OTP (One Time Password) क्या हैं इसके लाभ और हानि

नमस्कार दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम OTP (One Time Password) की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए।

बढ़ते इंटरनेट के उपयोग की वजह से लोग अधिकतर काम जैसे : Mobile Recharge, Money Transfer, Bill Payments, या Shopping आदि घर बैठे ऑनलाइन कर रहे हैं और इन कार्यो को करने के लिए बैंक खाते की जानकारी, व्यक्तिगत जानकारी,

और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी इंटरनेट पर शेयर करते है। ऐसे में यदि जानकारी किसी Hackers के द्वारा चोरी कर ली जाये तो हमे बहुत नुकसान को उठाना पढ़ सकता है इसलिए इस डिजिटल दुनिया में सुरक्षा को बढ़ाने के लिए तकनिकी वैज्ञानिको ने OTP का निर्माण किया है।

OTP की जानकारी सभी लोगो को ज्ञात होना आवश्यक है इसलिए इस पेज पर हमने OTP से संबंधित समस्त जानकारी शेयर की है।

तो चलिए OTP क्या हैं और इससे संबंधित समस्त जानकारी को विस्तार में पढ़कर समझते है।

OTP क्या हैं

OTP एक सिक्युरिटी कोड हैं जो 4, 6 और 8 अंको का होता हैं इसके द्वारा उपयोगकर्ता को वैध प्रमाणित किया जाता हैं। OTP का इस्तेमाल हम किसी ऑनलाइन ट्रांसक्शन के समय करते हैं।

जब हम किसी वेबसाइट या ऍप्लिकेशन्स से ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो खरीदे हुए सामान की ऑनलाइन पेमेन्ट करने के लिए बैंक की जानकारी दर्ज के बाद बैंक एकाउंट में जो मोबाइल नम्बर रजिस्टर होता हैं उस मोबाइल नम्बर पर या Email id पर एक सन्देश आता हैं जिसमें 4, 6 या 8 अंको का OTP नंबर लिखा रहता हैं।

सही ओटीपी दर्ज के बाद ही पेमेंट होती हैं और हमारे बैंक खाते से पैसे Debit हो जाते हैं। जब तक हम 6 अंको का OTP दर्ज नही करते है हमारी पेमेंट सफल नहीं होंगी।

OTP का Full Form

OTP Full Form = O: One, T: Time, P: Password
या
OTP Full Form = O: One, T: Time, P: Pin

OTP
OTP

OTP का Full Form, One Time Pin या One Time Password होता है। यह पासवर्ड सिस्टम द्वारा आटोमेटिक जनरेट होता हैं यह संख्या, शब्द, विशेष-चिन्ह आदि कि एक 4 से 8 अक्षर की विशेष श्रृंखला होती हैं

यह ओटीपी 10 सेकण्ड से आधे 24 घंटे तक के लिए मान्य होता हैं इसका समय अलग-अलग निर्धारित किया जाता हैं समय पर इसका उपयोग न करने पर यह अवैध हो जाता हैं

One Time Password का इतिहास क्या हैं

OTP के इतिहास का श्रेय Gilbert Vernam को दिया जाता हैं, Gilbert Vernam एक इंजीनियर थे उन्होंने एक Randomized key को स्टोर करने के लिए छिद्रित tap का उपयोग कर क्रिप्टोग्राफी के लिए सिस्टम का पेमेंट कराया तो ओटीपी का उपयोग किया था।

सबसे पहले वर्ष 1920 में OTP की खोज चार व्यक्तियों ने मिलकर की जिन के नाम जर्मन करैप्टोलॉजिस्ट्स, कुंज, सचौफलेर और लंगलोटज़ नामक व्यक्तियों ने मिलकर की थी तथा यह लोग मिलकर ओटीपी का विकास करते रहे।

1923 में जर्मन सरकार ने पहली बार ओटीपी को स्वीकार किया ओटीपी का इस्तेमाल द्वितीय विश्व युद्व में भी किया गया था

One Time Password का उपयोग क्यों किया जाता हैं

OTP एक सुरक्षित पासवर्ड होता हैं जो कि हमारे लेनदेन को को सुरक्षित बनाता हैं। ओटीपी की जरूरत अधिकतर नेटबैंकिंग और किसी भी प्रकार के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन या किसी वेबसाइट को बनाते समय ओटीपी की जरूरत पढ़ती हैं।

Google ने भी उपयोग करता के खाते को सुरक्षित रखने के लिए OTP सुरक्षा का इस्तेमाल करना शुरु किया हैं जिसको सक्रिय करने के बाद कोई यूजर्स अपने डिवाइस में आपके एकाउंट का डिटेल डाल कर भी OTP के बिना खाते में लॉगिन नहीं कर सकता है क्योंकि इसके लिए गूगल वहाँ पर वेरिफिकेशन के लिए ओटीपी मांगेगा जो सिर्फ आपके मोबाइल नम्बर पर आएगा।

बिना OTP कोड के कोई भी यूजर्स आपके एकाउंट को एक्सेस नहीं कर पाएगा सभी प्रकार की वेबसाइट जैसे :- Amazon, Flipkart, Snapdeal, Ebay, आदि वेबसाइट कस्टमर के एकाउंट को सेव करने के लिए OTP का इस्तेमाल कर रहे है।

Digital Wallet की सेवा प्रदान करनी वालो ऑनलाइन प्राइवेट कंपनी जैसे :- Paytm, Freecharge, Mobikwik, Oxigen Wallet इत्यादि ऍप्लिकेशन्स भी अपने कस्टमर के एकाउंट को सेव करने के लिए OTP का इस्तेमाल कर रहे है।

OTP किस तरह भेजा जाता हैं

ओटीपी तीन प्रकार से भेजा जा सकता है।

1. SMS

यह OTP रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर सन्देश के द्वारा भेजा जाता है अधिकतर वेबसाइट इसी का इस्तेमाल कर रही हैं यह बहुत ही आसान और सुरक्षित भी हैं।

2. Voice Calling

Voice Calling OTP में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर कॉल करके OTP पर भेजा जाता हैं लेकिन अनेक बार सर्वर प्रॉब्लम की वजह से सन्देश आने में समय लगता हैं जिसकी वजह से Voice Calling OTP का कम किया जाता है।

3. E-Mail

E-Mail OTP में रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर मेल के द्वारा OTP भेजा जाता हैं लेकिन भारत में ईमेल का उपयोग सामान्य लोग कम करते है इसलिए E-Mail OTP का उपयोग भी कम किया जाता है।

OTP का उपयोग किन-किन क्षेत्रों में किया जाता हैं

1. इंटरनेट बैंकिंग के लिए

जब आप अपने बैंक एकाउंट की इंटरनेट नैट बैकिंग से अपने फ्रेंड को या रिस्तेदारों को अमाउंट ट्रांसफर करते हैं तब आपको अपने बैंक की आईडी, पासवर्ड, CVV नम्बर, एटीएम पासवर्ड आदि जानकारी भरनी पड़ती हैं।

उसके बाद आपने जो मोबाइल नंबर बैंक एकाउंट में रजिस्टर्ड करवाया होगा उस नम्बर पर एक ओटीपी कोड का मैसेज जाएगा बिना ओटीपी कोड के आप पैसे ट्रांसफर नहीं कर सकते आपको ओटीपी को डालना ही पड़ेगा तब जाकर आप पैसे ट्रांसफर कर पाएंगे

इसी प्रकार यदि आप अपना अपना ATM के पासवर्ड बदलना चाहते हैं या नैट बैंकिंग या यूजर आईडी का पासवर्ड बनाने के लिए आपको ओटीपी की जरूरत पड़ेगी बैंक में किसी भी प्रकार का कोई काम करना हो तो आपको ओटीपी की जरूरत पड़ती हैं।

2. ई कॉमर्स साइट्स के लिए

यदि आप ऑनलाइन सामान खरीदते है तो आपका समय बचता हैं आप घर बैठे कोई भी सामान ऑनलाइन खरीद कर पेमेंट कर सकते हैं इसके लिए भी आपको ओटीपी की जरूरत पड़ती हैं बिना ओटीपी के आप ऑनलाइन खरीदारी भी नहीं कर सकते।

ऑनलाइन खरीदारी में आपको पेमेंट करने के दो ऑप्शन मिलते हैं पहला Cash on Delivery और दूसरा ऑनलाइन एटीएम या इंटरनेट के जरिए पेमेंट करना जिसमे आपको ओटीपी की जरूरत पड़ती हैं।

3. सोशल नेटवर्किंग साइट्स के लिए

व्हाट्सएप, फेसबुक, जीमेल, याहू जैसी सोशल साइड पर अपने एकाउंट का पासवर्ड भूल जाने पर फॉरगेट पासवर्ड करने पर आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर ओटीपी आएगा जिसके जरिए आप अपने अकाउंट का पासवर्ड फिर से बदल सकते हैं और नया पासवर्ड बना सकते हैं।

OTP के लाभ

ओटीपी की वजह से नेट बैंकिंग, गूगल एकाउंट, बैंक एकाउंट आदि सभी सुरक्षित रहते हैं otp की वजह से कोई भी आपके एकाउंट का गलत इस्तेमाल नहीं कर सकता और आपके एकाउंट एकदम सुरक्षित रहता हैं।

मोबाइल में SMS के द्वारा जो कोड जनरेट किया जाता हैं उसका इस्तेमाल सिर्फ एक बार ही किया जाता हैं और वो सिर्फ कुछ समय के लिए ही वैलिड रहता हैं यदि जितना समय दिया गया हैं उतने समय में आप OTP नहीं डाल पाते हैं तो फिर वो कोड इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

हम जितने बार भी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं उतने ही बार अलग-अलग कोड जनरेट करना पड़ता हैं जिससे हमारा एकाउंट पूरी तरह से सिक्योर रहता हैं हमें अपना एकाउंट हैक होने का कोई डर नहीं रहता नीचे OTP के कुछ फायदे दिए गए हैं तो जरूर पढ़िए।

  • OTP का उपयोग अनेक कार्यो के लिए किया जाता हैं पैसों के लेन देन करने पर मोबाइल में OTP भेजा जाता हैं।
  • ऑनलाइन शॉपिंग करते समय पैसे ट्रांसफर करने के लिए ओटीपी की जरूरत पड़ती हैं।
  • न्यू सिम खरीदते समय या सिम पॉट करवाते समय रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर OTP भेजा जाता हैं जिससे SIM कार्ड का प्रमाणीकरण हो जाए और यूजर्स की पहचान साबित हो जाए।
  • अगर किसी वेबसाइट का पासवर्ड भूल जाने पर रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर ओटीपी भेज कर पासवर्ड फॉरवर्ड कर सकते है।
  • अगर कोई भी हैकर्स आपके पासवर्ड चुराना भी चाहे तो नहीं चुरा सकता क्योंकि बिना ओटीपी के वो कुछ नहीं कर सकता क्योंकि otp तो सिर्फ आपके एकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर ही आएगा।
  • अगर आपके किसी भी एकाउंट का यूजरनाम और पासवर्ड किसी को बता हो तब भी बिना ओटीपी के वो आपका एकाउंट नहीं खोल पाएगा।

OTP के नुकसान

जब से ओटीपी की सुविधा हुई हैं हमें थोड़ी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता हैं यदि हमारे एकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर वाली सिम घूम जाए तो बहुत परेशानी का सामना करना पड़ सकता।

वैसे तो आजकल अपना नंबर फिर से निकलवाना आसान हो गया हैं लेकिन तुरंत में तो परेशानी उठानी ही पड़ेगी OTP के फायदे तो बहुत हैं लेकिन नुकसान कम ही हैं जो नीचे दिए गए है।

  • बहुत से ऑनलाइन काम आप बिना मोबाइल ओटीपी के नहीं कर सकते ऐसे में यदि आपका मोबाइल नंबर बंद हो जाता हैं तो आप फिर उस काम को नहीं कर पाएंगे।
  • ऑनलाइन ऐसी बहुत सी साइट हैं जिसका पासवर्ड चेंज करने के लिए आपको मोबाइल नम्बर पर ओटीपी की जरूरत पड़ती हैं और मोबाइल नम्बर भूल जाने पर आप अपना पासवर्ड चेंज नहीं कर पाते।
  • ईमेल OTP वेरिफिकेशन दूसरे ओटीपी वेरिफिकेशन से कम सिक्योर होता हैं।
  • एक से ज्यादा बार इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते।
  • बहुत से बैंक से पैसे ट्रांसफर होने पर सिर्फ OTP का इस्तेमाल किया जाता हैं जो कि सिक्योर सिस्टम नहीं हैं।

आशा है One Time Password से संबंधित यह जानकारी आपको पसंद आएगी।

ऊपर दी गयी जानकारी से संबंधित किसी भी प्रश्न के लिए कमेंट करे।

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2 thoughts on “OTP (One Time Password) क्या हैं इसके लाभ और हानि”

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