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MPPSC परीक्षा की तैयारी कैसे करे 2024

आप MPPSC परीक्षा की तैयारी कर रहे है या शुरू करना चाहते है तो आप सही पेज पर आ गए है क्योकि इस पेज पर हमने MPPSC परीक्षा की तैयारी की समस्त जानकारी शेयर की है।

मध्यप्रदेश सरकार ने MPPSC के पदों के लिए हर साल नयी भर्ती जारी करती हैं मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बेरोजगार उम्मीदवारों के लिए हर साल एक सुनहरा मौका आता हैं भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवारों के लिए मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग ने नोटिफिकेशन जारी किया हैं।

इस पोस्ट में MPPSC परीक्षा के बारे में पूरी जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई हैं आप मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के Syllabus के बारे में अच्छे से जान ले तथा इसी आधार पर Mppsc की तैयारी करें आपको सफलता जरूर मिलेगी।

चलिए अब MPPSC परीक्षा की तयारी की जानकारी को विस्तार में पढ़ते है।

MPPSC परीक्षा की जानकारी

MPPSC परीक्षा की तैयारी चालू करने से पहले आपको MPPSC परीक्षा की समस्त जानकारी होना बहुत जरूरी है।

MPPSC की परीक्षा तीन चरणों मे पूरी होती है और हम नीचे तीनो चरणों के सिलेबस की जानकारी विस्तार से पड़ेगे।

  1. MPPSC प्रारंभिक परीक्षा (MPPSC Prelims Exam)
  2. MPPSC मुख्य परीक्षा (MPPSC Mains exam)
  3. MPPSC साक्षात्कार (MPPSC Interview)

1. MPPSC Prelims Exam

MPPSC प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर सामान्य अध्ययन और सामान्य अभिरुचि के दो पेपर होते है।

दोनों पेपर 200 नम्बर के होते है और प्रत्येक पेपर के लिए आपको 2 घण्टे का समय मिलता हैं।

MPPSC EXAM में पास होने के लिए यह आपकी पहली सीढ़ी होती है और यदि आप इस परीक्षा को पास कर पाते है तभी आपका MPPSC PRELIMS EXAM का दूसरा पेपर CHECK होता हैं इस पेपर की तैयारी के लिए SYLLABUS नीचे दिया हुआ हैं।

यदि आप MPPSC की प्रारम्भिक परीक्षा का पहले पेपर सामान्य अध्य्यन में पास हो जाते है तब ही आपका दूसरा पेपर CHECK होता है जिसमे भी आपको कम से कम 33% नंबर प्राप्त करना होता है।

MPPSC की प्रारंभिक परीक्षा (MPPSC PRELIMS EXAM) के दोनों पेपर में पास होने के बाद आपकी MERIT LIST बनेगी और यदि आप MERIT LIST में चुने जाते है तो आप MPPSC MAINS EXAM के लिए पास हो जाते है और आपको दूसरे चरण के EXAM देने होते है।

MPPSC PRELIMS Exam SYLLABUS

सामान्य अध्ययन :

इस पेपर में सभी सवाल सामान्य ज्ञान के होंगे जो सभी परीक्षाओं में पूछे जाते है इसके लिए आपको अधिक मेहनत करनी होगी क्योंकि इसका Syllabus थोड़ा बड़ा है लेकिन यदि आप 6 महीने मेहनत से पढ़ाई करेंगें तो आसानी से परीक्षा में पास हो पाएंगे।

  1. भारत का इतिहास एवं स्वतंत्र भारत – राष्ट्रीय आन्दोलन एवं स्वतंत्र भारत के विकास, इतिहास में सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक पहलुओं से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान के प्रश्न होते है।
  2. भूगोल – इसमें भारतीय कृषि एवं प्राकृतिक संसाधनों का समावेश होगा तथा भारतीय जनांकिकीय एवं जनगणना, भारत का भूगोल, भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक, भूगोल के सामान्य प्रश्न होते है।
  3. सामान्य विज्ञान एवं पर्यावरण – सामान्य विज्ञान एवं पर्यावरण (पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और मौसम परिवर्तन) के प्रश्नों में दैनिक या रोजमर्रा के अवलोकन और अनुभव से संबंधित प्रश्न आते है।
  4. राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएँ – इसमें प्रमुख राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के ज्ञान का परीक्षण किया जाएगा।
  5. भारतीय राजनीति एवं अर्थव्यवस्था – इसमें देश की राजनीतिक व्यवस्था एवं संविधान, पंचायती राज, सामाजिक व्यवस्था, सतत् आर्थिक विकास, चुनाव, राजनीतिक दलों, योजनाएँ, औद्योगिक विकास, विदेशी व्यापार, आर्थिक एवं वित्तीय संस्थानों आदि से सम्बंधित प्रश्न आते है।
  6. खेलकूद – मध्यप्रदेश, भारत, एशिया एवं विश्व में खेले जाने वाले प्रमुख खेलकूद  एवं खेल प्रतियोगिताओं, पुरस्कारों, व्यक्तित्वों तथा प्रतिष्ठित खेल संस्थानों से संबंधित प्रश्न होंगे।
  7. अनुसूचित जाति एवं जनजाति – मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम – 1993 (अत्याचार निवारण अधिनियम) 1989 (1889 का 33) एवं सिविल अधिकार संरक्षण अधिनियम 1955 (1955 का 22)
  8. मध्यप्रदेश की राजनीति एवं अर्थव्यवस्था –इसमें उद्योग, योजनाएं, आर्थिक कार्यक्रम, व्यापार, मध्यप्रदेश की जनांकिकीय और जनगणना पर भी प्रश्न पूछे जाएंगे। मध्य प्रदेश की राजनीतिक व्यवस्था, राजनीतिक दलों एवं चुनाव, पंचायतीराज, मध्यप्रदेश की सामाजिक व्यवस्था, सतत्  आर्थिक विकास से संबंधित प्रश्न होंगे।
  9. सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी – इसमें अभिलक्षण, प्रयोग और शब्दावलियों जैसे वेबसाईट, ऑनलाईन सर्च इंजिन, ई-मेल, वीडियो मेल, चैटिंग, वीडियो कॉन्फ्रंस, हैकिंग , क्रेकिंग, कंप्यूटर वायरस और सायबर अपराध से सम्बन्धित प्रश्न सम्मिलित होंगे।
  10. मध्यप्रदेश का भूगोल, इतिहास तथा संस्कृति – मध्यप्रदेश के इतिहास एवं संस्कृति में प्रसिद्ध राजवंशों का योगदान, जनजातियां, कला, स्थापत्य कला, ललित कलाओं एवं ऐतिहासिक व्यक्तियों पर भी प्रश्न होंगे मध्यप्रदेश के भूगोल में पर्वतों के विकास, नदियां, जलवायु, वनस्पतियां, जीवजंतु, खनिज, परिवहन से संबंधित प्रश्न होंगे।

सामान्य अभिरुचि :

यह दूसरा पेपर होता है जो पहले पेपर के बाद उसी दिन दूसरी shift में होता है इस पेपर के नंबर मुख्य परीक्षा की मेरिट लिस्ट में नही जुड़ते है ये सिर्फ आपको पास होना जरूरी होता है इसलिए इसकी ज्यादा पढ़ाई करने की जरूरत नही होती हैं।

लपास होने के लिए आपको कम से कम 33%  नंबर परीक्षा में लाना जरूरी है और  जिसके लिए आप पुराने पेपर को हल करके इसकी तैयरी कर सकते है। इसका syllabus छोटा है जो नीचे दिया गया हैं।

आप MPPSC  प्रारम्भिक परीक्षा (prelims exam) की जानकारी समझ गए होंगे कि क्या syllabus हैं और कैसे एग्जाम होता है अब हम नीचे MPPSC मुख्य परीक्षा (MAINS EXAM) के बारे में देखेंगे।

2. MPPSC Mains Exam

राज्य सेवा मुख्य परीक्षा (Madhya Pradesh State Services Mains Examination) मै 6 प्रश्न पत्र होते है – GS1, GS2, GS3, GS4, सामान्य हिंदी, और निबंध लेखन आपको निबंध लेखन के लिए 2 घण्टे का समय दिया जाएगा और  बाकि पेपर के लिए आपको 3 घण्टे का समय दिया जाएगा

GS1, GS2, GS3, प्रश्न पत्र 300 नंबर के होते हैं और GS4, का पश्न पत्र 200 नंबर का होता हैं और सामान्य हिंदी का प्रश्न पत्र 200 नंबर का होता हैं निबंध लेखन का प्रश्न पत्र 100 नंबर होता हैं यदि सभी नंबर को जोड़ दिया जाए तो कुल पूर्णांक 1400 नंबर हो जाते हैं

नीचे हमने कुछ आसान Steps में MPPSC परीक्षा की तैयारी की जानकारी दी है इस स्टेप्स को फॉलो करके आप आसानी से Mppsc परीक्षा की तैयारी कर पाएंगे। तो चलिए पढ़ना शुरू करते है

नीचे कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए जा रहे हैं तो कृपया उन को ध्यान से जरूर पढ़िए

MPPSC Mains Exam Syllabus

MPPSC की मुख्य परीक्षा में कुल 6 प्रश्न पत्र आते हैं।

1. सामान्य अध्ययन पेपर – 1 (GS1)

(i). इतिहास एवं संस्कृति

MPPSC की मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए आपको इतिहास एवं संस्कृति में नीचे दिए गए अध्याय को पड़ना जरूरी होता है क्योंकि सिर्फ इन्हीं में से प्रश्नों को पूछा जाता है।

विश्व का इतिहास : विश्व के इतिहास में पुनर्जागरण, इंग्लैंड की संधि, फ्रांस की संधि, औघोगिक क्रांति, रूसी की क्रांति, प्रथम एंव द्वितीय विश्व युद्ध आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते है

भारतीय इतिहास : भारत के इतिहास में आपको निम्न अध्याय की तैयारी करनी होती है

  1. भारत का राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक इतिहास, हड़प्पा सभ्यता से 10 वीं शताब्दी तक।
  2. मुगल और उनका प्रशासन, मिश्रित संस्कृति का उद्भव – 11 वीं से 18 वीं शताब्दी तक मध्यभारत का राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक इतिहास।
  3. ब्रिटिश शासन का भारतीय अर्थव्यवस्था एवं समाज पर प्रभाव – ब्रिटिश शासन के प्रति भारतीयों की प्रतिक्रिया कृषक एवं आदिवासियों का विद्रोह, प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन एवं विद्रोह
  4. भारतीय पुनर्जागरण – राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन एवं इसके नेतत्वकर्ता
  5. गणतंत्र के रूप में भारत का उदय राज्यों का पुनगर्ठन, मध्यप्रदेश का गठन, स्वतंत्रता प्राप्त के पश्चात के प्रमुख घटनाक्रम।
  6. मध्यप्रदेश के विशेष संदर्भ में भारतीय सांस्कृतिक विरासत – प्राचीन काल से आधुनिक काल तक विभिन्न कला भारत में विश्व धरोहर स्थल, मध्यप्रदेश में पर्यटन।

(ii). भूगोल

मध्यप्रदेश राज्य सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए भूगोल में आपको निम्न अध्याय पड़ने की जरूरत होती है।

भारत एवं विश्व भौतिक भूगोल की प्रमुख्य विशेषताएं/लक्षण

मृदा : मृदा के भौतिक रासायनिक एवं जैविक गुण,

भारत में खाद्य प्रसंस्करण एवं संबंधित उद्योग : संभावनाएं एवं महत्व,

(iii). जल प्रबंधन

यह सबसे छोटा और महत्वपूर्ण टॉपिक है इसलिए इसको अच्छे से पड़ना आवश्यक है।

(iv). आपदा एवं आपदा प्रबन्धन :

मानव निर्मित एवं प्राकृतिक आपदाएँ:- आपदा प्रबन्धन की अवधारणाएँ एवं विस्तार की संभावनाएँ, विशिष्ट खतरे एवं उनका शमन।

समुदायक योजनाएँ :- संसाधन मान चित्रण, राहत एवं पुनर्वास, निरोधक एवं प्रशासनिक उपाय, सुरक्षित निर्माण, वैकल्पिक संचार एवं जीवन रक्षा हेतु दक्षता

केश स्टडी (प्रकरण अध्ययन) :- चेरनोबिल परमाणु संयंत्र त्रासदी 1986, भोपाल गैस त्रासदी 1984, कच्छ भूकंप 2001, भारतीय सुनामी 2004, फुकुसिमा डायची जापान परमाणु आपदा 2011, उत्तराखंड बाढ़ 2013, उज्जैन त्रासदी 1994, इलाहाबाद कुंभ की भगदड़ 2013, जम्मू एवं कश्मीर की बाढ़ 2014 आदि का अध्ययन।

सामान्य अध्ययन पेपर – 2 (GS2)

संविधान, शासन की राजनैतिक एवं प्रशासनिक संरचना :

  1. संविधान निर्माण समिति, भारत का संविधान, प्रस्तावना, बुनियादी संरचना, मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य एवं राज्यों के नीति निदेशक सिंद्धान्त, संविधान की अनुसूचियां, संवैधानिक संशोधन, भारत के संविधान की अन्य देशों के संविधानों की अन्य देशों के संविधानों के साथ तुलना।
  2. केंद्र एवं राज्य विधायका।
  3. केंद्र एवं राज्य कार्यपालिका।
  4. न्यायपालिका – सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय, जिला एवं अधीनस्थ न्यायालय, न्यायालय की अवमानना।
  5. भारत संघ की प्रकृति, केंद्र एवं राज्यों के संबंध, शक्तियों का विभाजन।
  6. विकेंद्रीकरण एवं लोकतांत्रिक शासन में जनभागीदारी, स्थानीय शासन, संविधान के 73वे एवं 74वे संसोधन, पंचायते, नगर पालिकाएं।
  7. लोकपाल, लोकायुक्त एवं लोक न्यायालय- न्यापालिका – संवैधानिक व्यवस्था एवं प्रहरी के रूप में – न्यायिक सक्रियता, जनहित याचिका।
  8. जवाबदेही एवं अधिकार प्रतिस्पर्धा आयोग, उपभोक्ता न्यायालय, सूचना आयोग, महिला आयोग, मानव अधिकार आयोग, अजा/अजजा/अपिव आयोग एवं अन्य निर्वाण संस्थाएं/प्राधिकरण।
  9. पारदर्शिता एवं जवाबदेही, सूचना का अधिकार, सेवा प्राप्ति का अधिकार, सार्वजनिक निधि का उपयोग।
  10. लोकतंत्र का कार्य प्रणाली – राजनीतिक दल, राजनीतिक प्रतिनिधित्व, निर्णय प्रक्रिया में नागरिकों की भागीदारी।
  11. निर्वाचन आयोग, निर्वाचन संबंधी सुधार।

सामाजिक एवं महत्वपूर्ण विधान :

सामाजिक क्षेत्र – स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सशक्तिकरण :

शिक्षण प्रणाली :

मानव संसाधन विकास में शिक्षा – एक साधन – सर्वाभौमिक/समान प्रारंभिक शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा की गुणवत्ता, बालिकाओं की शिक्षा से सम्बंधित मुद्दे, वंचित वर्ग, निः शक्त जन से संबंधित मुद्दे।

मानव संसाधन विकास :

कुशल मानव संसाधन की उपलब्धता, भारत में मानव संसाधन की नियोजिता एवं उत्पादकता, रोजगार के विभिन्न चलन विभिन्न संस्थाओं जैसे:- एन. सी. एच. ई. आर, एन. सी. ई. आई. टी, एन. आई. ई. पी. ए, यू. जी. सी, ओपन विश्वविद्यालय, ए. आई. सी. टी. ई, एन. सी. टी. ई, एन. सी. व्ही. टी, आई. सी. ए. आर, आई. आई. टी, आई. आई. एम, एन. आई. टी, एन. एल. यू. एस, पॉलिटेक्निक एवं आई. टी. आई. आदि की भूमिका एवं मानव संसाधन विकास।

कल्याणकारी कार्यक्रम :

वृद्ध जन, निःशक्त जन, बच्चों महिलाओं, श्रम, सामाजिक रूप से वंचित वर्ग एवं विकास परियोजनाओं के फलस्वरूप विस्थापित वर्गों से सम्बंधित मुद्दे एवं कल्याणकारी कार्यक्रम।

लोक सेवाएं :

लोकसेवाएँ, अखिल भारतीय सेवाएं, केंद्रीय सेवाएं, राज्य सेवाएं, संवैधानिक पद- भूमिका, कार्य और कार्य की प्रवृत्तियों संघ, लोक सेवा आयोग, मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग शासन के बदलते प्रारूप के संदर्भ में केंद्र एवं राज्य के प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थाएँ।

लोक व्यय एवं लेखा :

लोकव्यय पर नियंत्रण, संसदीय नियंत्रण, प्राक्कलन समिति, लोकलेखा समिति आदि।

भारत के नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षण का कार्यक्रम, मौद्रिक एवं वित्तीय नीति में वित्त मंत्रालय की भूमिका, मध्यप्रदेश के महालेखाकार का गठन एवं कार्य।

अंतराष्ट्रीय संगठन :

सामान्य अध्ययन पेपर – 3 (GS3)

  1. विज्ञान एवं तकनीकी
  2. तर्क एवं आंकड़ों की व्यख्या करना
  3. तकनीकी
  4. विकासशील तकनीकी
  5. ऊर्जा
  6. पर्यावरण एवं धारणीय विकास
  7. भारतीय अर्थव्यवस्था

विज्ञान एवं तकनीकी :

तर्क एवं आंकड़ों की व्यख्या करना :

तकनीकी :

विकासशील तकनीकी :

ऊर्जा :

पर्यावरण एवं धारणीय विकास :

भारतीय अर्थव्यवस्था :

सामान्य अध्ययन पेपर – 4 (GS4)

मानवीय आवश्यकताएं एवं अभिप्रेरणा :

दार्शनिक/विचारक, समाजिक कार्यकर्ता/सुधारक :

मनोवृत्ति  :

अभिक्षमता एवं लोक सेवा हेतु आधारभूत योग्यताएं :

सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता एवं असमर्थकवादी, वस्तुनिष्ठता, लोक सेवा के प्रति समपर्ण समानुभूति, सहिष्णुता एवं अशक्त वर्गों के प्रति संवेदना/करुणा।

सांवेगिक बुद्धि :

अवधारणा, प्रशासन/शासन में इसकी उपयोगिता एवं अनुप्रयोग।

भ्रष्टाचार :

पाठ्यक्रम में सम्मिलित विषयवस्तु पर आधारित प्रकरणों का अध्ययन

सामान्य हिंदी – पेपर 5 

इस प्रश्नपत्र का स्तर स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों के समकक्ष होगा।

इसका उद्देश्य उम्मीदवार की पढ़ने, समझने और लेखन की योग्यता एवं हिंदी में स्पष्ट तथा सही विचार व्यक्त करने की जांच करना हैं।

सामान्यतः निम्नलिखित विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे।

पल्लवन, सन्धि व समाज :

प्रारूप लेखन :

प्रयोग, शब्दावली तथा प्रारम्भिक व्याकरण :

अनुवाद (वाक्यों का) :

हिंदी निबंध लेखन पेपर – 6

प्रथम निबंध (लगभग 1000 शब्दों में), अंक – 50

द्विवितीय निबंध (लगभग 1000 शब्दों में), अंक – 25

तृतीय निबंध (लगभग 1000 शब्दों में), अंक – 25

कुल अंक – 100

3. साक्षात्कार (Interview)

मुख्य परीक्षा और प्रारम्भिक परीक्षा पास करने बाद आपका INTERVIEW लिया जाता हैं  जो उम्मीदवार दोनों परीक्षाओं को पास कर लेता हैं सिर्फ उन लोगों को ही इंटरव्यू में बैठने का मौका प्राप्त होता हैं।

Interview में कुल नंबर 175 होते हैं यदि आपके Interview में 175 नंबर आ गए तो आप 100% सेलेक्ट हो जाओगे और डिप्टी करेक्टर बन जाओगे।

राज्य सेवा मुख्य परीक्षा (Madhya Pradesh State Services Mains Examination) में total मार्क्स 1575 चाहिए पड़ते हैं।

MPPSC Mains Syllabus‍ and Interview 2020

S. No.PapersSubject NameTotal MarksTime Duration
1Paper IGeneral Studies3003 घंटे
2Paper IIGeneral Studies3003 घंटे
3Paper IIIGeneral Studies2003 घंटे
4Paper IVGeneral Studies2003 घंटे
5Paper VGeneral Hindi2003 घंटे
6Paper VIEssay Writing1002 घंटे
Interview175
Total – 1575

आशा है MPPSC परीक्षा की जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

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