिया के सर्वर केवल के द्वारा एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं।

पहले उपग्रह के द्वारा इंटरनेट कनेक्शन चलता था लेकिन इसमें डाटा बहुत स्लो चलता था अब वो तकनीकी बहुत पुरानी हो गई हैं हमारे इंजीनियर्स के द्वारा नई तकनीकी खोजी हैं जिसे आज हम Fast Internet यूज कर रहे हैं जिसे फाइबर ऑप्टिकल केवल कहाँ जाता हैं।

एक सर्वर होता हैं जिस पर दुनिया की सभी जानकारी सेव रहती हैं और Internet Service Provider होता हैं जो सर्वर से जानकारी को भेजता हैं जो हमारे PC या मोबाइल के Browser पर हम किसी भी प्रकार की जानकारी को सर्च करते हैं।

जब हम अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर अपने ब्राउजर में कोई भी प्रकार की जानकारी या वीडियो सर्च करते हैं तो सबसे पहले Internet Service Provider के पास Request जाती हैं।

यह नेट प्रोवाइडर सर्वर पर सर्च करता हैं इसके बाद सर्वर आपके द्वारा सर्च की गई जानकारी को इंटरनेट प्रोवाइडर को भेजता हैं और इंटरनेट प्रोवाइडर उस जानकारी को हमारे पास भेजता हैं पढ़ने में यह प्रक्रिया कितनी बड़ी लग रही हैं लेकिन इसमें कुछ ही सेकण्ड में आपको सर्च की हुई जानकारी मिल जाती हैं।

इंटरनेट का उपयोग

जब इंटरनेट की शुरुआत हुई थी तब इसका उपयोग सिर्फ वैज्ञानिक द्वारा किया जाता था वैज्ञानिक इंटरनेट के माध्यम से एक दूसरे को रिसर्च पेपर तथा अन्य सूचनाएं भेजते थे।

फिर धीरे-धीरे इंटरनेट का विकास होता गया और इसमें और नई-नई तकनीक को जोड़ा गया और आज इंटरनेट इतना फ़ेमस हो गया कि इसके बिना अब कोई काम सम्भव ही नहीं हैं।

Internet के बिना तो दिन की शुरुआत ही नहीं होती यह हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी हो गया हैं जिसके बिना रहना अब नामुमकिन हैं। Internet के माध्यम से बहुत से काम किए जाते हैं जो नीचे दिए गए है तो ध्यान से पढ़िएगा।

1. संप्रेषण के लिए :- इंटरनेट के जरिए हम अपने दोस्तों रिश्तेदारों से आपस मे कनेक्ट रहते हैं जब मन होता तुरंत मैसेज, ईमेल, या व्हाट्सएप चेटिंग करके बात कर सकते हैं।

2. Information सर्च करने में :- इंटरनेट के माध्यम से हम किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं यदि आप गवर्मेन्ट जॉब की तैयारी कर रहे हैं तो गूगल पर बहुत सी वेबसाइट हैं जो गवर्मेन्ट जॉब की पोस्ट बनाती हैं आप ऑनलाइन उन पोस्ट को पढ़कर परीक्षा पास कर सकते हैं।

3. शिक्षा के क्षेत्र में :- पहले के समय में इंटरनेट की सेवा नहीं थी तो स्टूडेंट्स सिर्फ किताबों से पढ़ाई किया करते थे लेकिन जब से Internet चालू हुआ है तो इसका इस्तेमाल हर एक स्टूडेंट कर रहा हैं किसी भी छात्रों को किसी भी टॉपिक के बारे में बता करना होता हैं तो तुरंत Google पर सर्च करके बता कर सकता हैं।

4. चिकित्सा के क्षेत्र में :- मेडिकल के क्षेत्र में भी Internet का इस्तेमाल किया जाता हैं इंटरनेट के माध्यम से लोगों को बहुत फायदा हुआ हैं इंटरनेट की वजह से हॉस्पिटल के हर मरीज का रिकॉर्ड अब ऑनलाइन रखा जाता हैं।

हाई स्पीड इंटरनेट का इस्तेमाल करके अमेरिका में रहने वाला डॉक्टर भारत में रहने वाले मरीज का ऑपरेशन कर सकता हैं उसका पूरा श्रेय इंटरनेट कनेक्शन को ही जाता हैं।

5. नेट बैंकिंग के क्षेत्र में :- पहले पैसे जमा करने और निकालने के लिए बैंक की लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता था जिससे बहुत प्रॉब्लम होती थी समय भी बर्बाद होता था लेकिन जब से इंटरनेट की शुरुआत हुई है तो सभी लोग इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं और बहुत काम घर बैठे ही करते हैं।

इंटरनेट के लाभ

आज के समय मे इंटरनेट की मदद से लोगों को बहुत फायदे हो रहे हैं इंटरनेट ने लोगों को बहुत सी सुख-सुविधाएँ प्रदान की हैं इंटरनेट में नॉलेज का भंडार छुपा हुआ हैं इंटरनेट की मदद से घर बैठे बहुत से काम हो जाते हैं नीचे कुछ इंटरनेट के फायदों के बारे में बताया गया हैं तो ध्यान से पढ़िएगा।

(a). इंटरनेट की मदद से हम व्हाट्सएप, फेसबुक, इस्टाग्राम, पर अपने फ्रेंड्स से घण्टो बात कर सकते हैं उन्हें वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं, वॉइस मैसेज भेज सकते हैं, ऑनलाइन रह कर अपने दोस्तों से हमेशा कनेक्ट रहते हैं।

(b). Internet के जरिए हम ऑनलाइन गवर्मेन्ट जॉब की पढ़ाई भी कर सकते हैं बहुत से लोग स्टडी की वेबसाइट बनाते हैं उन वेबसाइट की पोस्ट को पढ़कर हम गवर्मेन्ट जॉब की तैयारी भी कर सकते हैं।

(c). इंटरनेट के जरिए हम घर बैठे ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं बहुत सी कंपनी हैं जो ऑनलाइन शॉपिंग करती हैं।

जैसे :- Amazon, Flipkart, Snapdeal, ETC.

(d). आप नेट के जरिए मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप में ऑनलाइन Movies, Video, MP3 Songs आदि देख सकते हैं जो आपके इंटरटेनमेंट का साधन हैं।

(e). Internet की मदद से हम घर बैठे ऑनलाइन गैस बिल, बिजली बिल, क्रेडिट कार्ड बिल, DTH बिल, मोबाइल बिल, टिकिट बुक आदि कर सकते है।

इंटरनेट से हानि

दोस्तों कोई भी चीज हो उसके फायदे और नुकसान दोनों होते हैं वैसे ही इंटरनेट हैं जिसके जिसके फायदे तो ज्यादा है लेकिन नुकसान कम है उन्हीं नुकसानों के बारे में आपको बताऊंगी तो ध्यान से जरूर पढ़िएगा।

(a). कुछ व्यक्ति इंटरनेट को दिन रात चलाते रहते हैं जिसकी वजह से उनको मोबाइल की लत लग जाती हैं फिर उन्हें किसी से मतरब नहीं रहता वैसे लोग अपने आप में खोए रहते हैं।

(b). कभी कुछ लोग किसी की गलत इन्फॉर्मेशन फैला देते हैं जो इंटरनेट के जरिए बहुत जल्दी फैल जाती हैं यह भी बहुत नुकसान दायक हैं।

(c). सोशल मीडिया में सभी लोग अपनी फोटो और बहुत से जानकारी दाल देते हैं जिससे कई लोग इसका गलत फायदा उठाते हैं वो हमारे लिए बहुत ही हानिकारक हो सकता हैं।

(d). सोशल मीडिया साइट्स और ग्रुप में एकाउंट को एक्सेस करके बुरे मैसेज को छोड़ दिया जाता हैं यह मैसेज ऐसे होते हैं जो समाज पर बुरा असर डालते हैं।

FAQ

Q.1 इंटरनेट का जनक कौन है?


Ans. विंट सेर्फ़ को इंटरनेट का जनक माना जाता है।

Q.2 इंटरनेट का पूरा नाम क्या है?


Ans. Interconnected Network 

Q.3 इंटरनेट की खोज कब हुई थी?


Ans. 29 अक्टूबर, 1969

Q.4 भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई ?


Ans. शुरुआत 15 अगस्त 1995 मे हुई।

Q.5 भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई थी?


Ans. भारत में पहली सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट सेवा 15 अगस्त 1995 

Q.6 इंटरनेट का अर्थ क्या होता है?


Ans. एक ऐसा नेटवर्क है जो किसी संपूर्ण देश अथवा महाद्वीपों के पार फैला होता है। 

Q.7 इंटरनेट के कितने भाग हैं?


Ans. इंटरनेट के तीन घटक हैं : ई-मेल, यूज़नेट समाचार समूह, और वर्ल्ड-वाइड वेब।

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15 thoughts on “Internet की परिभाषा, लाभ, हानि और विशेषताएँ”

  1. bhupendra ji badhia post likhe ho internet ke upar..khas tor par disadvantage of internet..internet achha he or galat se istemal karen toh bahut kharab hai ..khas kar bacchon ko dhyan rakhna hai…thanks

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