मिनी कंप्यूटर क्या है इसका इतिहास, उपयोग और लाभ-हानि

कंप्यूटर आकार के हिसाब से मुख्य चार प्रकार Super Computer, Mainframe Computer, मिनी कंप्यूटर (Mini Computer) और Micro Computer हैं।

पिछले पेज पर हमने कंप्यूटर की जानकारी शेयर की हैं तो इस आर्टिकल को भी पढ़े।

चलिए इस पोस्ट में हम मिनी कंप्यूटर के बारे सभी जानकारी जैसे: मिनी कंप्यूटर क्या है, इसके उपयोग, विशेषताएं, लाभ और हानि को पढेंगे।

मिनी कंप्यूटर क्या है

ऐसे कंप्यूटर जिसमे साधारण कंप्यूटर के सभी फीचर्स उपलब्ध होते है लेकिन यह आकर में छोटा होता है

मिनी कंप्यूटर, मेनफ्रेम कंप्यूटर से छोटा और माइक्रो कंप्यूटर से आकार में बड़ा होता है अर्थात हम यह कह सकते है कि यह मेनफ्रेम कंप्यूटर की तुलना में कम और माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक कार्य करते है।

Mini Computer

यूं तो इसका आकार छोटा होता है लेकिन इसमें भंडारण की क्षमता बहुत अधिक होती है और साथ ही साथ इसके काम करने की गति भी बहुत तेज होती है।

मिनी कंप्यूटर को आम बोलचाल की भाषा में मिनी भी कहते हैं। यह टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट करते हुए सैकड़ों उपयोगकर्ताओं को एक साथ अपनी सर्विस देता है।

आज के समय में इस प्रकार के कंप्यूटर को हम मिनी कंप्यूटर नहीं कहते हम इन्हें Server के नाम से जानते है। मिनी कंप्यूटर को MID रेंज सर्वर भी कहा जाता है जिसे नेटवर्क का ही एक भाग माना जाता है।

 यह कंप्यूटर बहु प्रयोक्ता प्रणाली के होते है। मिनी कंप्यूटर की गति 10 से 30 MIPS होती है। इस प्रकार के कंप्यूटर से उपकरण जैसे प्रिंटर और प्लॉटर इत्यादि जोड़े जा सकते हैं।

मिनी कंप्यूटर का इतिहास

मिनी कंप्यूटर का इतिहास बहुत ही शानदार है। मिनी कंप्यूटर का आविष्कार 1960 के दशक में हुआ था। तब इसे मिनी कंप्यूटर का नाम दिया गया था और इस कंप्यूटर को आईबीएम कंपनी के द्वारा बनाया गया था।

उस समय इस कंप्यूटर को बनाने का उद्देश्य छोटे व्यापारियों की मदद करना था। जो आगे चलकर छोटे व्यापारियों के लिए काफी लाभदायक हुआ।

 इस कंप्यूटर को माइक्रो कंप्यूटर से बड़ा बनाया गया जिस कारण इसका मूल्य भी माइक्रो कंप्यूटर से थोड़ा ज्यादा रखा गया।

1960 के दशक से पहले कंप्यूटर की उपयोगिता आज के समय से बहुत कम थी। उस समय कंप्यूटर को छोटे Transistor और Core Money टेक्निक का इस्तेमाल करके बनाया जाता था। जिसकी परफॉर्मेंस तथा कार्य करने की क्षमता बहुत कम होती थी और उसे बनाने में खर्च भी बहुत होता था।

पहले मिनी कंप्यूटर को Transistor का उपयोग करके बनाया गया था जिसकी लागत लगभग 16000 US Dollar आई थी। जो भारतीय मुद्रा के अनुसार काफी ज्यादा है। सबसे पहले मिनी कंप्यूटर का नाम पीडीपी 1 रखा गया था।

PDP-1 यह एक बहुत ही चर्चित मिनी कंप्यूटर है और इसका उपयोग भी बहुत ज्यादा किया जाता है। Business Application और Services को ध्यान में रखते हुए इस कंप्यूटर को बनाया गया था। इस कंप्यूटर की परफॉर्मेंस लगभग मेनफ्रेम कंप्यूटर के ही बराबर थी।

यह एक छोटा इंटरैक्टिव कंप्यूटर था जिसे बेंजामिन कर्ले द्वारा डेवलप किया गया था। इस मिनी कंप्यूटर को 120 हजार डॉलर में बेचा गया था।

शायद आपको ये बात जानकर हैरानी होगी की PDP-10 उस समय का सबसे सस्ता कंप्यूटर था जो 120 हजार डॉलर में बेचा गया था।

मिनी कंप्यूटर का मूल्य

एक समय मिनी कंप्यूटर लगभग 100,000 USD dollar में मिलते थे लेकिन जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी एडवांस होती गई वैसे ही मिनी कंप्यूटर काफी सस्ते होते गए जो आज 20000 USD में भी उपलब्ध है।

मिनी कंप्यूटर के नाम

मिनी कंप्यूटर के कुछ उदाहरण नीचे दिए गए हैं।

  1. Control data’s CDC 160A and CDC 1700
  2. Data general Nova
  3. DEC PDP and VAX series
  4. Hewlett Packard HP 3000 series and HP 2100 series
  5. Honeywell Bull DPS 6/DPS 6000series
  6. IBM mid range computers
  7. Interdata 7/32 and 8/32
  8. Norsk data Nord-1, Nord-10 or Nord-100

मिनी कंप्यूटर के प्रकार

आजकल Mini Computer विभिन्न गैजेट के रूप में उपलब्ध है आइए इन के प्रकारों के बारे में जानते हैं।

1. Smartphones

Smartphone का Concept एप्पल द्वारा 29 जून 2007 में प्रस्तुत किया गया था। तब से स्मार्टफोन ने दुनिया भर में कब्जा कर लिया है।

Smartphones आजकल बहुत आम है। लोगों में इसकी लोकप्रियता बहुत अधिक है। स्मार्टफोन का उपयोग मुख्य रूप से गेमिंग, वीडियो देखने और अन्य तकनीकी कामों के लिए किया जाता है।

Smartphones

आजकल स्मार्टफोन Android operating system द्वारा संचालित किए जाते हैं लेकिन स्मार्टफोन में उपयोग किए जाने वाले अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम भी है।

जैसे Microsoft Operating System में उपयोग किए जाने वाले Windows Operating System और Apple द्वारा उपयोग किए जाने वाले IOS Operating System इत्यादि।

इस प्रकार स्मार्टफोन एक बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाने वाला एक प्रकार का मिनी कंप्यूटर है। स्मार्टफोन बनाने वाली कुछ कंपनियां जैसे एप्पल, Samsung, Nokia, Jio और अन्य भी है।

2. टेबलेट पीसी

टेबलेट भी एक प्रकार का मिनी पीसी है। जिसका उपयोग मनोरंजन कलात्मक और कंप्यूटर के अन्य कार्य के उद्देश्य के लिए किया जाता है।

tablet PC

आजकल टेबलेट अत्यंत उपयोगी और किफायती हो गए हैं। इसलिए व्यवसाय क्षेत्र में इसका उपयोग काफी बढ़ गया है। आमतौर पर टेबलेट का आकार 7 से 9 इंच होता है।

3. IPad

IPad एप्पल द्वारा दिया गया एक टेबलेट पीसी है इसका उपयोग गेमिंग मनोरंजन और अन्य कंप्यूटर के कार्यों के लिए किया जाता है। यह एप्पल के IOS और IPadOS ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा संचालित किया जाता है।

IPad

यह बहुत अच्छे प्रदर्शन और ग्राफिक्स के साथ-साथ Multitasking का कार्य भी करता है। छात्रों के बीच IPad एक ट्रेंडी गैजेट है।

4. Netbook

Netbook सामान्य लैपटॉप का एक छोटा रूप है। इसकी स्क्रीन का आकार छोटा और कीबोर्ड भी छोटा होता है। एक Netbook पर्सनल पीसी की तरह सभी कार्य कर सकता है। लेकिन आकार में छोटा होने के कारण इसकी कुछ सीमाएँ भी है।

इसके पास कम रैम और हाई ड्राइव होता है लेकिन तकनीक में हर दिन नए सुधार हो रहे है और यह और भी कई प्रकार के कार्य कर सकता है। जैसे फोटो एडिटिंग, गेम खेलना और ऑफिस के अन्य कई कार्य भी शामिल है।

मिनी कंप्यूटर के उपयोग

सामान्य तौर पर मिनी कंप्यूटर का उपयोग छोटे व्यवसायी करते हैं लेकिन वर्तमान समय में मिनी कंप्यूटर का उपयोग बहुत बड़े पैमाने पर किया जाता है। मिनी कंप्यूटर के उपयोग नीचे दिए गए हैं।

1. Mini Computer मुख्य रूप से किसी भी कंपनी द्वारा किसी कार्य के प्रक्रिया को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। प्रक्रिया के नियंत्रण के दो प्राथमिक कार्य है। डाटा को अधिग्रहण करना और उस पर अपनी प्रतिक्रिया देना।

उदाहरण:- किसी भी कारखाने में निर्माण की प्रक्रिया को नियंत्रित करने के लिए मिनी कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है। यदि प्रक्रिया में कोई भी परिवर्तन होता है तो यह उस बदलाव को पहचानता है और हमें सूचित करता है।

2. डेटा प्रबंधन के लिए हम जिन भी Mini Computer का उपयोग करते हैं वहां डाटा प्रबंधन के संबंध में कोई भी कार्य कर सकते हैं जैसे डाटा को लेना या उसे बनाना या उसे पुनर्स्थापित करना।

3. इसका उपयोग कंपनियों के विभिन्न विभाग द्वारा किया जाता है ताकि वे मेनफ्रेम कंप्यूटर के कार्य को अनलोड कर सके।

4. इसका इस्तेमाल आज के समय में ऑनलाइन कार्य जैसे ब्लॉगिंग, डिजिटल मार्केटिंग इत्यादि के लिए भी किया जाता है।

5. इसका उपयोग डेटाबेस मैनेजमेंट और फाइल हैंडलिंग जैसे कार्यों के लिए भी किया जाता है।

6. इसका उपयोग हम अपने रोज की जिंदगी में भी कर सकते हैं जैसे वीडियो बनाना, गेम खेलना इत्यादि।

7. इसमें ऑडियो और वीडियो कनेक्शन भी होता है। आप इसे मल्टीमीडिया सर्वर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके उपयोग से हम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी कर सकते हैं।

मिनी कंप्यूटर के लाभ

  • यह आकार में Mainframe Computer से छोटे होते है जिसके कारण यह कहीं भी आसानी से फिट हो सकते हैं। छोटे और पोर्टेबल होने के कारण यह कहीं भी आसानी से ले जाए जा सकते हैं।
  • यह अपने आकार की तुलना में काफी तेज होते हैं।
  • इसे चलाने के लिए अधिक प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता नहीं होती है जिस कारण इसे ज्यादा संख्या में लोग इस्तेमाल कर सकते है।
  • यह लंबे समय तक चार्ज रहते हैं।
  • यह मेनफ्रेम और सुपर कंप्यूटर से कम खर्चीले होते हैं।
  • यह एक समय में कई कार्य कर सकते हैं इसका उपयोग एक समय में कई लोग एक साथ कर सकते हैं।
  • एक Mini Computer आमतौर पर डेस्कटॉप पीसी की तुलना में लगभग 10 गुना कम बिजली खपत करता है।
  • इसका रखरखाव भी काफी आसान और सस्ता है।

मिनी कंप्यूटर के नुकसान

  • कुछ Mini Computer में USB Port नहीं होते है।
  • Mini Computer में कोई भी CD & DVD Drive नहीं होते हैं।
  • इसके स्क्रीन और Keyboard का आकार सामान्य से छोटा होता है। जिस कारण इस पर टाइपिंग करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
  • Mini Computer ज्यादा Storage Space के साथ नहीं होते हैं। इसलिए वह बड़ी मात्रा में डाटा को इकट्ठा करने में असमर्थ होते हैं। इसके अलावा Mini Computer कम RAM के साथ आते हैं।
  • अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम के कारण Mini Computer का उपयोग करने वालों को इसको चलाना थोड़ा कठिन लगता है।

आशा है Mini Computer की जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

Mini Computer से संबंधित किसी भी प्रश्न के लिए कमेंट करे।

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