Net Banking क्या हैं, इसके, प्रकार, फायदे और नुकसान

Net Banking अपने सभी बैंकिंग कामों को ऑनलाइन एक्सेस करने का काफी आसान और सुरक्षित तरीका है।

अब बहुत सारे Bank Digitalization को अपना रहे हैं और ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा बहुत आम हो गई है। ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए आप अपनी सारी बैंकिंग क्रियाएं घर बैठे कर सकते हैं।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको Net Banking से जुड़ी सारी जानकारी देंगे। इसलिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े।

Net Banking क्या है?

नेट बैंकिंग का मतलब इंटरनेट बैंकिंग होता है जिसमे बैंक अपने कस्टमर को ऑनलाइन सर्विस प्रदान करता है। यानि कस्टमर बैंक में जाने की जगह, अपने Computer या Mobile की मदद से पैसे भेज सकता है और अपने Transaction का रिकार्ड भी रख सकता हैं।  

यह एक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है जिससे हर कोई अपने बैंक अकाउंट से जुड़े फाइनेंशियल कामों को ऑनलाइन कर सकता है। ज्यादातर जो काम हम बैंक में फिजिकल तौर पर कर पाते हैं। वही सब काम हम नेट बैंकिंग के जरिए भी कर सकते हैं।

हर इंसान जिसके पास बैंक अकाउंट है, वो नेट बैंकिंग का उपयोग कर सकता है, इसके लिए उन्हें इस सर्विस के लिए Sign up करना पड़ता हैं। एक बार रजिस्टर होने के बाद, आप अपने बैंक के ऑनलाइन सर्विस का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Net Banking की शुरुआत कब हुई?

सबसे पहले 1960 में डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल देखा गया था, जब बैंक ने Mainframe Computers का इस्तेमाल करके कई बैंकिंग कामों को automate करना शुरू किया।

फिर 1980 में बैंक ने Dial up सर्विस शुरू की, जिससे लोग अपने घर के कंप्युटर से अपने अकाउंट का एक्सेस लेने लगे।

1960 में, बैंक ऑफ अमेरिका ने पहला ATM जारी किया था, जिससे ग्राहक बिना बैंक जाए पैसे निकालने लगें। और फिर 1980 में, Citibank ने पहला ऑनलाइन बैंकिंग सिस्टम जारी किया था। भारत में 1996 में, ICICI ने नेट बैंकिंग की शुरुआत की थी।

इंटरनेट बैंकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए आपको बैंक जाकर इसके लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। अधिकतर बैंकों द्वारा अकाउंट खोलते वक्त ही नेट- बैंकिंग लॉग-इन किट दिया जाता है। नेट-बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए नीचे दिए गए तरीकों का पालन करें।

  1. अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से एप्लिकेशन फॉर्म डाउनलोड करें, उसे भरें और एक प्रिंट निकाल लें।
  2. आप सीधे बैंक जाकर भी नेट-बैंकिंग के लिए एप्लिकेशन फॉर्म भर सकते हैं।
  3. बैंक में एप्लिकेशन फॉर्म जमा करें।
  4. Verification के बाद आपको एक यूजर आईडी और पासवर्ड मिलेगा, जिसके ज़रिए आप नेट बैंकिंग के लिए लॉग-इन कर सकते हैं।

इंटरनेट बैंकिंग के ज़रिए पैसे ट्रांसफर करने के विकल्प

जैसा कि हमने पहले बताया आप इंटरनेट बैंकिंग के ज़रिए 3 तरह से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।

NEFT के ज़रिए

नेशनल इलेक्ट्रोनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) एक पेमेंट सिस्टम है जिसके ज़रिए पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं, आइए इसके बारे में जानते हैं –

  • NEFT के ज़रिए आप देश के किसी भी बैंक में किसी भी व्यक्ति या कंपनी के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
  • NEFT सेवा 24 घंटे उपलब्ध है। लेकिन, कुछ बैंकों में इसका इस्तेमाल अलग-अलग समय किया जा सकता है।
  • आमतौर पर NEFT ट्रांसफर 30 मिनट के भीतर हो जाता है। हालांकि, ये निश्चित नहीं है क्योंकि कभी-कभी इसमें 2 से 3 घंटे लग सकते हैं या ये 10 मिनट में भी पुरा हो सकता है।

RTGS के ज़रिए

  • ये पेमेंट सिस्टम NEFT से थोड़ा अलग है क्योंकि इसमें तुरंत पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं, इसमें NEFT की तरह निश्चित अवधि के बाद पैसे ट्रांसफर नहीं होते।
  • RTGS ट्रांजैक्शन को आरबीआई द्वारा ट्रैक किया जाता है। इसका इस्तेमाल अधिक राशि को ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
  • RTGS के ज़रिए कम से कम 2 लाख रु.तक रेमिट किया जा सकता है। इसमें अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है।
  • NEFT की तरह RTGS भी 24×7 ऑनलाइन उपलब्ध है

IMPS

इमिडियेट पेमेंट सिस्टम (IMPS) एक अन्य भुगतान विकल्प है, जिसके ज़रिए पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं-

  • IMPS का इस्तेमाल मोबाइल, इंटरनेट और ATM के ज़रिए पैसे ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है, जो सुरक्षित होने के साथ ही किफायती भी है।
  • IMPS के ज़रिए पैसे ट्रांसफर करना अन्य फंड ट्रांसफर माध्यमों जैसे NEFT, RTGS,IMPS की तुलना में काफी सस्ता है।
  • इसका इस्तेमाल करने के लिए अकाउंट नंबर, IFSC कोड जैसी जानकारी की ज़रूरत नहीं होती। सिर्फ व्यक्ति के मोबाइल नंबर के साथ IMPS के ज़रिए पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं।

Net Banking के प्रकार

भारत में इंटरनेट बैंकिंग के कई प्रकार हैं।

1. Informational Internet Banking

यह इंटरनेट बैंकिंग का सबसे बेसिक लेवल होता है। इसमें बैंक से संबंधित सभी सामान्य जानकारी एक वेबसाइट के द्वारा उपलब्ध होती है।

इसमें बैंक के प्रोडक्ट्स और सर्विस जैसे अकाउंट, डिपॉजिट और लोन के बारे में जानकारी होती है। इसमें बैंक के Branches और ATM लोकेशन के बारे में भी जानकारी होती है। अगर कस्टमर को अलग से कोई जानकारी चाहिए होती है तो वो Email के द्वारा संपर्क करते हैं।

2. Communicative Online Banking

ये ऐसा बैंकिंग सिस्टम जिसमें बैंक और कस्टमर के बीच Virtual Chatbot के माध्यम से बात होती है। Informational Banking में जहां पर कस्टमर को ईमेल का जवाब का इंतजार करना होता है तो वही Communicative में तुरंत जानकारी मिल जाती है।

3. Transactional Internet Banking

कस्टमर इस प्रकार के इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करते हैं। इसमें Transactions के लिए एक Valid Log in और पासवर्ड का इस्तेमाल किया जाता है।

इसमें सभी सुविधाएं जैसे फंड ट्रांसफर, बिल पेमेंट, डिपोजिट बनाने, क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट और EMI पेमेंट की सुविधा होती है।

Transactional Internet Banking ने Fund Transfer के क्षेत्र में निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान की है।

  • National Electronic Fund Transfer (NEFT)
  • Real Time Gross Settlement (RTGS)
  • Immediate Payment Service (IMPS)

Net Banking की विशेषताएं 

नेट बैंकिंग की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित है।

  1. नेट बैंकिंग से अलग-अलग बैंकिंग सेवाएं आसानी से प्राप्त की जा सकती है।
  2. ग्राहक आसानी से अपने अकाउंट Balance और Transactions का रिकार्ड चेक कर सकते हैं।
  3. नेट बैंकिंग पैसों से जुड़े Transactions के लिए एक सुरक्षित माध्यम हैं।
  4.  ग्राहक इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड को Manage कर सकते है। 
  5. नेट बैंकिंग के जरिए ग्राहक ऑनलाइन लोन या Insurance के लिए अप्लाइ कर सकता हैं। 
  6. ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए ग्राहक अपने Electricity और Water Bills आसानी से पे कर सकता हैं।
  7. ये फाइनेंशियल और नॉनफाइनेंशियल बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान करता है।
  8. बिल पेमेंट करें और अन्य अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करें।
  9. बैंक अकाउंट से जुड़े मोर्गेज, लोन को देख सकते हैं।
  10. ये बैंकिंग का सुरक्षित तरीका है।
  11. ये यूनिक आईडी और पासवर्ड से सुरक्षित है।
  12. कस्टमर चेक बुक के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  13. सामान्य बीमा खरीद सकते हैं।
  14. बैंक अकाउंट से जुड़े इंवेस्टमेंट को देख सकते हैं।
  15. ऑटोमैटिक पेमेंट और स्टैंडिंग ऑर्डर को सेट या कैंसिल कर सकते हैं।

Net Banking के फायदे 

नेट बैंकिंग के इस्तेमाल के मुख्य फायदे निम्नलिखित है।

1. हमेशा उपलब्ध : इंटरनेट बैंकिंग की सेवा 24 घंटे मौजूद होती हैं, मतलब आपको बैंकिंग कामों को करने के लिए बैंक खुलने का इंतज़ार नहीं करना पड़ता हैं। आप कभी भी अपना अकाउंट चेक कर सकते है या पैसा Transfer कर सकते है।

2. आसान उपयोग : ऑनलाइन बैंकिंग को इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है। एक बार रजिस्टर करने के बाद आप काफी आसानी से पैसे भेज सकते हैं। नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए आपको किसी खास तरह के ज्ञान की जरूरत नहीं होती हैं।

3. सुविधा : इंटरनेट बैंकिंग से आपको अपने घर से बिना निकले ही बैंकिंग क्रियाएँ करने की सुविधा मिलती है। चाहे यूटिलिटी बिल पे करना हो या Deposit Account खोलना हो, सब कुछ ऑनलाइन ही किया जा सकता हैं।

4. समय की बचत : इंटरनेट बैंकिंग के जरिए आप कुछ ही मिनट में कोई भी Transaction कर सकते हैं। पैसे देश के किसी भी अकाउंट में तुरंत भेजे जा सकते हैं।

5. लेन देन की रिकॉर्डिंग : इंटरनेट बैंकिंग पर किए गए सारे काम रिकार्ड हो जाते हैं। जब भी जरूरत हो इसका इस्तेमाल सबूत के तौर पर किया जा सकता हैं। इस रिकॉर्डिंग मे receiver का नाम, बैंक अकाउंट नंबर, transfer किए गए पैसे, तारीख और समय सब कुछ मौजूद होता हैं।

Net Banking के नुकसान

इंटरनेट बैंकिंग के इस्तेमाल से कुछ नुकसान भी होते हैं, जो निम्नलिखित है।

1. इंटरनेट की जरूरत : इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए लगातार इंटरनेट कनेक्शन होना बहुत जरूरी है। अगर आपके पास इंटरनेट का access नहीं है तो आप कोई भी Online सुविधा का उपयोग नहीं कर सकते।

2. लेन देन की सुरक्षा : ऑनलाइन Transaction की सुविधा ज्यादा सुरक्षित नहीं होती है। Advance Encryption Method का इस्तेमाल करने के बावजूद भी Data Compromise की कुछ घटनाएं सामने आते रहती हैं। इसलिए इंटरनेट बैंकिंग के इस्तेमाल में hackers का काफी खतरा होता हैं।  

3. नए लोगों के लिए मुश्किल : भारत में ऐसे कई लोग है जो इंटरनेट से दूर रहते हैं। उनके लिए नेट बैंकिंग को समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता हैं।

4. लेन देन की सीमाएं : नेट बैंकिंग में लेन देन से संबंधित कई सीमाएं होती हैं। एक बार जब उस सीमा तक लेन देन हो जाते है तब आप online Transactions नहीं कर पाते हैं, तब आपको ब्रांच जाना पड़ता हैं।

5. सीमित सुविधाएं : नए अकाउंट खोलने या लोन लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में आपको ब्रांच में जाकर Form साइन करना और ID Proof दिखाना पड़ता हैं।

इसके अलावा कुछ चेक ऐसे होते हैं जो Computer Scanning Software के द्वारा आसानी से नहीं पढे जा सकते, इसलिए ऐसे चेक का इस्तेमाल भी बैंक के द्वारा ही संभव हो पाता हैं।

भारत में ई–बैंकिंग के जरिए प्रदान की जाने वाली सेवाएं

टेलीफोन बैंकिंगएटीएम (ऑटोमेटिड टेलर मशीन)
इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग कार्डमोबाइल बैंकिंग
डोर-स्टेप बैंकिंगबिल पेमेंट
खरीदारीस्मार्ट कार्ड
पैसा ट्रांसफर करनाइंटरनेट बैंकिंग
इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टमइलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग सर्विस
टेलीबैंकिंगनिवेश
फिक्स्ड डिपॉज़िटइंश्योरेंस

Net Banking से जुड़ी सावधानियाँ

ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करते वक्त सुरक्षा का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है। आज के समय में scams, hackers और रिस्क बढ़ गए है, इसलिए हम आपको नेट बैंकिंग से जुड़ी कुछ सावधानियों के बारे में बता रहें हैं, जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए।

1. कभी भी Public WiFi का इस्तेमाल न करें : ऑनलाइन लेन देन के लिए पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल बहुत रिस्की होता है, क्योंकि इससे hackers को आसानी से आपके डिवाइस का एक्सेस मिल जाता हैं। इसलिए नेट बैंकिंग के लिए Public WiFi के इस्तेमाल से बचना चाहिए।

2. लॉगिन डिटेल्स को सेव न करें : कुछ वेबसाईट लॉगिन डिटेल्स को सेव करने का ऑप्शन देती है लेकिन इससे उस वेबसाईट को आपके लॉगिन डिटेल्स मिल जाते है। इसलिए नेट बैंकिंग के लॉगिन डिटेल्स को सेव करने से बचें।

3. पासवर्ड के बजाए phrase का इस्तेमाल करें : Phrases पासवर्ड से अलग होते है, जैसे की “Har pal ek nayi shuruat hai!”, ऐसे Phrase का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर है क्योंकि इन्हें याद रखना आसान होता है, लेकिन इन्हें crack करना बहुत मुश्किल।

4. रेगुलर अपडेट करें : किसी भी तरह के रिस्क से बचने के लिए डिवाइस को हमेशा अपडेट करते रहना चाहिए। अपडेट रहने से ऑनलाइन सुरक्षा काफी हद तक बढ़ाई जा सकती हैं। 

5. कभी भी ईमेल links पर क्लिक न करें : अगर आपको ईमेल या मैसेज में किसी भी तरह के लिंक आयें तो उसपर क्लिक न करें। Hackers ऐसे लिंक्स का इस्तेमाल information हैक करने के लिए करते हैं।

FAQ

Q.1 नेट बैंकिंग का मतलब क्या होता है?

Ans. नेट बैंकिंग, पैसे चुकाने का एक तरीका है इसकी मदद से, बैंक ट्रांसफ़र का इस्तेमाल करके मैन्युअल पेमेंट किया जा सकता है इस तरह का पेमेंट, हमारे लिए पेमेंट प्रोसेस करने वाली कंपनियों के जरिए किया जाता है।

Q.2 कंप्यूटर में नेट बैंकिंग क्या है?

Ans. ऑनलाइन बैंकिंग इंटरनेट पर बैंकिंग संबंधी मिलनेवाली एक सुविधा है, जिसके माध्यम से कंप्यूटर का इस्तेमाल कर उपभोक्ता बैंकों के नेटवर्क्स और उसकी वेबसाइट पर अपनी पहुंच बना सकता है और घर बैठे ही खरीददारी, पैसे का स्थानांतरण के अलावा अन्य तमाम कार्यों और जानकारी के लिए बैंकों से मिलने वाली सुविधा का लाभ उठा सकता है।

Q.3 नेट बैंकिंग और UPI में क्या अंतर है?

Ans. यूपीआई सर्विस को आप कीसी भी थर्ड पार्टी एप्लीकेशन के माध्यम से उपयोग कर सकते है। इंटरनेट बैंकिंग केवल बैंक की वेबसाइट और YONO जैसे बैंकिग एप से कर सकते है।

इंटरनेट बैंकिंग से लेन-देन के साथ अपने बैंकिंग खाते को भी मैनेज कर सकते हो इंटरनेट बैंकिंग से UBI सर्विस को बंद या चालु कर सकते है।

Q.4 सबसे अच्छा नेट बैंकिंग कौन सा है?


Ans. SBI की नेट बैंकिंग सर्वश्रेष्ठ है।

Q.5 नेट बैंकिंग से कितना पैसा भेज सकते हैं?

Ans. NEFT के माध्यम से ट्रांसफर की जाने वाली राशि पर कोई अधिकतम व न्यूनतम लिमिट नहीं है। हालांकि नकद के माध्यम से एकमुश्त Transection की राशि पर 50,000 रू. की लिमिट है।

प्रत्येक बैंक के आधार पर, प्रत्येक Transection के लिए समय और क्लियेरेंस की अवधि अलग-अलग हो सकती है।

Q.6 घर बैठे नेट बैंकिंग कैसे चालू करें?

Ans. इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने के लिए बैंक में आपका अकाउंट होना ज़रूरी है। साथ ही आपको इसके लिए बैंक में जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। 

इसके लिए आप बैंक की नेट-बैंकिंग वेबसाइट से नेट-बैंकिंग एप्लिकेशन डाउनलोड कर सकते हैं या बैंक में जाकर फॉर्म भर सकते हैं।

Q.7 क्या मैं अपना इंटरनेट बैंकिंग पासवर्ड बदल सकता हूँ?

Ans. पहली बार नेट-बैंकिंग पोर्टल में लॉग इन करने के बाद, बैंक द्वारा जारी किए गए पासवर्ड को बदलना पड़ता है। साथ ही, आपको हर दो महीने में कम से कम एक बार अपना पासवर्ड बदलना चाहिए।

Q.8 नेट बैंकिंग में यूजर आईडी क्या होता है?

Ans. अधिकतर बैंक नया अकाउंट खोलने पर इंटरनेट बैंकिंग आईडी और पासवर्ड देते हैं। यदि आपको अपना यूज़र आईडी और पासवर्ड नहीं मिला है तो इसके लिए आपको बैंक में आवेदन करना होगा।

Conclusion

तो इस तरह से हमने जाना की नेट बैंकिंग, बैंकिंग कार्यों को ऑनलाइन करने में मदद करती है। इसके उपयोग से बैंकिंग कार्यों को जल्दी और आसानी से किया जा सकता हैं।

ऑनलाइन बैंकिंग के कई फायदे है जैसे कि आसान उपयोग, सुविधा और समय की बचत। इसके बावजूद, नेट बैंकिंग के नुकसान भी होते हैं जैसे कि इंटरनेट की आवश्यकता, असुरक्षा, नए लोगों के लिए मुश्किल और सुविधाओं में कमी।

इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, नेट बैंकिंग एक उपयोगी और सुरक्षित बैंकिंग ऑप्शन है जो ग्राहकों को आराम और सुविधा प्रदान करता है, लेकिन इसका इस्तेमाल हमें कई सावधानियों के साथ ही करना चाहिए।

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