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चलिए आज हम कंप्यूटर पर निबंध की जानकारी पढ़ते और समझते हैं।
कंप्यूटर पर निबंध 100 शब्दों में
आधुनिक तकनीक की सबसे बड़ी खोज कंप्यूटर है। यह एक सामान्य मशीन है जिसकी मेमोरी में ढेर सारा डेटा रखने की क्षमता होती है। यह इनपुट (की-बोर्ड) और आउटपुट (प्रिंटर) का उपयोग करके काम करता है।
इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है, इसलिए कोई भी बच्चा इस पर काम कर सकता है। यह बहुत भरोसेमंद है इसलिए हम इसे अपने पास रख सकते हैं और कहीं भी और कभी भी प्रयोग कर सकते हैं।
इससे हम अपने पुराने डेटा में बदलाव के साथ नया डेटा भी बना सकते हैं। कंप्यूटर एक नई तकनीक है जिसका उपयोग कार्यालयों, बैंकों, शैक्षणिक संस्थानों आदि में किया जाता है।
कंप्यूटर पर निबंध 200 शब्दों में
कंप्यूटर आज लोगों के जीवन में बहुत ही आरामदायक और प्राथमिक हो गया है। यह कम समय में एक से अधिक कार्य को पूरा कर सकता है। आज अकेले ही कम समय में मनुष्य कई कार्य एक साथ करने में सक्षम हैं।
पहला कंप्यूटर मैकेनिकल था, जिसे चार्ल्स बैबेज़ ने बनाया था। कोई भी कंप्यूटर ठीक से काम करने के लिए अपने हार्डवेयर और इंस्टॉल किए गए एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर की मदद लेता है। यूपीएस, सीपीयू, प्रिंटर, माउस, की-बोर्ड आदि कंप्यूटर एक्सेसरीज हैं।
किसी डिवाइस के माध्यम से कंप्यूटर में डाला गया कोई भी डेटा इनपुट डेटा कहलाता है और इसमें मौजूद डिवाइस को इनपुट डिवाइस कहा जाता है, और जो डेटा हम बाहरी प्रिंटर आदि के माध्यम से प्राप्त करते हैं, उसे आउटपुट डिवाइस कहा जाता है और इसमें इस्तेमाल होने वाले डिवाइस को आउटपुट कहा जाता है।
कंप्यूटर में दिए गए इनपुट डेटा को सूचना में परिवर्तित किया जाता है जिसे किसी भी समय स्टोर या चेंज किया जा सकता है।
कंप्यूटर डेटा को स्टोर करने का एक सुरक्षित हथियार है, जिसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है। इसके माध्यम से हम दुनिया के किसी भी कोने से बिल, खरीदारी, वीडियो चैट, ईमेल, मैसेजिंग आदि कर सकते हैं।
कंप्यूटर पर निबंध 300 शब्दों में
आज का युग वैज्ञानिक युग है। तकनीक के रोज नए अविष्कार निरंतर सामने आ रहे हैं। कंप्यूटर भी इन्हीं खोजों में से एक है। विभिन्न संस्थाओं तथा उद्योग-धंधों में कंप्यूटर का प्रयोग विशाल पैमाने पर हो रहा हैं।
कंप्यूटर एक यंत्र है, जिसमें अनेक प्रकार के गणित विषय के सूत्रों एवं तथ्यों का संचालन कार्यक्रम पहले से ही संपादित कर देना पड़ता है। कंप्यूटर बहुत ही कम समय में गणना करके तथ्यों को प्रस्तुत कर देता है।
1000 ई. पू. जब जापान में एबेकस नामक यंत्र तैयार किया गया। इसके माध्यम से गणित के प्रश्नों को हल किया जाता था।
फ्रांस में एक प्रतिभाशाली युवक का जन्म हुआ जिसका नाम ब्लेन पैसकल था। सन 1673 ई. में कंप्यूटर को बनाकर तैयार किया। इस कंप्यूटर से छोटे-छोटे पहिए जुड़े हुए थे।
आधुनिक कंप्यूटर के आविष्कार का श्रेय इंग्लैंड के चार्ल्स बैबेज को जाता है। वह बहुत ही कुशल गणितज्ञ थे। उन्होंने यह कार्य 1833 ई. में किया। कंप्यूटर की लोकप्रियता और परिणामों से प्रभावित होकर भारत सरकार ने भी सन 1965 में इसका आयात किया।
औद्योगिक क्षेत्र में मशीनों तथा कारखानों को चलाने के लिए कंप्यूटर को प्रयोग में लाया जा रहा है। इससे अनेक प्रकार के कार्य करवाए जा रहे हैं। कंप्यूटर नेटवर्क के द्वारा लोग एक-दूसरे से एक परिवार की तरह जुड़े हुए हैं।
बैंकों में हिसाब-किताब रखने के लिए कंप्यूटर का पर्याप्त मात्रा में प्रयोग हो रहा है। आज अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में कंप्यूटर रामबाण साबित हुआ। इसके द्वारा अंतरिक्ष के विशाल पैमाने पर चित्र इकट्ठे किए जा रहे हैं।
आज जिंदगी का कोई भी ऐसा पहलू नहीं बचा है जिसमें कंप्यूटर का प्रयोग नहीं हो रहा है। चाहे चिकित्सा हो, चुनाव हो, युद्ध का मैदान हो या मौसम संबंधी जानकारी हासिल करनी हो, कंप्यूटर एक सेवक की तरह हमारी सेवा में जुटा हुआ है।
भारत में कंप्यूटर युग का आगमन हो गया है। इस के सहयोग से देश विज्ञान, उद्योग, कृषि, संचार आदि सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ेगा।
कंप्यूटर पर निबंध 400 शब्दों में
कंप्यूटर के आविष्कार ने बहुत से लोगों के सपनों को साकार किया है यहाँ तक कि हम अपने जीवन की कल्पना बिना कंप्यूटर के नहीं कर सकते।
सामानयत: यह एक ऐसा डिवाइस है जिसका इस्तेमाल कई सारे उद्देश्यों के लिये किया जाता है जैसे- सूचनाओं को सुरक्षित रखना, ई-मेल, मैसेजिंग, सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग, गणना, डेटा प्रौसेसिंग आदि।
डेस्कटॉप कंप्यूटर को कार्य करने के लिये सीपीयू, यूपीएस, कीबोर्ड, और MOUSE की जरुरत पड़ती है जबकि लैपटॉप में यह सबकुछ पहले से मौजूद रहता है।
बड़ी मेमोरी के साथ यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो कोई भी डेटा को सुरक्षित रख सकता है। 21वीं सदी में कंप्यूटर की आधुनिक दुनिया में हम लोग जी रहे है।
इससे पहले की पीढ़ीयों के कंप्यूटर बेहद सीमित कार्य करते थे जबकि आधुनिक समय के कंप्यूटर ढ़ेर सारे कार्यों को अंजाम दे सकते है। चार्ल्स बेबेज ने पहला मेकैनिकल कंप्यूटर बनाया था जो आज के जमाने के कंप्यूटर से बहुत अलग था।
कंप्यूटर के आविष्कार का लक्ष्य था एक ऐसी मशीन को उत्पन्न करना जो बहुत तेजी से गणितीय गणना कर सके।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान दुश्मनों के हथियारों की गति और दिशा का अनुमान तथा उनकी सही स्थिति का पता लगाना था। आज के कंप्यूटर कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक से युक्त है जो जीवन के हर क्षेत्र में मदद करते है।
नई पीढ़ी के कंप्यूटर अत्यधिक उन्नत होते है अर्थात छोटे, हल्के, तेज, और बहुत शक्तिशाली। आज के दिनों में इसका इस्तेमाल हर व्यवसाय में हो रहा है।
जैसे :- परीक्षा, मौसम की भविष्यवाणी, शिक्षा, खरीदारी, ट्रैफिक नियंत्रण, उच्च स्तर की प्रोग्रामिंग, रेलवे टिकट बुकिंग, मेडिकल क्षेत्र, व्यापार आदि।
इंटरनेट के साथ यह सूचना तकनीक का मुख्य आधार है और इसने साबित किया कि आज के समय में कुछ भी असंभव नहीं है।
इंसानों के लिये कंप्यूटर के सैकड़ों फायदे है तो साइबर अपराध, अश्लील वेबसाइट, जैसे नुकसान भी शामिल है जिसकी पहुँच हमारे बच्चों और विद्यार्थीयों तक आसानी से हो जाती है। कुछ उपायों के द्वारा हम इसके नकारात्मक प्रभावों से बच सकते है।
आज मानव बिरादरी की कंप्यूटर तकनीक पर अत्यधिक निर्भरता बढ़ती जा रही है। कोई भी अपने जीवन की कल्पना बिना कंप्यूटर के नहीं कर सकता, क्योंकि इसने हर जगह अपने पैर पसार लिये है और लोग इसके आदि बन चुके है।
यह किसी भी दर्जे के विद्यार्थी के लिए फायदेमंद है। वो इसका इस्तेमाल प्रोजेक्ट बनाने के लिये, कविता सीखने के लिये, कहाँनियों के लिये, परीक्षा संबंधी नोट्स डाउनलोड करने के लिये, सूचना इकट्ठा करना आदि के लिये बेहद कम समय में कर सकते है। यह विद्यार्थीयों के कौशल विकास में बढ़ौतरी के साथ नौकरी पाने में सहायक भी होता है।
कंप्यूटर पर निबंध 500 शब्दों में
कंप्यूटर विज्ञान का एक ऐसा अविष्कार है जिसकी चर्चा सारे विश्व में हो रही है। कंप्यूटर विज्ञान की अदभुत देन है। कंप्यूटर की उपयोगिता को देखते हुए आज के युग को कंप्यूटर का युग कहा जाता है। आने वाले युग में सभी निर्णय कंप्यूटर ही करेगा तथा मनुष्य हाथ में हाथ धरे बैठा रहेगा।
कंप्यूटर वास्तव में आज की सर्वाधिक आवश्यकता बन गया है। कंप्यूटर क्या है? यह प्रश्न सामने आता है। प्राचीन काल से ही मानव अंकगणित का प्रयोग करता आ रहा है।
इससे लगभग चार हजार वर्ष पहले एक विधि ‘गणक पटल’ था जिसमें सरल तार समानांतर लगे होते थे और तारों के बीच गोल दाने होते थे ये गोल दाने तार के इस सिरे से उस सिरे तक सरला से खिसकाए जा सकते थे। आज भी यह गणक पटल छोटे बच्चों को गिनती या पहाड़े याद कराने के काम आता है।
कंप्यूटर को सबसे पहले चाल्र्स बैबज ने 1946 ई. में बनाया था। इस Computer का नाम एनिएक था। उसके बाद तो कंप्यूटर की अनेक पीढिय़ां आ चुकी हैं।
वर्तमान युग कंप्यूटर का युग है। यह एक ऐसा यंत्र है जो बिजली की शक्ति से संचालित होता है। यह मानव मस्तिष्क से भी तीव्र गति से गणना तक कर सकता है।
जोड़, भाग, गुणा, घटाव आदि के साथ-साथ लघुत्तम, महत्तम एवं प्रतिशत आदि अनेक गणनांए यह बड़ी तीव्र गति से कर सकता है। सुपर कंप्यूटर एक सैकंड में करोड़ों गणनांए कर सकता है।
आज अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी, हॉलैंड, स्वीडन, ब्रिटेन आदि से इसे मानव मस्तिष्क का दर्जा मिल चुका है। भारत में भी कंप्यूटर विज्ञान का तीव्रता से विकास हो रहा है तथा हर क्षेत्र में उसकी सहायता लेकर कार्यक्षमता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इसका उपयोग कारखानों में कल पुर्जे बनाने, डाक डांटने, रेल मांर्ग संचालन तथा टिक बांटना, शिक्षा, मौसम की जानकारी, वैज्ञानिक अनुसंधान, अंतरिक्ष विज्ञान, परिवहन व्यवस्था, विमान परिवहन, चिकित्सा, व्यापार, वीडियो खेल और प्रिंटिंग के साथ बिलियर्ड और शतरंज आदि के खेल बखूबी से खेलता है।
हमारे देश में सबसे पहला कंप्यूटर सन 1961 ई. में आया था। तब से आज तक दूसरे देशों में काफी कंप्यूटर हमारे देश में आए और अब यह यहां भी बनाए जा रहे हैं। इस समय यहां पर हजारों की तादार में कंप्यूटर हमारी बहुत मदद कर रहे हैं।
बिजली के बिल बनाने व भेजने में इनका उपयोग किया जा रहा है। बैंकों में इसका उपयोग काफी सफल रहा है। पर्चों को जांचने में भी इसका प्रयोग हो रहा है।
संघ लोक सेवा आयोग की प्राथमिक परीक्षा देने के लिए विशेष किस्म की उत्तर शीटें दी जाती हैं। इन्हें सीधे कंप्यूटर में भेजकर परीक्षार्थी के अंक पता लगाए जाते हैं।
इसकी मदद से पुस्तकें महीनों के स्थान पर दिनों में तैयार हो जाती हैं। यह एक घंटे में 20 हजार उत्तर शीटों की जांच कर सकता है।
आज कंप्यूटर सभी क्षेत्रों में हमारी मदद कर रहा है। विद्यालयों में भी विद्यार्थियों को इसका शिक्षण दिया जा रहा है।
टिकटों के आरक्षण, समान की देखभाल और विमान में काम पर लगाने तथा वायु परिवहन को सुचारू रूप से चलाने के लिए भी कंप्यूटर पर निर्भर है। आज कंप्यूटर मानव जीवन के लिए सबसे अधिक उपयोगी है।
कंप्यूटर को मानव मस्तिष्क से श्रेष्ठ नहीं कहा जा सकता क्योंकि कंप्यूटर प्रणाली का जन्मदाता भी तो मानव-मस्तिष्क ही है।
साथ ही मानव मस्तिष्क में जो चिंतन-क्षमता, अच्छे बुरे की परख तथ अनुभूति मौजिद्प है, वह कंप्यूटर में नहीं है। मानव मस्तिष्क कंप्यूटर की भांति भावना शून्य नहीं है।
आप के कहें मुताबिक कम्प्यूटर हमारे जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। आपने कम्प्यूटर पर बहुत अच्छा निबंध लेखन कीया है।जो हमारा ज्ञान बढ़ाता है।
Feedback ke liye bahut bahut sukriya.