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माइक्रो कंप्यूटर क्या है इसके प्रकार, उपयोग और लाभ

Micro Computer

माइक्रो कंप्यूटर शब्द का उपयोग एक ऐसे कंप्यूटर को बताने के लिए किया जाता है जिसमें बहुत कम माइक्रो प्रोसेसर, प्रोग्राम मेमोरी, डाटा मेमोरी और इनपुट/आउटपुट (I/O) शामिल होता है।

 यह कंप्यूटर आकार में बहुत छोटे होते हैं। माइक्रो कंप्यूटर में माइक्रोप्रोसेसर लगा होता है जो CPU के अंदर लगता है।

माइक्रो कंप्यूटर क्या है

माइक्रो कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसमें CPU के रूप में Microprocessor का उपयोग किया जाता है यानी इसमें CPU एक Single Integrated Semiconductor Chip के रूप में होता है।

यह Semiconductor Chip ही सभी Logical तथा Arithmetic works करने के काबिल होती है। मेमोरी के लिए भी इसमें Semiconductor Chip का ही उपयोग किया जाता है तथा प्रोग्राम के द्वारा मेमोरी के लिए लगी Semiconductor Chip में डाटा स्टोर करवाया जा सकता है।

माइक्रो कंप्यूटर का इतिहास

माइक्रो कंप्यूटर शब्द पहली बार 1970 के दशक में आया था। 1971 में Intel 4004 माइक्रोप्रोसेसर और बाद में 1972 और 1974 में Intel 8008 और Intel 8080 माइक्रोप्रोसेसर ने माइक्रो कंप्यूटर के निर्माण में योगदान दिया।

पहला माइक्रो कंप्यूटर माइक्रोल था जिसे 1973 में Realisation D’etudes द्वारा जारी किया गया था। Intel 8008 पर आधारित, यह माइक्रोप्रोसेसर पर आधारित पहला गैर किट कंप्यूटर था।

1974 में Intel 8008 आधारित MCM/70 माइक्रो कंप्यूटर को Microcomputer Machines lnc. (जिसे बाद में MCM कंप्यूटर के रूप में जाना गया) द्वारा जारी किया गया था।

जैसे-जैसे माइक्रोप्रोसेसर चिप का डिजाइन Mature होता गया। वैसे वैसे माइक्रोप्रोसेसर की प्रोसेसिंग की क्षमता भी बढ़ती गई।

1980 के दशक तक माइक्रो कंप्यूटर का उपयोग गेम और कंप्यूटर आधारित मनोरंजन के लिए अधिक किया जा रहा था। Personal Computer, Work station और Academic में बड़े पैमाने पर इसका प्रयोग किया जा रहा था।

1980 के दशक तक माइक्रो कंप्यूटर को पॉकेट के आकार के पर्सनल डिजिटल सहायक के रूप में उत्पादित किया जा रहा था और बाद में यह सेलफोन और Portable Music Computer के रूप में आया।

माइक्रो कंप्यूटर के प्रकार

1. Desktop

डेस्कटॉप माइक्रो कंप्यूटर हमारे जीवन में प्रमुख भूमिका निभाता है क्योंकि इसे उपयोग करने वाले व्यक्ति बिना किसी बाधा के कुछ ही समय में कई जटिल कार्य कर सकते हैं।

इस कंप्यूटर को टेबल पर रखा जाता है और यह कीबोर्ड, माउस और मॉनिटर और सिस्टम यूनिट के माध्यम से अलग-अलग Components से जुड़ा होता है। यह कंप्यूटर Wi-fi या Lawn Cable के जरिए इंटरनेट को जोड़ने में सक्षम है।

लेकिन इसमें कुछ कमियां हैं जैसे कि अन्य डेस्कटॉप माइक्रो कंप्यूटर (लैपटॉप, पीडीए, स्मार्टफोन और नोटबुक) की तुलना में इसका आकार बड़ा है और यह पोर्टेबल नहीं है। इसे रखने के लिए किसी निश्चित क्षेत्र की आवश्यकता है।

2. Laptop

लैपटॉप माइक्रो कंप्यूटर को नोटबुक के रूप में भी जाना जाता है और इससे Stylish briefcase की तरह डिजाइन किया गया है।

यह डेस्कटॉप कंप्यूटर जैसे विभिन्न कठिन कार्य भी कर सकते हैं और यह अपनी Inbuilt battery के साथ-साथ Wall outlet पर चलने में सक्षम है।

यह लैपटॉप माइक्रो कंप्यूटर, डेस्कटॉप कंप्यूटर के तुलना में अधिक महंगे होते है क्योंकि इसमें विभिन्न छोटे आकार के Components बनाए गए हैं।

जैसे कि कीबोर्ड, टचपैड, LCD display और अन्य इंटरनल पार्ट्स मदरबोर्ड, CPU, हार्ड डिस्क आदि। इसका सबसे अच्छा फायदा पोर्टेबिलिटी है।

3. Tablet

टैबलेट माइक्रो कंप्यूटर टच स्क्रीन या टच फेस के साथ Handheld portable device है और वह नोटबुक डिवाइस की तुलना में छोटे आकार का होता है लेकिन स्मार्टफोन से बड़े आकार का होता है।

इसमें यूजर्स इसकी LCD स्क्रीन पर दोनों Activity (इनपुट और आउटपुट) कर सकते हैं। वह इंटरनेट का उपयोग करने के लिए Wi-Fi और अन्य Cellular network के लिए सक्षम है।

टैबलेट पर Word processing और Spreadsheets जैसे कई Application चलाए जा सकते हैं। कभी-कभी इसके कीबोर्ड की कमी के कारण यूजर्स को समस्या हो सकती है।

लेकिन अधिक आवश्यकता होने पर वह बाहरी कीबोर्ड का उपयोग कर सकते हैं। बाजार में कुछ प्रकार के टेबलेट उपलब्ध है जैसे कि Apple का iPad, Microsoft का Surface या Amazon का Kindle fire आदि।

4. Smartphone 

स्मार्टफोन एक टच स्क्रीन मोबाइल फोन है जो कंप्यूटर के सामान विभिन्न और भी कार्यों को करने में सक्षम है जैसे कि ऑपरेटिंग सिस्टम को स्थापित करना, अलग-अलग ऐप डाउनलोड करना, डेटा को एक्सेस करना आदि।

5. PDA

PDA का मतलब Personal digital assistant है और यह Handheld device है। जिसमें बड़ी पोर्टेबिलिटी के साथ-साथ टेबलेट फॉर्म टॉप और स्मार्टफोन के समान आकार में छोटा है।

इसमें इनपुट और आउटपुट दोनों कार्यों को करने के लिए छोटी LCD screen है। यह अन्य कंप्यूटर जैसे लैपटॉप, डेस्कटॉप और अन्य के साथ Communicate करने के लिए सक्षम है

6. Workstation

वर्क स्टेशन माइक्रो कंप्यूटर को One side computer एवं सेट कंप्यूटर के रूप में भी जाना जाता है और इसमें कई Microprocessor CPU होते हैं। अधिकतर यह माइक्रो कंप्यूटर एक यूजर्स द्वारा विशेष रिसर्च को करने के लिए डिजाइन किया गया है।

इनका उपयोग बैंकों में, रेलवे में, एयरपोर्ट पर और सरकारी कार्यालयों जैसे स्थानों पर किया जाता है।

7. Server

यह स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क और Wide Area Network जैसे कई Network Open Data को दूसरे टर्मिनल पर प्रस्तुत करने में मदद करता है।

प्रत्येक प्रकार के Server Micro Computer विशेष उद्देश्यों के लिए डिजाइन किए गए होते हैं। जैसे वेब सर्वर इंटरनेट पर सभी वेब पेजों को चलाने के लिए इत्यादि।

8. Mini Tower

इस तरह के कंप्यूटर को एक छोटे टावर के रूप में बनाया जाता है। दूसरे कंप्यूटर की तुलना में आकार में छोटे होने के कारण ही यह कंप्यूटर टेबल पर ज्यादा जगह नहीं लेता है।

इस कंप्यूटर में इनपुट आउटपुट करने के लिए अलग-अलग Controller Unit का प्रयोग किया जाता है।

9. Full Tower

फुल टावर माइक्रो कंप्यूटर को मिनी टावर माइक्रो कंप्यूटर का ही Advance version माना जाता है। इस कंप्यूटर में Motherboard, Storage Device, Graphics card, बिजली की सप्लाई जैसे कई अन्य Components मौजूद होते हैं।

माइक्रो कंप्यूटर के प्रयोग

माइक्रो कंप्यूटर का इस्तेमाल तो आजकल आम बात हो गया है और माइक्रो कंप्यूटर छोटे तथा कम कीमत के होने के कारण इनका उपयोग अधिक होते जा रहा है:

माइक्रो कंप्यूटर का उपयोग हम आपको नीचे बता रहे हैं:

  1. इसका उपयोग कई घरेलू समानों जैसे माइक्रोवेव, ओवन, टीवी रिमोट, कंट्रोल यूनिट, कुकर, CD Player, पर्सनल कंप्यूटर से चलाने में किया जाता है।
  2. इसका उपयोग हम अपने ऑफिस के काम में भी कर सकते हैं।
  3. माइक्रो कंप्यूटर का उपयोग हम गेम खेलने के लिए, वीडियो देखने के लिए करते हैं।
  4. इसका उपयोग हम कैलकुलेशन करने, डॉक्यूमेंट बनाने, इंटरनेट चलाने और बैंकिंग के क्षेत्र में भी कर सकते हैं।

माइक्रो कंप्यूटर के लाभ

  1. आकार में छोटा होने के कारण हम इसे कहीं भी आसानी से ले जा सकते हैं और इसका उपयोग कर सकते हैं।
  2. माइक्रो कंप्यूटर की कीमत अन्य कंप्यूटरों के मुकाबले कम होती है। जिस कारण से यह आम आदमी के बजट में भी आसानी से फिट होती है।
  3. इसे चलाने के लिए विशेष प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता नहीं होती है। इसे कम पढ़े लिखे लोग भी आसानी से चला सकते हैं।
  4. माइक्रो कंप्यूटर का रखरखाव सभी जगहों पर संभव होता है। इसका उपयोग करने वाले कई बार माइक्रो कंप्यूटर के समस्याओं को खुद से ही हल कर लेते हैं।
  5. विद्यार्थियों के लिए माइक्रो कंप्यूटर बहुत उपयोगी होता है। एक माइक्रो कंप्यूटर जो इंटरनेट से जुड़ा होता है जिस कारण यह अलग-अलग विषयों की जानकारी बड़े पैमाने पर देता है।
  6. इंटरनेट के वजह से माइक्रो कंप्यूटर अपने यूजर्स को दुनिया भर में कहीं भी अन्य लोगों के साथ जोड़ने में मदद देता है। इसके लिए ऑडियो या वीडियो कॉल, चैटिंग एप्लीकेशन और ईमेल की सुविधा होती है।

माइक्रो कंप्यूटर के नुकसान

माइक्रो कंप्यूटर के फायदे के साथ-साथ इसके कुछ नुकसान भी है जो नीचे दिए गए हैं

  1. अधिकांश माइक्रो कंप्यूटर कम पावर वाले प्रोसेसर से लैस होते हैं। जिसके कारण इनका प्रदर्शन सुपर कंप्यूटर और मेनफ्रेम कंप्यूटर से कम होता है।
  2. उदाहरण के लिए आप ऐसे एप्लीकेशन नहीं चला सकते है। जिनमें अधिक मात्रा में Computational power की आवश्यकता होती है।
  3. माइक्रो कंप्यूटर कई खतरों के प्रति Sensitive होता है। यह मजबूत सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकता है। कोई भी हैकर आपके कंप्यूटर तक पहुंच सकता है और आपकी निजी जानकारी भी चुरा सकता है या वायरस आपकी महत्वपूर्ण फाइलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  4. Default रूप से माइक्रो कंप्यूटर कम स्टोरेज के साथ आते हैं। इसमें आप कोई बड़े डाटा को सेव नहीं कर सकते हैं।
  5. घर में माइक्रो कंप्यूटर होने से लत और आदत खराब हो सकती है। विशेषकर छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान लगाने में परेशानी होती है। उनका ध्यान बार-बार इधर-उधर हो सकता है।
  6. माइक्रो कंप्यूटर का लंबे समय तक उपयोग शारीरिक नुकसान का कारण बन सकता है जैसे पीठ दर्द, गर्दन में दर्द, कंधे में दर्द, सिर दर्द और इससे आंखों को भी नुकसान हो सकता है।

आशा है माइक्रो कंप्यूटर की जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

माइक्रो कंप्यूटर से संबंधित किसी भी प्रश्न के लिए कमेंट करे।

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